किसानों पर बीमा प्रीमियम के नाम पर अनावश्यक वित्तीय भार नहीं डालेंगे, जीवन सुरक्षा बीमा टेंडर निरस्त करने का निर्देश – दक
ऋणी किसानों के 150 करोड़ रुपये बचेंगे
जयपुर, 1 जुलाई (मुखपत्र)। ग्राम सेवा सहकारी समितियां के माध्यम से केंद्रीय सहकारी बैंकों से अल्पकालीन फसली ऋण लेने वालों का जीवन बीमा इस बार नहीं होगा। सहकारिता मंत्री ने सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना के प्रीमियम को ऋणी किसानों पर अनावश्यक वित्तीय बोझ मानते हुए टेंडर निरस्त करने के निर्देश दिये हैं। सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतमकुमार दक ने सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना के टेंडर निरस्त करने के लिये निर्देशित किये जाने की पुष्टि करते हुए मुखपत्र को बताया कि बैंकों द्वारा किसान को दिये गये ऋण की सुरक्षा के लिए जीवन बीमा करवाये जाने का प्रावधान है।
मंत्री ने बताया, ‘हमारे प्रयास से पिछले दो साल से लगातार प्रीमियम की दर कम आ रही है। इस बार भी मार्च माह में जो टेंडर हुए थे, उनकी दर, पिछले साल से भी कम आयी थी, लेकिन हमने अध्ययन करवाया तो पाया कि प्रीमियम की तुलना में क्लेम काफी कम आये हैं।’
उन्होंने बताया कि अपेक्स बैंंक के कुछ अधिकारियों की नकारात्मक भूमिका के कारण, पिछले सालों में किसानों पर बीमा प्रीमियम का अत्यधिक भार डाला गया। ये अधिकारी कोकस के रूप में काम कर रहे थे। नई कम्पनियों को भाग लेने से षड्यंत्रपूर्वक रोका गया। एक ही जैसी कम्पनियों को बार-बार बीमा का कार्य दिये जाने से प्रीमियम की दरें काफी अधिक रही, जिसका वित्तीय बोझ किसानों पर पड़ा।
अच्छे अफसरों को दी बीमा की जिम्मेदारी
मंत्री ने बताया कि हमने सरकार बनने के बाद ऐसे अफसरों की पहचान कर, उन्हें बीमा के काम से अलग किया। अच्छे अफसरों को यह जिम्मेदारी सौंपी, जिसके बाद ऑपन टेंडर में कुछ नई कम्पनियों ने भागीदारी दी। यही कारण रहा कि सहकार जीवन बीमा योजना में वर्ष 2023-24 में जहां 360 करोड़ रुपये बतौर प्रीमियम कम्पनियों को मिला, वहीं 2024-25 में यह राशि घटकर 192 करोड़ रुपये रह गयी और इस साल जो दरें आयी हैं, उससे गणना करें तो 2025-26 में सहकार जीवन बीमा के लिए किसानों को लगभग 150 करोड़ रुपये का ही प्रीमियम देना पड़ता।
विभाग स्तर पर लायेंगे योजना
श्री दक ने बताया कि प्रीमियम की तुलना में क्लेम की काफी कम राशि को देखते हुए हमने निर्णय लिया है कि किसानों पर जीवन सुरक्षा बीमा के नाम पर अनावश्यक बोझ नहीं डाला जायेगा। इसलिए सहकार जीवन सुरक्षा बीमा के टेंडर निरस्त करने के निर्देश अपेक्स बैंक को दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि हम इसके स्थान पर विभागीय स्तर पर एक योजना लाने पर काम कर रहे हैं, जिससे बहुत कम शुल्क पर ऋणी किसानों को जीवन बीमा सुरक्षा का लाभ मिलेगा।
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