राष्ट्रीयसहकारिता

एनसीडीसी और देश की चार बड़ी सहकारी संस्थाएं बहु-राज्य निर्यात सहकारी समिति की प्रमोटर होंगी

नयी दिल्ली, 22 जनवरी। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) और देश की चार बड़ी सहकारी संस्थाएं हाल ही में गठित राष्ट्रस्तरीय बहु-राज्य निर्यात सहकारी समिति लिमिटेड की प्रमोटर होंगी। दो हजार करोड़ रुपये की शेयर केपिटल वाली इस बहुराज्य सहकारी समिति में एनसीडीसी के अलावा इफको, कृभको, नेफेड और अमूल उत्पादों की मार्केटिंग करने वाले गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) द्वारा एक-एक सौ करोड़ रुपये का योगदान दिया जायेगा। ये पांचों संस्थाएं, इस राष्ट्रीय स्तर की निर्यात सहकारी समिति को संयुक्त रूप से प्रमोट करेंगी। यह समिति सहकारिता क्षेत्र में वस्तुओं और सेवाओं के कारोबार का काम करेगी।

केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने कुछ दिन पूर्व ही तीन बहुराज्य सहकारी समितियों की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इनमें जैविक उत्पाद सहकारी समिति, बीज सहकारी समिति और निर्यात सहकारी समिति शामिल है। इन तीनों समितियों को मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटीज (एमएससीएस) कानून, 2002 के तहत पंजीकृत किया जायेगा। इस समिति में सदस्य के रूप में प्राथमिक से राष्ट्रीय स्तर तक की सहकारी समितियों को शामिल किया जायेगा।

राष्ट्रीय निर्यात सहकारी समिति का मुख्य कार्यालय नई दिल्ली में होगा और इसकी पंजीकरण प्रक्रिया शीघ्र ही पूर्ण होने की सम्भावना है। इस समिति के पास 2,000 करोड़ रुपये की अधिकृत शेयर पूंजी होगी। इस समिति की शुरुआती चुकता शेयर पूंजी 500 करोड़ रुपये है। चार प्रमुख सहकारी संस्थाएं – इफको, कृभको, नेफेड, गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) – जो अमूल ब्रांड के तहत अपने उत्पादों का विपणन करती हैं – और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) प्रमोटर संस्थाएं रहेंगी। इनमें से प्रत्येक 100 करोड़ रुपये का योगदान देगी।

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