राजमार्गों पर नई टोल संग्रह प्रणाली लागू, फिलहाल फास्टैग की सुविधा भी जारी रहेगी
नई दिल्ली, 24 जुलाई। टोल नाकों पर फास्टैग के बाद, अब नये तकनीकी अपग्रेड सिस्टम यानी ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) से टोल शुल्क की वसूली की जायेगी। केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
गडकरी ने बताया कि ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित उपयोगकर्ता शुल्क संग्रह प्रणाली के संबंध में दो राजमार्ग खंडों – कर्नाटक राज्य में एनएच-275 का बेंगलुरु-मैसूर खंड और हरियाणा राज्य में एनएच-709 (पुराना एनएच-71ए) का पानीपत-हिसार खंड का प्रायोगिक अध्ययन किया गया है।
उन्होंने बताया कि 25 जून 2024 को अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के माध्यम से हितधारकों के साथ परामर्श किया गया। व्यापक औद्योगिक परामर्श के लिए 7 जून 2024 को वैश्विक अभिरुचि अभिव्यक्ति (ईओआई) भी आमंत्रित की गई है, जिसे प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 22 जुलाई 2024 रखी गई।
यह निर्णय लिया गया है कि प्रारम्भिक तौर पर जीएनएसएस आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (ETC) प्रणाली को फास्टैग के साथ एक अतिरिक्त सुविधा के रूप में पायलट आधार पर राष्ट्रीय राजमार्गों के चयनित खंडों पर लागू किया जाएगा।