राजफैड के बहुराज्यीय सहकारी समितियों के साथ एमओयू का लाभ कोऑपरेटिव सोसाइटीज और किसानों को मिलेगा – मंजू राजपाल
जयपुर, 10 जुलाई (मुखपत्र)। सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्रीमती मंजू राजपाल ने राजफैड (RAJFED) के बीबीएसएसएल (BBSSL) और एनसीओएल (NCOL) के साथ एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आशा की कि इसका लाभ निश्चित तौर पर सहकारी समितियां एवं किसानों को मिलेगा।
शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (बीबीएसएसएल) और राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) के अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान श्रीमती राजपाल ने कहा कि सहकारी समिति के सदस्यों और किसानों को बीज उत्पादन एवं जैविक उत्पादों के विपणन के संबंध में समुचित प्रशिक्षण दिए जाने की आवश्यकता है। इससे कार्यकुशलता में वृद्धि होगी, जिससे इस दिशा में बेहतर रूप से कार्य किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान राज्य क्रय-विक्रय सहकारी संघ (राजफैड) और राष्ट्रीय स्तर पर गठित दोनों बहुराज्यीय सहकारी समितियों के मध्य हुए एमओयू के आगामी दिनों में इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे, जिसका लाभ सहकारी समितियों एवं किसानों को प्रत्यक्ष रूप में मिलेगा। इससे जैविक उत्पादों के विपणन एवं किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करवाने के साथ ही उन्हें आजीविका के बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने तथा बाजार तक कृषक समूहों की पहुंच बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
एनसीईएल से शीघ्र एमओयू होगा
उन्होंने इस संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन कर आगामी रोडमैप पर चर्चा करने तथा शीघ्र सुचारू रूप से कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर गठित तीसरी बहुराज्यीय सहकारी समिति राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) के साथ आगामी 14 जुलाई को एमओयू किया जाना प्रस्तावित है। इससे निर्यात के क्षेत्र में सहकारी समितियों को कार्य करने का अवसर मिलेगा, जिससे सहकारी समितियों द्वारा तैयार उत्पादों की विदेश में भी पहुंच होगी। इससे प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक पहचान मिलेगी, साथ ही, सहकारी समितियों की आय में वृद्धि होगी।
अधिकाधिक समितियां सदस्यता ग्रहण करें
रजिस्ट्रार मंजू राजपाल ने कहा कि सहकारी समितियों एवं किसानों की आय में वृद्धि के दृष्टिगत केन्द्र सरकार द्वारा उक्ततीनों सहकारी समितियों – भारतीय बीज सहकारी समिति लि., राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लि. एवं राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लि. का गठन किया गया है। उन्होंने राज्य की सहकारी समितियों को अधिकाधिक संख्या में इनकी सदस्यता ग्रहण करवाने पर जोर दिया ताकि उन्हें अपने व्यवसाय में वृद्धि के लिए उचित सहयोग एवं मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।
Related news
Top Trending News
सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए संचालक मंडल की भूमिका बढ़ानी होगी : सहकारिता मंत्री
‘सहकारिता का सफर : अतीत से वर्तमान तक’ प्रदर्शनी में सहकारी आंदोलन का दिग्दर्शन
केन्द्रीय सहकारी बैंकों की सेवाओं का विस्तार किया जायेगा : गौतम दक
करोड़ों छोटे किसानों और ग्रामीणों के कल्याण के लिए सहकारिता को पुनर्जीवित करना ही होगा – अमित शाह
राष्ट्रीय सहकारिता नीति की घोषणा जल्द, 20 साल के लिए बनेगी नीति : अमित शाह
केंद्रीय सहकारी बैंकों में लोन सुपरवाइजर के पदों पर होगी सीधी भर्ती
पैक्स व्यवस्थापकों की बैंकिंग सहायक बनने की तमन्ना जल्द पूरी होगी
झीलों की नगरी में राजस्थान की पहली को-ऑप बाइक राइड सेवा की शुरूआत, मंत्री गौतमकुमार ने किया शुभारम्भ
गोदाम निर्माण के लिए सहकारी समितियां को 16 लाख रुपये अनुदान मिलेगा, स्वीकृत गोदामों की सूची जारी
सहकारी समितियों की वार्षिक आमसभा 1 से 7 अक्टूबर के मध्य अनिवार्य रूप से सम्पन्न हो – दक
कोऑपरेटिव बैंकों में सीधी भर्ती का परीक्षा परिणाम घोषित, सहकारी बैंकों को 449 नये कार्मिक मिलेंगे
‘उपहार’ ब्राण्ड को अधिक व्यापक और विश्वसनीय बनाया जाए – मंजू राजपाल
ऋणियों के लिए आर्थिक संजीवनी साबित हो रही है मुख्यमंत्री अवधिपार ब्याज राहत एकमुश्त समझौता योजना
तकनीक के सही प्रयोग से ही बैकिंग क्षेत्र की प्रगति संभव : डॉ. राजीव सिवाच
धारा 55 एवं 57 के लम्बित प्रकरणों की जांच निर्धारित अवधि में पूर्ण की जाये – मंजू राजपाल
राज सहकार दुर्घटना बीमा योजना पुन: लागू, किसानों को मिलेगा 10 लाख रुपये का बीमा कवर
हाईकोर्ट ने संचालक मंडल के चुनाव में अयोग्यता सम्बंधी उपनियम को असंवैधानिक बताते हुए खारिज किया