सहकारिता

गैर ऋण सेवाओं में सराहनीय प्रदर्शन के लिए गंगानगर की दो ग्राम सेवा सहकारी समितियां को नाबार्ड ने किया सम्मानित

जयपुर, 12 जुलाई (मुखपत्र)। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) के 44वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जयपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय, नाबार्ड में आयोजित समारोह में राजस्थान की चार उत्कृष्ट प्राथमिक कृषि ऋण समितियां (पैक्स) और चार जिला सहकारी बैंक (डीसीसीबी) – कोटा, बीकानेर, डूंगरपुर और चित्तौडग़ढ़ – को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाली पैक्स में श्रीगंगानगर जिले की घमूड़वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड भी शामिल है, जो अल्पसमय में अपने प्रगति और व्यवसाय विविधता से भारत सरकार और राज्य सरकार की प्रशंसा की पात्र बन गयी है।

नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक राजीव सिवाच, महाप्रबंधक मंजू खुराना और राजस्थान राज्य सहकासरी बैंक लिमिटेड (अपेक्स बैंक), जयपुर के प्रबंध निदेशक संजय पाठक द्वारा श्रीगंगानगर जिले की घमूड़वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष चंद्रभान गोदारा और 22 एसटीबी के वर्तमान व्यवस्थापक संजयकुमार और सेवानिवृत्त व्यवस्थापक कृष्णलाल (जिनके कार्यकाल के लिए सोसाइटी को पुरस्कृत किया गया है) को गैर ऋण सेवाओं में सराहनीय प्रदर्शन के लिए एक पदक व सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इनके अलावा डीडवाना-कुचामन की निमोद पैक्स को सहकारिता मंत्रालयों की पहलों को लागू करने और कोटा की बोरखेड़ा पैक्स को श्रेष्ठ वित्तीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

गोदारा ने नवाचारों की जानकारी दी

घमूड़वाली पैक्स के अध्यक्ष चंद्रभान गोदारा ने अपने संबोधन में सहकारिता क्षेत्र में किए गए नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गांव में नाबार्ड के सहयोग से विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण परियोजना के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। इसके साथ ही भारत का पहला ग्रामीण स्तर पर स्किल डेवेलपमेंट कार्यक्रम घमूड़वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति द्वारा किया गया। नाबार्ड के सहयोग से संचालित ग्रामीण मार्ट वैन भी एक सराहनीय पहल रही, जिससे गांव के लोगों को आवश्यक सामग्री सुलभ हुई है।

सोसाइटी में जन्म से मृत्यु तक का सारा सामान उपलब्ध

जयपुर. पुरस्कार ग्रहण करते हुए 22 एसटीबी ग्राम सेवा सहकारी समिति के कृष्णलाल।

गंगानगर जिले के सूरतगढ़ क्षेत्र की 22 एसटीबी के व्यवस्थापक संजय कुमार व्यवस्थापक और कृष्णलाल ने बताया कि यह ग्रामीण मार्ट एक अनूठी पहल है, जिसमें जन्म से मृत्यु तक का सारा सामान उपलब्ध है। यह योजना गांव के गरीब व जरूरतमंद लोगों को बड़ी मदद पहुंचा रही है। कृषि क्षेत्र में भी यह मार्ट किसानों को खाद, बीज, दवाइयाँ आदि सस्ती दरों पर उपलब्ध कराकर सहयोग कर रही है।

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