Wednesday, October 9, 2024
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सहकारिता

कृभको ने कमाया 334 करोड़ रुपये का मुनाफा, सदस्यों को मिलेगा 20 प्रतिशत लाभांश

नई दिल्ली, 12 सितम्बर। भारत की प्रमुख उर्वरक उत्पादक सहकारी समिति – कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड (कृभको) ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए 334.12 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ अर्जित किया है। सोसायटी ने वर्ष के लिए अपनी इक्विटी पूंजी पर 20 प्रतिशत  लाभांश घोषित किया है।

एनसीयूआई सभागार, नई दिल्ली में 12 सितम्बर 2024 को कृभको अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव की अध्यक्षता में आयोजित 44वीं वार्षिक आमसभा की बैठक के दौरान सोसायटी के वार्षिक खातों को मंजूरी दी गई। बैठक में निदेशक मंडल के सदस्यों सहित देश भर के विभिन्न सदस्य सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कृभको के प्रबंध निदेशक एम. आर. शर्मा ने सभा को कृभको एवं उसकी सहायक कंपनियों द्वारा बनाए गए उत्पादन और परिचालन दक्षता के निरंतर उच्च मानको के बारे में बताया कि कृभको ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 में उल्लेखनीय उत्पादन आंकड़ें हासिल किये, जिसमें यूरिया उत्पादन 23.35 लाख मीट्रिक टन और अमोनिया उत्पादन 13.88 लाख मीट्रिक टन रहा, जिससे क्रमश: 106.4 प्रतिशत और 111.32 प्रतिशत क्षमता उपयोग हुआ। किसानों की विविध आवश्यकता को पूरा करने के लिए कृभको ने अपने उत्पादों का विस्तार करते हुए नीम लेपित यूरिया, आयातित डीएपी, एमएपी, एमओपी, कॉम्प्लेक्स, जैव उर्वरक, खाद, प्रमाणित बीज, हाइब्रिड बीज, एसएसपी, जिंक सल्फेट , प्राकृतिक पोटाश और सी वीड फोर्टिफाइ बायो-उत्तेजक भी किसानों को उपलब्ध कराये। वर्ष के दौरान कृभको ने 52.82 लाख मीट्रिक टन उर्वरक बेचे।

उन्होंने बताया कि कृभको के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी – कृभको फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (केएफएल) ने भी 10.66 लाख मीट्रिक टन यूरिया और 6.54 लाख मीट्रिक टन अमोनिया के उत्पादन के साथ क्रमश: 123.23 प्रतिशत और 130.46 प्रतिशत की क्षमता उपयोग हासिल करके मजबूत प्रदर्शन किया। केएफएल ने वर्ष के लिए 14.40 करोड़ रुपये का लाभांश घोषित किया।

कृभको ने किसानों की आय बढाने के लिए नए क्षेत्रों में भी कदम रखा है। इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां – कृभको एग्री बिजनेस लिमिटेड (केएबीएल) और कृभको ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। केएबीएल ने वित्त वर्ष 2023-2024 में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल, मिर्च, मक्का, मखाना और दाल की बिक्री के साथ 821 करोड़ रुपये का कारोबार किया। कृभको ग्रीन एनर्जी प्रा. लि. हजीरा, गुजरात और नैलोर, आंध्र प्रदेश में दो संयंत्रों का निर्माण कर रहा है, जिनके वित्त वर्ष 2024-2025 में शुरू होने की उम्मीद है।
ग्रामीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में कृभको की सामाजिक शाखा, ग्रामीण विकास ट्रस्ट (जीवीटी) 2024 में अपनी 25वीं वर्षगांठ मना रही है। जीवीटी ने ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और लिंग समानता पर केंद्रित पहल के माध्यम से 25 राज्यों में 1.5 मिलियन लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।

सहकारिता मंत्रालय के मार्गदर्शन में भारत सरकार के ‘सहकार से समृद्धि’ के दृष्टिकोण के अनुरूप कृभको भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (बीबीएसएसएल) के प्रमुख प्रवर्तक और राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) के संयुक्त प्रवर्तक के रूप में सहकारी समितियों के बीच बीज और निर्यात गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कृभको को अपने उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए एफएआई और अन्य प्रतिष्ठित संगठनों से कई पुरस्कार प्राप्त हुए।

वार्षिक आमसभा के दौरान कृभको ने भारत में सहकारी आंदोलन में उल्लेखनीय योगदान के लिए दो प्रतिष्ठित सहकारी बंधुओ को सम्मानित भी किया। बिहार के सत्येन्द्र नारायण सिंह को ‘कृभको सहकारिता शिरोमणि’ पुरस्कार और तमिलनाडु के वी.के.एस.के. सेंथिल कुमार को ‘कृभको सहकारिता विभूषण’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कृभको एक राष्ट्रीय सहकारी संस्था के रूप में विवेकपूर्ण उर्वरक उपयोग, मृदा परीक्षण और एकीकृत कृषि पद्धतियों को अपनाने के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए समर्पित है।

 

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