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9 करोड़ रुपये के गबन मामले में सहकारी सोसाइटी का व्यवस्थापक गिरफ्तार

श्रीगंगानगर, 13 जून (मुखपत्र)। गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक से सम्बद्ध श्रीगंगानगर जिले के जैतसर क्षेत्र की 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड में हुए लगभग 9 करोड़ रुपये के गबन मामले में जैतसर पुलिस ने, इस मामले के दूसरे मुख्य आरोपी बिशनपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। रायसिंहनगर निवासी बिशनपाल सिंह इस सहकारी सोसाइटी में साल 2015 से व्यवस्थापक पद पर कार्यरत है, जो कि वर्तमान में निलम्बित है। सोसाइटी द्वारा संचालित मिनी बैंक में 8 करोड़ 94 लाख रुपये का गबन हुआ था और 3 लाख 31 हजार रुपये का स्टॉक कम पाया गया था।

इस सम्बंध में गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक के वरिष्ठ प्रबंधन पवन शर्मा की ओर से 24 नवम्बर 2024 को जैतसर पुलिस थाना में 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. के सेवानिवृत्त व्यवस्थापक सुमेर सिंह, सेवानिवृत्त सहायक व्यवस्थापक ओमप्रकाश चुघ और व्यवस्थापक बिशनपाल सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 420, 406 एवं 120-बी के तहत केस दर्ज कराया गया। सुमेर सिंह का साल 2020 में निधन हो गया था जबकि ओमप्रकाश चुघ का मई, 2025 में निधन हो गया, जब वह गिरफ्तारी के बाद से न्यायिक हिरासत के तहत सूरतगढ़ जेल में बंद था।

जेल में तबीयत खराब होने के कारण, 62 साल के ओमप्रकाश को उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, उपचार के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गयी थी। अब इस मामले में बिशनपाल सिंह एक मात्र जीवित आरोपी है।

एसआईटी का गठन

2 जीबीए मामले में बड़ी राशि के गबन और इसे लेकर जैतसर में चले लम्बे आंदोलन के बाद, इस प्रकरण की जांच के लिए अनूपगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र वर्मा की सुपरविजन में एक एसआईटी का गठन किया गया। इसमें पुलिस उप अधीक्षक, सूरतगढ़ प्रतीक मील और जैतसर थानाप्रभारी इमरान खान शामिल हैं। गिरफ्तारी के बचने के लिए बिशनपाल ने उच्च न्यायालय की शरण ली। हाईकोर्ट ने उसकी याचिका पर सुनवाई करते हुए मार्च, 2025 में उसकी गिरफ्तारी पर 30 दिन के लिए रोक लगा दी थी। अदालत ने बिशनपाल को पुलिस जांच में सहयोग करने और पुलिस द्वारा चाहे गये दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए पाबंद किया था।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि बिशनपाल से पुलिस जांच में किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया। यहां तक कि वो एकबार भी पुलिस के पास नहीं आया। निर्धारित अवधि समाप्त होने के पश्चात, पुलिस ने उसे नोटिस जारी कर तलब किया, लेकिन वह फिर भी नहीं आया। तब पुलिस ने उसके निवास पर नोटिस चस्पा कर दिया। इसके बाद बिशनपाल 12 जून 2025 को जैतसर थाना में पेश हुआ, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस द्वारा उसे आज श्रीविजयनगर में अदालत में पेश कर, पुलिस रिमांड लेने के लिए प्रयास किया जायेगा।

8.97 लाख रुपये का गबन प्रमाणित

उल्लेखनीय है कि गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक के मुख्य प्रबंधक विकास गर्ग द्वारा राजस्थान सहकारी सोसाइटी अधिनियम की धारा 55 के तहत की गयी जांच में 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी समिति द्वारा संचालित मिनी बैंक में वर्ष 2014 से मार्च, 2024 तक 8 करोड़ 94 लाख 1 हजार 784 रुपये का गबन पाया गया। इसके अलावा 3 लाख 31 हजार 200 रुपये का स्टॉक भी कम मिला। जांच में गबन आदि के लिए तत्कालिक व्यवस्थापक सुमेर सिंह, तत्कालिक सहायक व्यवस्थापक ओमप्रकाश चुघ और वर्तमान व्यवस्थापक बिशनपाल सिंह को दोषी माना गया था। बिशनपाल, पूर्व व्यवस्थापक सुमेरसिंह का भतीजा है। जांच के दौरान 444 अमानतदारों ने 9 करोड़ 75 लाख 16 हजार 761 रुपये की जमा राशि के साक्ष्य प्रस्तुत किये। इनमें से किसी को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है।

 

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