सहकारी सोसाइटियां कृषि मंडी परिसर के बाहर भी सरसों-चना की समर्थन मूल्य पर खरीद कर सकेंगी
जयपुर, 21 अप्रेल (मुखपत्र)। प्रदेश में कतिपय स्थानों पर लेबर के साथ विवाद को देखते हुए राजफैड (राजस्थान राज्य सहकारी क्रय विक्रय संघ लिमिटेड) ने क्रय विक्रय सहकारी समितियां (KVSS) को कृषि मंडियों के बाहर भी तिलहन एवं दलहन की समर्थन मूल्य पर खरीद की छूट प्रदान कर दी है।
राजफैड (RAJFED) के प्रबंध निदेशक टीकमचंद बोहरा की ओर से राजफैड के क्षेत्रीय अधिकारी, श्रीगंगानगर के नाम जारी पत्रानुसार, समर्थन मूल्य पर खरीद करने वाली क्रय विक्रय सहकारी समिति (केवीएसएस) के पास, मंडी परिसर के बाहर स्थान उपलब्ध होने की स्थिति में ऐसे स्थानों पर भी खरीद की जा सकती है। यह स्थान, कोऑपरेटिव सोसाइटी का स्वयं का अथवा किराये का भी हो सकता है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गत 9 अप्रेल 2025 को श्रीगंगानगर में तिलहन-दलहन की समर्थन मूल्य पर खरीद का शुभारम्भ किया था। इस कार्यक्रम में राजफैड के प्रबंध निदेशक टीकमचंद बोहरा भी उपस्थित थे।
इस दौरान गंगानगर-हनुमानगढ़ में कृषि उपज मंडियों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने और लेबर यूनियन के साथ तुलाई दरों को लेकर विवाद की बात सामने आयी थी। लेबर यूनियन की ओर से मंडी की उपविधियों के अनुरूप 25 पैसे सैंकड़ा तुलाई की मांग की जा रही है जबकि राष्ट्र स्तर पर खरीद का कार्य करने वाली सहकारी एजेंसी नैफेड (नेशनल एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड/NAFED) प्रदेश के अन्य जिलों के समान 4 से 5 रुपये प्रति नग (50 किग्रा बैग) का भुगतान करने पर आमादा है। इसी को लेकर इन जिलों के कुछ केंद्रों पर खरीद कार्य सुचारू नहीं हो पाया।
इन परिस्थितियों को देखते हुए, राजफैड ने सोसाइटी प्रबंधन और लेबर यूनियन में टकराव की स्थिति को टालने के लिए मंडी परिसर के बाहर भी समर्थन मूल्य पर खरीद की छूट दे दी है, हालांकि राजफैड की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि पीपीएस गाइडलाइन के अनुसार क्रय केंद्रों पर समुचित आधारभूत आवश्यकताएं पूर्ण की जायें।
मुखपत्र ने प्रकाशित किया था समाचार
न्यूजवेब साइट ‘मुखपत्र’ (mukhpatra.in) ने 17 अप्रेल 2025 को अपराह्न पूर्व ही, तुलाई दरों पर विवाद, “नैफेड के नकारात्मक रुख से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों एवं चना की खरीद बाधित” शीर्षक से समाचार पर प्रकाशित कर, इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। इसी दिन सायंकाल में ही राजफैड ने खरीद को सुचारू रखने के लिए क्रय केंद्रों को मंडी परिसर से बाहर समर्थन मूल्य पर खरीद की छूट प्रदानप कर दी।
इससे पूर्व भी, सहकारी निरीक्षकों के पास एक से अधिक क्रय केंद्रों (समर्थन मूल्य पर खरीद करने वाली केवीएसएस) का अतिरिक्त चार्ज होने का समाचार ‘मुखपत्र’ (mukhpatra.in) में प्रसारित होने के बाद, सहकारिता विभाग द्वारा ‘एक निरीक्षक-एक क्रय केंद्र’ नीति की पालना करते हुए संशोधित आदेश जारी किया गया था, जिससे सम्बंधित कई निरीक्षकों को राहत नसीब हुई थी।
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