राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला में शुद्ध मसालों के साथ अनेक खाद्य उत्पाद उपलब्ध, मोबाइल चक्की से मसालों की मुफ्त पिसाई
जयपुर, 12 मई (मुखपत्र)। सहकारी क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा मसाला मेला अब परवान चढऩे लगा है। सोमवार को बरसात के बावजूद बड़ी संख्या में लोग राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2025 में खरीदारी के लिए पहुंचे। जवाहर कला केंद्र के दक्षिण परिसर में 9 मई से आरंभ हुए सहकार मसाला मेला के प्रति जयपुरवासियों की दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक दिन पहलेे रविवार को मेले जबरदस्त ग्राहकी रही। हजारों ग्राहकों ने शुद्ध सहकारी मसालों की जमकर खरीदारी की।
मेले में इस बार प्रवेश, पार्किंग और पेयजल की नि:शुल्क व्यवस्था के साथ-साथ ईवी ऑटोमैटिक मोबाइल चक्की द्वारा चुनिंदा साबुत (खड़े) मसालों की मुफ्त पिसाई करके दी जा रही है। सहकारिता विभाग और राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सहकार मसाला मेला, अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की थीम पर आधारित है।
25 स्टॉल्स पर केवल मिलेट्स से बने उत्पाद
राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला में इस बार बहुत कुछ लीक से हटकर है। सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव और रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां मंजू राजपाल के मार्गदर्शन में आयोजित किये जा रहे मसाला मेले में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप श्रीअन्न (मिलेट्स) को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। मेले में मोटे अनाज की 25 स्टॉल्स लगायी गयी हैं, जहां शामक, रागी, कोदो, कंगनी, कुटकी, ज्वार, बाजरा, सांवा से निर्मित दलिया, खिचड़ी, पोहा, सूजी, नूडल्स, पास्ता और कुकीज उपलब्ध कराये गये हैं। मिलेट्स को सुपरफूड भी कहा जाता है।
200 प्रकार के मसाले, खाद्य पदार्थ उपलब्ध
मेले में इस बार लगभग 200 प्रकार के खड़े एवं पीसे मसाले, चालव, गेहूं, दालें, नमकीन खाद्य पदार्थ, कुकिंग ऑयल, अचार, शर्बत, गुलकंद, शहद, वर्जिन कोकोनेट ऑयल, सूखे मेवे, मिलेट्स से बने उत्पाद, मेहंदी, हींग, ठण्डाई, आमपापड़ आदि बिक्री के लिए उपलब्ध कराये गये हैं। मीठे पानी से तैयार सब्जियां, ताजे फल, पुस्तकें, मैटल के किचन प्रोडक्ट्स, सरस और अमूल के उत्पाद भी उपलब्ध कराये गये हैं।
अन्य राज्यों के उत्पाद
जयपुरवासियों द्वारा सर्वाधिक पसंद किया जाने वाले इस मेले में राजस्थान के साथ-साथ गुजरात, केरल, तमिलनाडु, बिहार, आंध्रप्रदेश की सहकारी संस्थाओं, स्वयं सहायता समूह और विभिन्न राजीविका समूह अपने उत्पाद बिक्री के लिए लाये हैं। राजीविका समूहों द्वारा तैयार वस्त्र, लेडिज सूट्स, जूट से बने खिलौने, इमिटेशन ज्वैलरी और रेशम के कीट से प्राप्त रेशम के धागों से हस्तनिर्मित वस्त्रों के लिए मेले में पहली बार अलग से डोम तैयार किया गया है।
20 प्रतिशत अधिक स्टॉल लगाये
उपभोक्ता संघ के महाप्रबंधक राजेंद्र सिंह ने बताया कि रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां एवं प्रशासक कॉनफैड के निर्देशानुसार, इस बार मेले में पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक स्टॉल्स लगाये गये हैं। पहले से अधिक खुला एवं आकर्षक वाटरप्रूफ डोम बनाया गया है, जहां शीतल हवा के लिए विशालकाय कूलर लगाये गये हैं। मेला में फूड कोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। यह मेला 18 मई 2025 तक चलेगा।
प्रवेश-पार्किंग नि:शुल्क, प्रतिदिन तीन लक्की ड्रा
राजेंद्र सिंह ने बताया कि मेले का समय प्रात: 10 बजे से रात्रि 9 बजे तक रहेगा। प्रवेश एवं पार्किंग नि:शुल्क रहेगी। मेले में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अजमेर एवं जयपुर संभाग के कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। मंगलवार को बीकानेर संभाग द्वारा प्रायोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। मेले में आगन्तुक ग्राहकों के लिए प्रतिदिन लक्की ड्रॉ निकाले जा रहे हैं, जिनमें प्रथम पुरस्कार में 5100 रुपये, द्वितीय पुरस्कार में 3100 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार में 2100 रुपये का मसाला गिफ्ट हेम्पर दिया जाता है। सोमवार को जयपुर जोन द्वारा प्रायोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के समापन के उपरांत राजस्थान राज्य सहकारी बैंक लि. के प्रबंध निदेशक संजय पाठक, जयपुर जोनल एडिशनल रजिस्ट्रार एमएल गुर्जर, जयपुर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक दिनेशकुमार शर्मा एवं अन्य सहकारी अधिकारियों ने खुले मंच पर, उपस्थित जनसमुदाय के समक्ष लक्की ड्रा निकाला और विजेताओं को गिफ्ट हैम्पर वितरित किये।
मेगा ड्रा में स्मार्ट टीवी और डबल डोर फ्रिज
मेला के समापन पर मेगा बम्पर ड्रॉ की व्यवस्था भी की गई है। मेगा बम्पर ड्रॉ में प्रथम पुरस्कार में स्मार्ट टीवी, द्वितीय पुरस्कार में डबल डोर फ्रिज तथा तृतीय पुरस्कार में आटा मिलेट चक्की दी जाएगी। पुरस्कार में शामिल होने के लिए निर्धारित मूल्य की खरीदारी करने के उपरांत कूपन जमा करवाना होता है।
मोबाइल चक्की बनी आकर्षण का केंद्र
जवाहर कला केंद्र में आयोजित किये जा रहे राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला में संदीप गट्टानी अपनी ईवी ऑटोमैटिक आटा चक्की पर खड़े मसालों की मुफ्त पिसाई करके दे रहे हैं, साथ ही, शुगर फ्री आटा भी वाजिब दाम पर उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि 12 प्रकार के मोटे अनाज के मिश्रण से बना है। संदीप ने अपने आटाचक्की व्यवसाय को मोबाइल चक्की के नाम से पंजीकृत करवाया है। इस मोबाइल चक्की से अनाज और मसालों की पिसाई की का सकती है। मेेले में सीमित स्थान होने के कारण फिलहाल वे ग्राहकों को हल्दी, लाल मिर्च और गरम मसाला हाथों-हाथ पीस कर दे रहे हैं। वे अपने शुगर फ्री आटे को डायबिटिक पेशेंट के लिए संजीवनी बूटी के समान बताते हैं।
संदीप का कहना है कि शुगर फ्री आटे से ब्लड शुगर, ब्लडप्रेशर, एसेडिटी, कब्ज, बदहजमी, कोलेस्ट्रॉल और हाईपरटेंशन जैसे रोगों में आराम मिलता है। आम चक्की में जहां अनाज/मसाले पिसाई के दौरान घर्षण से गर्म हो जाते हैं, जिससे पोषक तत्व कम हो जाते हैं जबकि ईवी मोबाइल चक्की में ठंडी पिसाई होती है। उन्होंने मोबाइल चक्की के नाम से एप बनाया है, जिसे डाउनलोड करके ग्राहक अपने घर पर, अपनी आंखों के सामने ही अनाज/मसालों की पिसाई करवा सकते हैं।
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