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मूंगफली खरीद में अनियमितताओं की जांच का आदेश, जांच दलों का गठन

जयपुर, 5 मार्च (मुखपत्र)। राज्य केे तीन जिलों में मूंगफली खरीद के दौरान अनियमितताओं और अव्यवस्थाओं की भारी शिकायतों को देखते हुए राज्य सरकार ने जांच का आदेश दिया है। सहकारिता विभाग द्वारा तीन जांच दलों का गठन किया गया है, जो आगामी पांच दिन में मूंगफली की खरीद में अनियमितताओं कीजांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। इनमें बीकानेर जिले से सर्वाधिक शिकायतें आ रही हैं, जहां इस बार राजफैड की कड़ी शर्तों के कारण ट्रांसपोर्ट और हैंडलिंग के टेण्डर नहीं हो पाये। इसलिए परिवहन और रखरखाव का कार्य क्रय विक्रय सहकारी समिति के स्तर पर ही कराया जा रहा है।

सूत्रों से जानकारी मिली है कि ट्रांसपोर्ट एंड हैंडलिंग का काम वही लोग कर रहे हैं, जो पहले से करते आ रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। खरीद कार्य क्रय विक्रय सहकारी समितियां द्वारा निष्पादित किया जा रहा है, जिनमें सहकारिता विभाग के निरीक्षक मुख्य कार्यकारी के पद पर कार्यरत हैं। सहकारिता विभाग, राजफैड और नैफेड की सतत निगरानी के बावजूद, विभाग को मूंगफली की खरीद में अनियमिताओं की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। चूंकि, राजफैड के प्रशासक, स्वयं मुख्य सचिव सुधांश पंत हैं, इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर में पदस्थापित अधिकारियों को जांच का दायित्व सौंपा गया है।

तीन जांच दलों का गठन

सहकारिता विभाग द्वारा 5 मार्च को जांच का आदेश जारी कर तीन दलों का गठन किया गया है। बीकानेर के अलावा जोधपुर और जैसलमेर में भी मूंगफली की खरीद में अनियमितताओं की जांच करवायी जा रही है। दो दलों द्वारा बीकानेर जिले के पांच खरीद केंद्रों जबकि एक दल द्वारा जैसलमेर के दो तथा जोधपुर के एक खरीद केंद्र पर पीपीएस गाइडलाइंस के अनुसार मूंगफली की खरीद के सम्बंध में जांच की जायेगी।

आठ खरीद केंद्रों की जांच होगी, इनमें बीकानेर के पांच

संयुक्त शासन सचिव दिनेश कुमार जांगिड़ की ओर से जारी आदेशानुसार, सहकारिता विभाग के विशेषाधिकारी पंकजभानू सिंह गोगावत, उप रजिस्ट्रार नेतराम मीना और सहकारी निरीक्षक बिजेंद्र प्रसाद की टीम बीकानेर जिले में बीकानेर केवीएसएस, नोखा केवीएसएस और डूंगरगढ़ केवीएसएस की जांच करेगी। दूसरी टीम, जिसमें उप रजिस्ट्रार दिलीप पारीक (मैनेजर, कॉनफैड) और सहायक रजिस्ट्रार बीएम देसाई (विशेष लेखा परीक्षक, करौली) शामिल हैं, द्वारा बीकानेर जिले में ही खाजूवाला केवीएसएस और बज्जू केवीएसएस में जांच की जायेगी। जबकि सहायक रजिस्ट्रार राजीव थानवी और सहकारी निरीक्षक पुरुषोत्तम शर्मा के दो सदस्यीय दल द्वारा जोधपुर जिले में फलौदी केवीएसएस तथा जैसलमेर जिले में चांदन केवीएसएस तथा मोहनगढ़ केवीएसएस में जांच की जायेगी। इन दलों को 10 मार्च तक जांच कर, जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है।

बारदाने की कमी से खरीद हई प्रभावित

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में मूंगफली की खरीद 10 मार्च 2025 तक की जानी है। राजफैड के स्तर पर बारदाना की आपूर्ति में उदासीनता बरते जाने के कारण, खरीद कार्य के दौरान बहुत स्थानों पर बारदाना की आपूर्ति बाधित रही, जिसके चलते अभी भी क्रय केंद्रों पर किसानों की कतारें लगी हुई हैं। ये वही किसान हैं, जिनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन राजफैड द्वारा किया गया। राजफैड द्वारा प्रदेश में मूंगफली की खरीद 15 फरवरी 2025 तक की जानी थी। खरीद कार्य के दौरान बारदाना और वेयरहाउस की दिक्कतों के कारण, राज्य सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार द्वारा दो बार मूंगफली की खरीद की अवधि बढायी जा चुकी है। अभी खरीद की अंतिम तिथि 10 मार्च 2025 है।

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