सहकारिता

एसीबी ने सहकारी निरीक्षक को 2.75 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा

जयपुर, 14 अगस्त (मुखपत्र)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau/ACB) ने आज एक बड़ी कार्यवाही करते हुए सहकारिता विभाग के एक निरीक्षक को 2 लाख 75 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह मामला उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, जयपुर (शहर) के कार्यक्षेत्र का है और रिश्वत लेते पकड़ा गया निरीक्षक इसी कार्यालय में पदस्थ है।

एसीबी की कार्यवाहक महानिदेशक (पुलिस) स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी चौकी जयपुर नगर चतुर्थ को एक शिकायत इस आशय की मिली कि हरिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति द्वारा विकसित श्रीनाथ एनक्लेव सैकण्ड ग्राम हरगुन की नांगल उर्फ चारणवाला डिग्गी रोड तहसील सांगानेर, जयपुर में परिवादी के दो आवासीय भूखंड हैं, जो विवादित होने से स्टे प्राप्त करने की एजव में मिनी सचिवालय में स्थित कार्यालय उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, जयपुर (शहर) में पदस्थ सहकारी निरीक्षक नारायण वर्मा द्वारा प्रति प्लॉट 2 लाख रुपये, कुल 4 लाख रुपये उप रजिस्ट्रार शहर के लिए एवं 1 लाख रुपये स्वयं के लिए बतौर रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा था।

मांग के सत्यापन के दौरान सहकारी निरीक्षक 74 हजार रुपये प्राप्त कर चुका था। गुरुवार को आरोपी द्वारा रिश्वत राशि लेने के दौरान परिवादी को ज्योतिराव फूले चौराहा, स्वेज फार्म के पास बुलाया, जहां वह परिवादी को लगभग 10 किलोमीटर गलियों में घुमाता रहा। इसके बाद, फिर उसी चौराहे से गुर्जर की थड़ी की ओर जाने वाले रास्ते में स्कूटी रोक कर 2 लाख 75 हजार रुपये रिश्वत प्राप्त की गयी। निरीक्षक नारायण वर्मा के रिश्वत प्राप्त करते ही एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया और तलाशी के दौरान उससे रिश्वत के रूप में लिये गये 2 लाख 75 हजार रुपये बदामद कर लिये।

अन्य अधिकारियों की भूमिका के बारे में पूछताछ

एसीबी जयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक-द्वितीय आनन्द शर्मा के सुपरवीजन और एसीबी चौकी जयपुर नगर चतुर्थ के एडिशनल एसपी ज्ञानप्रकाश नवल के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक गम्भीर सिंह एवं अन्य ने ट्रैप की कार्यवाही को अंजाम दिया। स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में अन्य की भूमिका के संबंध में पूछताछ जारी है।

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