मुखपत्र

जनता सहकारी बैंक ने ‘छोटे लोगों का बड़ा बैंक’ के सूत्र को सार्थक किया – अमित शाह

पुणे, 22 फरवरी। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज महाराष्ट्र के पुणे में जनता सहकारी बैंक लिमिटेड की हीरक जयंती के समापन समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और श्री अजित पवार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन मे अमित शाह ने कहा कि जनता सहकारी बैंक द्वारा अर्जित किया गया विश्वास हम सबके लिए गौरव का विषय है। जनता सहकारी बैंक की स्थापना मोरोपंत पिंगले ने की थी, जिन्होंने कभी अपने लिए कुछ नहीं किया और कभी किसी चुनौती को पीठ नहीं दिखाई। श्रद्धेय मोरोपंत द्वारा बोया गया बीज आज वट वृक्ष बनकर 10 लाख लोगों के साथ जुड़ा हुआ है और ये हमारी संगठन की क्षमता औऱ अच्छे व्यवहार का परिचायक है। इस बैंक ने पूरे देश में एक अच्छा संदेश दिया है कि पारदर्शिता, समर्पण और निष्ठा के साथ कोई संस्था काम करती है तो वो कितना आगे बढ़ सकती है।

अमित शाह ने कहा कि छोटी-छोटी पूंजी मिलाकर एक बहुत बड़ा काम करने का नाम ही सहकारिता है। जनता सहकारी बैंक इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण है, जिसने ‘छोटे लोगों का बड़ा बैंक’ के सूत्र को सार्थक किया है।

जनता बैंक ने शुरू की देश की पहली कोऑपरेटिव डी-मैट संस्था

अमित शाह ने कहा कि 1949 में स्थापना के बाद जनता सहकारी बैंक 1988 में शेड्यूल्ड सहकारी बैंक बना, 2005 में इसने कोर बैंकिंग को स्वीकार किया, 2012 में मल्टीस्टेट शेड्यूल्ड कोऑपरेटिव बैंक बना और देश की सबसे पहली कोऑपरेटिव डी-मैट संस्था शुरू करने का सौभाग्य भी इसे मिला। उन्होंने कहा कि 71 शाखाओं, 2 एक्सटेंशन काउंटर्स, 1,75,000 सदस्यों और 10 लाख से ज़्यादा संतुष्ट ग्राहकों के साथ ये एक बैंक नहीं, बल्कि एक बहुत बड़ा परिवार है। आज इस बैंक की जमाराशि 9,600 करोड़ रुपए से अधिक है, जो बैंक में लोगों के विश्वास को दर्शाता है। शाह ने कहा कि समाज सेवा में भी जनता सहकारी बैंक ने कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा, चाहे लातूर का भूकंप हो, कोल्हापुर-सांगली की बाढ़ हो या फिर कोविड महामारी हो।

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