खास खबरराज्यसहकारिता

ब्याजमुक्त फसली ऋण वितरण का नया कीर्तिमान, सहकारी बैंकों ने बांटा 21,973 करोड़ रुपये का क्रॉप लोन, 29.81 लाख किसान हुए लाभान्वित

9 डीसीसीबी ने एक हजार करोड़ रुपये से अधिक ऋण बांटा, जयपुर सीसीबी ने सर्वाधिक 1632 करोड़ रुपये वितरित किये

जयपुर, 2 अप्रेल (मुखपत्र)। लाखों किसानों की फसली आवश्यकता को पूरी करने के लिए सहकारी बैंकों द्वारा राजस्थान में ब्याजमुक्त फसली ऋण वितरण का नया रिकार्ड कायम किया गया है। राजस्थान राज्य सहकारी बैंक (RSCB) के निर्देशन में, राजस्थान के जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (DCCB) द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियों (PACS, LAMPS) के माध्यम से वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 21 हजार 973 करोड़ रुपये से अधिक राशि का ब्याजमुक्त अल्पकालीन फसली ऋण वितरण किया गया। इससे किसानों को लगभग 1500 करोड़ रुपये के ब्याज की राहत दी गयी है। एक दर्जन से अधिक जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा वित्त वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य से अधिक ऋण वितरण कर किसानों को बड़ी राहत पहुंचायी गयी है।

भोमाराम, प्रबंध निदेशक

राजस्थान राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (अपेक्स बैंक) के प्रबंध निदेशक भोमाराम (सीनियर एडिशनल रजिस्ट्रार, सहकारिता सेवा) ने बताया कि वित्तीय वर्ष के दौरान 22 हजार करोड़ रुपये के सहकारी ऋण वितरण के लक्ष्य के विपरीत 31 मार्च 2024 तक, प्रदेश के 29 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा 7800 से अधिक प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) के माध्यम से 21 हजार 973 करोड़ 29 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया, जो कि लक्ष्य का 99.88 प्रतिशत है। इससे खरीफसीजन में 29 लाख 81 हजार 262 तथा रबी सीजन में 26 लाख 78 हजार 428 किसान लाभान्वित हुए हैं।

9 डीसीसीबी का ऋण वितरण 1000 करोड़ के पार

ऋण वितरण के लिहाज से राज्य के 9 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों में से प्रत्येक ने 1000 करोड़ रुपये या इससे अधिक राशि किसानों को अल्पकालीन फसली ऋण के रूप में उपलब्ध करायी। इनमें जयपुर डीसीसीबी द्वारा सर्वाधिक 1632.04 करोड़ रुपये (101.56 प्रतिशत) का क्रॉप लोन वितरण किया गया, जो कि एक रिकार्ड है। यह राज्य का एक मात्र केंद्रीय सहकारी बैंक है, जिसके द्वारा 1600 करोड़ रुपये से अधिक राशि का फसली ऋण वितरण किया गया है। इसके अलावा, डीसीसीबी सीकर द्वारा 1204.47 करोड़ रुपये (103.83 प्रतिशत), बाड़मेर द्वारा 1141.60 करोड़ रुपये (105.51 प्रतिशत), भीलवाड़ा द्वारा 1169.91 करोड़ रुपये (108.12 प्रतिशत), हनुमानगढ़ द्वारा 1159.89 करोड़ रुपये (90.38 प्रतिशत), चित्तौडग़ढ़ द्वारा 1141.90 करोड़ रुपये (100.87 प्रतिशत) और श्रीगंगानगर द्वारा 1113.23 करोड़ रुपये (96.63 प्रतिशत) का फसली ऋण किसानों को उपलब्ध कराया गया है।

14 बैंकों ने लक्ष्य से अधिक ऋण बांटा

उन्होंने बताया कि ऋण वितरण में राज्य के 14 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा किसानों की मांग को पूरी करने के लिए निर्धारित लक्ष्य से अधिक ऋण वितरण किया गया। इनमें जिला केंद्रीय सहकारी बैंक उदयपुर 113.81, दौसा 112.75, अलवर 108.15, भीलवाड़ा 108.12, बाड़मेर 105.51, बूंदी 103.98, सीकर 103.83, नागौर 103.69, डूंगरपुर 102.75, जोधपुर 102.52, जयपुर 101.56, झुंझुनूं 101.19, चित्तौडग़ढ़ 100.87 और झालावाड़ द्वारा 100.54 प्रतिशत ऋण वितरण किया गया।

2.62 लाख नये किसानों को अल्पकालीन फसली ऋण मिला

राज्य के जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 31 मार्च 2024 तक, 2 लाख 62 हजार 247 नये कृषक सदस्यों को सहकारी साख सुविधा से जोड़ते हुए, उन्हें लगभग 501.79 करोड़ रुपये का ब्याजमुक्त फसली ऋण उपलब्ध कराया गया। राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप, नये किसानों को जोडऩे में डूंगरपुर और उदयपुर सीसीबी सबसे आगे रहे, जिनके द्वारा निर्धारित लक्ष्य से अधिक किसानों को सहकारी साख सुविधा से जोड़ा गया। बाड़मेर, बांसवाड़ा, बीकानेर और नागौर केंद्रीय सहकारी बैंक का प्रदर्शन भी ठीक रहा।

 

 

 

error: Content is protected !!