सहकारिता

नवाचार अपनाकर ग्राम सेवा सहकारी समितियों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनायें – अंशदीप

गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक की आमसभा सम्पन्न, बैंक को चार साल में 2.45 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ

श्रीगंगानगर, 27 सितम्बर (मुखपत्र)। दी गंगानगर केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिडेट, श्रीगंगानगर की 71वीं वार्षिक साधारण सभा की बैठक बुधवार को अमर पैलेस में बैंक प्रशासक एवं जिला कलक्टर अंशदीप की अध्यक्षता में आयोजित हुई। एजीएम में बैंक कार्यक्षेत्र की 300 से अधिक सदस्य समितियों के अध्यक्षों, उपाध्यक्षो, प्रशासको द्वारा भाग लिया गया।

अध्यक्षीय सम्बोधन के दौरान बैंक की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए जिला कलेक्टर अंशदीप ने सदस्यों को बताया कि बैंक द्वारा वर्ष 2019-20 में 77.68 लाख रुपये, 2020-21 में 48.26 लाख रुपये, 2021-22 में 61.69 लाख रुपये और वर्ष 2022-23 में 59.70 लाख रुपये, पिछले चार साल में कुल 245.33 लाख रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया है।

ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कम्प्यूटरीकरण का कार्य जारी

उन्होंने बताया कि भारत सरकार की पैक्स कम्प्यूटराइजेशन योजना के तहत बैंक की 339 ग्राम सेवा सहकारी समितियों को कम्प्यूटरीकृत करने का कार्य प्रगति पर है। प्रथम चरण में चयनित 39 समितियों को नवम्बर 2023 तक ऑनलाइन कर दिया जायेगा। उन्होंने सहकारी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना में राजस्थान से एकमात्र समिति, श्रीगंगानगर जिले की घमूड़वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति का चयन होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, अन्य समितियों को भी नवाचार अपनाते हुए आर्थिक रूप से सुदृढ़ता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। इस योजना में नाबार्ड के सहयोग से समिति में 1 करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से वेयरहाउस, सीड प्रोसेसिंग यूनिट और कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना की जा रही है।

सदन ने सर्वसम्मति से प्रस्तावों का अनुमोदन किया

बैंक के प्रबंध निदेशक संजय गर्ग ने बताया कि साधारण सभा द्वारा बैंक द्वारा प्रस्तुत समस्त एजेण्डा विषयों को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया। इसमें गत कार्यवाही की पुष्टि, वर्ष 2019-20 से 2022-23 तक के ऑडिटेड लाभ-हानि खाते व संतुलन चित्र का अनुमोदन, गत 4 वर्ष के ऑडिट आक्षेपों की अनुपालना का अनुमोदन, गत 4 वर्ष के बजट व वास्तविक आय-व्यय की पुष्टि, बैंक की वर्ष 2023-24 की विकास कार्य योजना का अनुमोदन, गत 4 वर्ष की सीआरएआर का अनुमोदन, गत 4 वर्ष में अधिकतम साख सीमा में प्राप्त की गयी और छूट की पुष्टि आदि प्रस्तावों की सर्वसम्मति से पुष्टि की गयी।

उन्होंने बताया कि आमसभा में सदस्यों द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियों की विभिन्न समस्याओं के सम्बंध में विचार प्रकट करते हुये सहकारिता को समृद्ध करने के लिये विभिन्न सुझाव प्रस्तुत किये गये।

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