सहकारिता

सहकारी बैंकों में नवोन्मेषी बैंकिंग उत्पाद, डिजिटल बैंकिंग सुविधा एवं सुशासन समय की मांग – आमेरा

सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने अपेक्स बैंक के 76.21 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड शुद्ध लाभ अर्जन व श्रेष्ठ वित्तीय परिणाम के लिए बैंक कार्मिकों को दी बधाई

जयपुर, 29 अप्रेल (मुखपत्र)। ऑल राजस्थान कोआपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन व ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव, सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने दी राजस्थान स्टेट को-आपरेटिव बैंक लिमिटेड (अपेक्स बैंक) द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 76 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध लाभ अर्जित करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए समस्त बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी हैं।

सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा

सहकार नेता ने एक बयान में कहा कि अपेक्स बैंक द्वारा जमाओं, ऋण वितरण, एनपीए, रिजर्वस्, शेयर कैपिटल व सीआरएआर आदि वित्तीय मापदण्ड में आशानुकूल प्रदर्शन किया, जिसके फलस्वरूप बैंक द्वारा इस वर्ष अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड शुद्ध लाभ 76.21 करोड़ अर्जित किया गया। इस पर बैंक द्वारा लगभग 28 करोड़ रुपये का आयकर भुगतान किया गया, जो कि राजस्थान के को-ऑपरेटिव सैक्टर के लिए गर्व का विषय है। आमेरा ने सहकारी बैंकों की उतरोत्तर प्रगति के लिए निष्ठा व एकजुटता से काम करने का आह्वान किया है।

सहकार नेता आमेरा ने वित्तीय वर्ष में अपेक्स बैंक की शानदार आर्थिक प्रगति व प्रगतिशील परिणाम के लिए बैंक प्रशासक एवं सहकारिता विभाग की शासन सचिव श्रीमती शुचि त्यागी (IAS) व प्रबंध निदेशक भोमाराम (RCS) को कुशल नेतृत्व व प्रबंधन के लिए बधाई दी है।

आमेरा ने बैंक प्रबंधन से अपेक्षा की है कि बैंक के आर्थिक लाभ व आयकर की भारी राशि के मद्देनजऱ लाभ में भागीदारी व सीएसआर में अपेक्स बैंक कार्मिक कल्याण व सामाजिक सुरक्षा के लिए कल्याणकारी सुविधाएँ व योजनाएं शुरू करने पर पहल करनी चाहिए।

आमेरा ने सरकार, सहकारिता विभाग व बैंक प्रबंधन से सहकारी बैंकों की आर्थिक सुदृढ़ता, सक्षमता व मज़बूती के लिए सहकारी बैंकों में अविलम्ब रिक्त पदों पर कार्मिकों की भर्ती करने, बैंकिंग सेक्टर में आ रहे बदलाव व नवाचार के साथ समयानुकूल मांग पूर्ति के लिए आईटी आधारभूत संरचनात्मक मजबूती, नेट डिजिटल बैंकिंग, नवीन बैंकिंग उत्पाद लागू करने व सुशासन के लिए बैंकों में स्वच्छ छवि वाले सक्षम, पेशेवर, जवाबदेह और परिणामोन्मुख मुख्य कार्यकारी अधिकारी लगाए जाने की आवश्कयता जतायी है। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों में व सहकारिता विभाग में, बैंकों में मानव संसाधन विकास के प्रति सकारात्मक एवं प्रगतिशील दृष्टिकोण इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

 

 

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