किसानों को बड़ी राहत, 20 प्रतिशत टूटे-सिकुड़े दाने वाला गेहूं भी समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा
भारत सरकार ने गेहूँ के गुणवत्ता मापदण्डों में छूट प्रदान की
जयपुर, 30 अप्रेल (मुखपत्र)। राजस्थान सहित देशभर में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद का कार्य प्रगति पर है। इस बीच, भारत सरकार द्वारा किसानों को बड़ी राहत प्रदान करते हुए गेहूँ के गुणवत्ता मापदण्डों में छूट प्रदान की गई है। इससे किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में दिक्कत नहीं आयेगी। सहकारिता विभाग की शासन सचिव श्रीमती शुचि त्यागी ने बताया कि अपरिपक्व एवं टूटे-सिकुड़े हुए दाने के गेहूँ की अधिकतम सीमा 6 प्रतिशत निर्धारित थी, जिसे अब 20 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है तथा गेहूँ की चमक की सीमा 70 प्रतिशत तक स्वीकार्य है। उन्होंने किसानों से अपील है कि वह अधिकाधिक गेहूँ समर्थन मूल्य योजनान्तर्गत विक्रय हेतु क्रय केन्द्रों पर लावें।
ऑनलाइन गिरदावरी कोई अन्य फसल अंकित है, तो भी टेंशन नहीं
उन्होंने बताया कि कुछ किसानों की ऑनलाइन गिरदावरी में गेहूँ के जगह अन्य जिन्स जैसे सरसों, चना आदि अंकित हो गया है, तो ऐसे किसानों को खाद्य विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा राहत प्रदान की गई है। अब ऐसे किसान पटवारी प्रमाणित ऑफलाइन गिरदावरी लाकर अपनी गेहूँ की उपज को क्रय केन्द्रों पर लाकर समर्थन मूल्य पर विक्रय कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को भारत सरकार की समर्थन मूल्य गेहूँ खरीद योजना में दी गई छूट का अधिकाधिक लाभ उठाना चाहिये।
समस्या के समाधान के लिए हेल्पलाइन नम्बर
राज्य में गेहूँ खरीद से संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु हैल्पलाइन नम्बर 18001806030 स्थापित किया हुआ है, जहां किसान खरीद सम्बंधी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
राजफैड ने 22900 एमटी गेहूं की खरीदा
श्रीमती शुचि त्यागी ने बताया कि राजफैड द्वारा अब तक 2799 किसानों से 55 करोड़ रुपये मूल्य की 22 हजार 900 मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ की खरीद की गई है। भारत सरकार द्वारा गेहूँ का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है एवं राज्य सरकार द्वारा 125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को बोनस दिया जा रहा है। इस प्रकार किसानों को गेहूँ का 2400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बैंक खाते में ऑनलाइन प्रक्रियानुसार भुगतान किया जा रहा है।