मुखपत्र

लू और तापघात के रोगियों के लिए जन सेवा हॉस्पिटल में विशेष व्यवस्था

श्रीगंगानगर, 31 मई (मुखपत्र)। भीषण गर्मी और लू को देखते हुए हनुमानगढ़ रोड पर टांटिया यूनिवर्सिटी कैम्पस में स्थित डॉ. एसएस टांटिया मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (जन सेवा हॉस्पिटल) में विशेष व्यवस्था की गई हैं। इसके चलते लू-तापघात के रोगियों को तुरंत राहत प्रदान की जा रही है।

हॉस्पिटल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रो. बलजीतसिंह कुलड़िया  ने बताया कि तीव्र गर्मी और लू के कारण इन दिनों रोज ही लू-ताप के रोगी हॉस्पिटल आ रहे हैं। यहां आने वाले अधिकतर रोगी गंभीर अवस्था में होते हैं। उनके लिए विशेष रूप से व्यवस्थाएं की गई हैं। आपातकालीन विभाग में डॉ. राजीव सिंगल के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं अन्य प्रशिक्षित स्टाफ को विशेष रूप से लगाया गया है। ठंडे पानी के कैम्पर और बर्फ आदि भी पर्याप्त मात्रा में रखी जा रही है। इस बीच, विभाग की ओर से आमजन को लू-ताप घात से बचने के लिए गाइड लाइन भी जारी गई है और लोगों को धूप में निकलने से मना किया जा रहा है।

डॉ. एसएस टांटिया मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सहायक आचार्य (आपातकालीन विभाग) डॉ. राजीव सिंगल ने बताया कि अभी कई दिन तक तेज गर्मी रहेगी। इसलिए बचाव के उपाय किए जाने चाहिएं। उन्होंने बताया कि आमजन को दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। सुबह 11 से शाम चार बजे तक धूप में निकलने से बचना चाहिए। जरूरी होने पर छाता लेकर चलें या टोपी, साफा इत्यादि साथ रखें। डॉ. राजीव के अनुसार लू लगने के लक्षणों में अत्यधिक पसीना आना तो शामिल है ही, साथ ही कई बार पसीना नहीं आना और भी खतरनाक साबित होता है। तेज बुखार, सिरदर्द, चक्कर और उल्टी आना, त्वचा का सूखना और लाल होना, मानसिक भ्रम, चिड़चिड़ापन और बेहोशी आना भी इसी के लक्षण हैं।

डॉ. राजीव के अनुसार लू से पीड़ित होने पर रोगी को तुरंत चिकित्सालय में भर्ती करवाना चाहिए। परंतु उससे पहले प्राथमिक उपचार के तौर पर पीड़ित को छायादार और ठंडी जगह पर रखें, कपड़े ढीले कर दें, गीले कपड़े से शरीर को पोंछें, बर्फ का उपयोग भी कर सकते हैं। ठंडा पानी पिलाएं, अगर उल्टी हो रही हो तो तुरंत हॉस्पिटल ले जाएं।

 

 

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