सहकारिता

सहकारी समितियों को डिपोजिटर्स एवं कर्जदारों की सूचियां सार्वजनिक करने का निर्देश

सोसाइटियों में गबन, वित्तीय अनियमितताओं के उपरांत वित्तदाता बैंक ने उठाया कदम

जयपुर, 27 फरवरी (मुखपत्र)। प्रदेश में सहकारी सोसाइटियों में गबन एवं वित्तीय अनियमितता के मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं। इसे देखते हुए अब सहकारी बैंकों ने जमाकर्ताओं के धन की सुरक्षा के लिए चौकसी विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में, प्रदेश के गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड द्वारा गंगानगर जिले की समस्त ग्राम सेवा सहकारी समितियां, जिनमें संचयी योजना के तहत मिनी बैंक संचालित हैं, को ऋणियों की सूचियां सार्वजनिक करने का आदेश दिया है। बैंक द्वारा हाल ही में, जिले में संचालित समस्त मिनी बैंकों का निरीक्षण करवाया गया था। बैंक प्रबंधन ने निरीक्षण रिपोर्ट्स की समीक्षा के बाद, यह आदेश जारी किया गया। गंगानगर जिले की 6 ग्राम सेवा सहकारी समितियों – 2 जीबीए एवं बुगिया (जैतसर), सरदारपुरा बीका, जानकीदासवाला, भगवानगढ़ (सूरतगढ़) और 10 जैड (श्रीगंगानगर) में वित्तीय अनियमितताएं सामने आने के बाद, बैंक ने यह कदम उठाया है। इस कड़ी में शीघ्र ही जिले की सादुलशहर विधानसभा क्षेत्र की एक और बड़ी समिति का नाम भी जुड़ सकता है, जिसकी जांच, सहकारिता मंत्री के आदेश पर सहकारिता निरीक्षक द्वारा की जा रही है।

बैंक प्रबंधन की ओर से 24 फरवरी 2025 को समस्त शाखा प्रबंधकों को एक आदेश जारी किया गया, जिसमें अमानत संग्र्रहण का कार्य कर रही ग्राम सेवा सहकारी समितियां के अमानतदारों एवं प्राप्त अमानतों में से वितरित ऋणों (ऋणियों) की सूची ग्राम पंचायत कार्यालय, तहसील कार्यालय तथा उपखंड कार्यालय पर चस्पां करने के लिए कहा गया है। बैंक ने स्पष्ट किया है कि सूची में केवल नाम अंकित किये जाने हैं, राशि का खुलासा नहीं करना है। शाखा प्रबंधकों को पाबंद किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र की, अमानत संग्रहण करने वाली समस्त ग्राम सेवा सहकारी समितियों से इस कार्य को 7 दिवस में पूर्ण करवाकर, इस आशय का प्रमाणपत्र प्रधान कार्यालय को प्रेषित करें।

बैंक प्रबंधन के अनुसार, जिला कलेक्टर एवं गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक की प्रशासक श्रीमती मंजू द्वारा 21 फरवरी 2025 को आयोजित समीक्षा बैठक दिये गये निर्देशों की पालना में, सहकारी समितियों को अमानतदारों एवं ऋणियों की सूची चस्पा करने का आदेश जारी किया गया है।

उल्लेखनीय है कि गंगानगर जिले में 342 ग्राम सेवा सहकारी समितियां कार्यरत हैं, जिनमेें से लगभग पौने दो सौ समितियां अमानत संग्रहण का कार्य कर रही हैं।

 

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