पैक्स को बड़े गोदामों के निर्माण के लिए तैयार करें – डॉ. भूटानी
अन्न भण्डारण क्षमता बढ़ाने के लिए नवीन गोदामों के निर्माण पर करें फोकस
इफको-कृभको को निर्देश, अधिकतम खाद पैक्स को उपलब्ध करायें
जयपुर, 16 मई (मुखपत्र)। सहकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव डॉ. आशीषकुमार भूटानी ने कहा कि राजस्थान में गोदाम निर्माण की अपार संभावना हैं। राज्य में अन्न भण्डारण क्षमता बढ़ाने पर विशेष रूप से फोकस करते हुए नये गोदामों का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि विकेन्द्रीकृत व्यवस्था करते हुए खरीद केंद्रों के निकट क्षेत्रों की बजाय अधिक उपभोग वाले क्षेत्रों में अधिक गोदाम निर्माण किए जाने की आवश्यकता है। इससे ट्रांसपोर्टेशन पर होने वाले व्यय में कमी आएगी।
डॉ. भूटानी शुक्रवार को राजस्थान राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के बोर्ड मीटिंग हॉल में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 एवं ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम के अंतर्गत क्रियान्वित की जा रही पहलों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान सहकारिता से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर कार्य कर रहा है। छोटे-छोटे गोदामों के निर्माण की बजाय पैक्स को बड़े गोदामों का निर्माण करने के लिए तैयार किया जाए। फसल बीमा का कार्य पैक्स और कॉमन सर्विस सेंटर्स के माध्यम से करवाये जाने के गंभीरता से प्रयास किए जाएं। साथ ही, राज्य की सहकारी समितियों को राष्ट्रीय स्तर पर गठित की गई तीन नवीन सहकारी संस्थाओं का सदस्य बनने के लिए प्रेरित किया जाए। इन समितियों का सदस्य बनने से समितियों को कई प्रकार के लाभ मिलेंगे।
खाद वितरण में पैक्स को प्राथमिकता दी जाये
सहकारिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ जैन ने कहा कि केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा खाद वितरण के लिए पैक्स को प्राथमिकता दी जाए तथा इफको एवं कृभको आदि संस्थाओं द्वारा भी डीएपी, यूरिया का पैक्स को ही आवंटन किया जाए। केन्द्र सरकार के स्तर से इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 25 से 30 प्रतिशत अधिक खाद का वितरण पैक्स के माध्यम से किया जाना सुनिश्चित किया जाए। खाद की पैक्स तक डिलीवरी की व्यवस्था की जाए तथा जिन पैक्स के पास फर्टिलाइजर लाइसेंस नहीं है, उन्हें लाइसेंस दिलवाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
कम्प्यूटरीकृत पैक्स में सीएससी खोले जायें
श्री जैन ने कहा कि जन-धन केन्द्र लोगों की अधिक आवाजाही वाले स्थानों पर खोले जाएं। जिन पैक्स का कम्प्यूटराइजेशन किया जा रहा है, उन सभी में कॉमन सर्विस सेंटर बनाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पैक्स कम्प्यूटराइजेशन की समयबद्ध क्रियान्विति तथा दुग्ध उत्पादकों को अधिक रूपे कार्ड जारी करने के लिए नाबार्ड के स्तर से मॉनिटरिंग व्यवस्था सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता है।
रजिस्ट्रार मंजू राजपाल ने दिया प्रस्तुतीकरण
सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्रीमती मंजू राजपाल ने बैठक में प्रस्तुतीकरण देते हुए अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अंतर्गत आयोजित की जा रही गतिविधियों एवं सहकार से समृद्धि कार्यक्रम की विभिन्न पहलों की प्रगति से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि राज्य में 41 हजार से अधिक सहकारी समितियां हैं, जिनके एक करोड़ से अधिक सदस्य हैं। प्रदेश के लगभग 80 लाख कृषक सहकारिता से जुड़े हुए हैं।

4837 पैक्स गो-लाइव
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि अब तक 4837 पैक्स को गो-लाइव किया जा चुका है और हम मई माह के अंत तक 5000 पैक्स गो-लाइव करने के लक्ष्य के बहुत निकट हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय बीज सहकारी समिति की सदस्यता के लिए राज्य की लगभग 2000 समितियों द्वारा आवेदन किया गया है। राष्ट्रीय स्तर की तीन नई सहकारी समितियों की नोडल एजेंसी के रूप में राजफेड को नामित किया गया है तथा उनके साथ एमओयू की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। साथ ही, नई एम-पैक्स एवं डेयरी सोसायटी के गठन की दिशा में भी राज्य में अच्छा कार्य हुआ है।
पैक्स के कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति
रजिस्ट्रार ने बताया कि राज्य में 500 मीट्रिक टन क्षमता के 100 गोदाम स्वीकृत किए गए हैं। नवनिर्मित अन्न भण्डारण गोदामों का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा जून माह में करवाया जाना प्रस्तावित है। राज्य में पैक्स द्वारा अतिरिक्त कार्य शुरू किए जाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं और इसमें संतोषप्रद प्रगति है। सहकार में सहकारिता के अंतर्गत भी उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 5 प्रतिशत अनुदान पर कृषि एवं अकृषि ऋण की योजना को स्वयं सहायता समूहों के लिए विस्तारित किया जा रहा है।
राजीविका के उत्पादों को कॉनफेड तथा जिला सहकारी भण्डारों के विक्रय केन्द्रों पर बिना किसी शुल्क के उपलब्ध करवाया जाएगा तथा श्री अन्न आउटलेट खोले जाएंगे। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत मनरेगा के माध्यम से पैक्स द्वारा नर्सरी शुरू करने पर फोकस किया जा रहा है। ‘म्हारो खातो, म्हारो बैंक’ अभियान के तहत डेयरी सोसायटियों के सहकारी बैंकों में खाते खोले जा रहे हैं।
ये अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संदीप वर्मा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख शासन सचिव सुबीरकुमार, पशुपालन, मत्स्य एवं गोपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा, उद्यानिकी आयुक्त सुरेशकुमार ओला, राजफेड के प्रबंध निदेशक मोहम्मद जुनैद, नाबार्ड के सीजीएम डॉ. राजीव सिवाच, सहकारिता विभाग के संयुक्त शासन सचिव दिनेश कुमार जांगिंड़, सहकारिता मंत्री के विशिष्ट सहायक सूरजसिंह नेगी, सहकारिता विभाग की एडिशनल रजिस्ट्रार-प्रथम शिल्पी पांडे, एडिशनल रजिस्ट्रार-द्वितीय एवं डॉ. भूटानी के आज के दौरे के प्रोटोकॉल ऑफिसर संदीप खंडेलवाल, सीनियर एडिशनल रजिस्ट्रार भोमाराम, अपेक्स बैंक एमडी संजय पाठक, राज्य भूमि विकास बैंक के प्रबंध निदेशक जितेंद्र प्रसाद, एडिशनल रजिस्ट्रार सुरेंद्र सिंह राठौड़, सुरभि शर्मा, गोपाल कृष्ण, राइसेम डायरेक्टर आरएस चूण्डावत, ज्वाइंट रजिस्ट्रार अनिलकुमार, सोनल माथुर, ज्योति गुप्ता आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
Top Trending News
राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला, देश के सहकारी क्षेत्र के लिए गौरव : डॉ. भूटानी
सहकारिता विभाग ने 50 प्राथमिक सहकारी समितियां के गठन की स्वीकृति जारी की
नया कोऑपरेटिव कोड सहकारी समितियों के आधुनिकीकरण की दिशा में महत्ती कदम – भजनलाल शर्मा
ऑडिट नहीं करवाने पर दो सहकारी सोसाइटियों के संचालक मंडल भंग, प्रशासक नियुक्त
https://mukhpatra.in/in-the-review-meeting-apex-bank-md-gave-instructions-to-reduce-npa-and-increase-loans-in-non-farming-sector/
भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड की देश में पहली लीडरशिप मीट का गंगानगर में आयोजन
मुख्यमंत्री अवधिपार ब्याज राहत योजना लागू, ऋणियों का अवधिपार ब्याज और दंडनीय ब्याज माफ होगा
सरकार ने 2 लाख से अधिक किसानों को दी राहत, फसली ऋण अदायगी की तिथि बढ़ाई
आजादी के 75 वर्ष बाद देश को मिल रही पहली कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी