सहकारिता

इफको को 4 हजार करोड़ रुपये के रिकार्ड लाभ की उम्मीद – डॉ. अवस्थी

नई दिल्ली, 3 अप्रेल। देश की सबसे बड़ी उर्वरक उत्पादक सहकारी संस्था – इफको – ने वित्त वर्ष 2022-23 में 4000 करोड़ रुपये से अधिक का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) होने की उम्मीद है, जो अब तक का सर्वाधिक लाभ होगा। इंडियन फार्मर फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव सोसाइटी (इफको) के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने रिकार्ड लाभ अर्जित करने एवं वित्त वर्ष 2023-24 की बधाई देते हुए एक संदेश जारी किया है। अपने संदेश में, डॉ. अवस्थी ने सम्पूर्ण इफको परिवार, किसानों व सहकारी बंधुओं और इफको से जुड़े सभी मित्रों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इफको की नैनो तकनीक न केवल किसानों के लिए गेम चेंजर है, बल्कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसको कृषि के लिए गेम चेंजर माना है। अपने संदेश में अवस्थी ने न केवल नैनो तकनीक के महत्व को रेखांकित किया बल्कि उसे ‘कृषि 2.0’ बताया है।

विश्व में पहली बार नैनो तकनीक आधारित तरल उर्वरकों का उत्पादन करने वाली संस्था, इफको के एमडी डॉ. अवस्थी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 हमारे लिए ऐतिहासिक रहा है, क्योंकि इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कलोल में दुनिया के पहले इफको नैनो यूरिया संयंत्र का डिजिटल रूप से उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देवघर में इफको नैनो यूरिया संयंत्र का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने फूलपुर और आंवला में इफको नैनो यूरिया संयंत्रों का उद्घाटन किया और इसे प्रदूषण पर अंकुश लगाने वाली सर्वश्रेष्ठ हरित तकनीक बताया।

इफको नैनो डीएपी को एफसीओ की मंजूरी मिली

प्रबंध निदेशक ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में नैनो तकनीक के रूप में इफको की उन्नति पिछले वर्ष उर्वरक क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि रही है। इफको नैनो डीएपी को भी एफसीओ की मंजूरी मिल गई है, जो एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया (तरल), नैनो डीएपी जैसे तकनीकी नवाचार पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों को कम करके कृषि-खाद्य क्षेत्र के भविष्य को संवार रहे हैं। इस प्रकार लागत कम करके एवं उत्पादकता को बढ़ाते हुए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।

नैनो यूरिया की 3.26 करोड़ बॉटल्स की बिक्री

डॉ. अवस्थी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में इफको नैनो यूरिया (तरल) की 3.26 करोड़ से अधिक बोतलों की बिक्री करने में सफल रहे। इफको नैनो यूरिया की 4.80 करोड़ बोतलों के रूप में हमने 21.60 लाख मीट्रिक टन के बराबर यूरिया का भी उत्पादन किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान इफको नैनो डीएपी की 4 लाख बोतल खुदरा दुकानों/क्षेत्रीय गोदामों में भेजी गईं। अब हमारे पास इफको नैनो यूरिया और इफको नैनो डीएपी के लिए समर्पित वेबसाइट है, जो 11 क्षेत्रीय भाषा और 7 विदेशी भाषा में उपलब्ध है।

129 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों की बिक्री

उन्होंने बताया कि टीम के सामूहिक प्रयास और समर्पण के साथ इफको संयंत्रों से वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुशल परिचालन करते हुए, 95.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का उत्पादन करने में सफल रहे। इसमें 48.80 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 30 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 46.75 लाख मीट्रिक टन एनपी/एनपीके/डीएपी/जल विलेय उर्वरक और विशिष्ट उर्वरक शामिल हैं। इफको के जल विलेय उर्वरक/विशिष्ट उर्वरक/सागरिका ग्रेन्युल फर्टिलाइजर्स ने 2.38 लाख टन और सागरिका लिक्विड ने 12 लाख लीटर की उल्लेखनीय बिक्री हुई। हम 126.25 लाख मीट्रिक टन उर्वरक बेचने में सफल रहे। हम देश भर में 129.07 लाख मीट्रिक टन यूरिया/एनपी/एनपीके/डीएपी/जल विलेय उर्वरकों और विशिष्ट उर्वरकों का प्रेषण करने में सफल रहे।

4 हजार करोड़ रुपये कर पूर्व लाभ की उम्मीद

डॉ. अवस्थी ने सहर्ष बताया कि इफको का कर पूर्व लाभ 4000 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है, यह इफको के लिए अब तक का सर्वाधिक लाभ है। उन्होंने कहा कि सामरिक प्रबंधन समूह की विशेषज्ञता ने लाभदायक संचालन और विदेशी उद्यमों से उच्च वित्तीय रिटर्न सुनिश्चित किया है। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान इफको समूह का मूल्यांकन 1.05 लाख करोड़ से अधिक होने का अनुमान लगाया गया है।

पारादीप और फूलपुर में रिकार्ड उत्पादन

मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि इफको पारादीप संयंत्र ने न केवल एकल स्ट्रीम फॉस्फोरिक एसिड संयंत्र से 8.4 लाख मीट्रिक टन 100 प्रतिशत फारफोरस पैन्टॉक्साइड (क्क2ह्र5) का विश्व का उच्चतम वार्षिक फॉस्फोरिक एसिड उत्पादन किया है, बल्कि निरीक्षण के बाद पहली बार 2 मिलियन मीट्रिक टन उर्वरक उत्पादन का मील का पत्थर भी पार किया, इसके साथ ही 114 प्रतिशत उपयोग क्षमता हासिल की। वर्ष 2022-23 में फूलपुर-द्वितीय इकाई ने अब तक का सर्वाधिक 12.20 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया का उत्पादन और प्रेषण किया, जो यूरिया के लिए 5.14 जी कैल/मी. टन की अब तक की न्यूनतम ऊर्जा खपत के साथ है। इसके अलावा, हमने यूरिया की 5.25 जी कैल/ मी. टन अमोनिया यूरिया इकाइयों की अब तक की सबसे कम समग्र ऊर्जा खपत हासिल की है।

कलोल संयंत्र से उच्चतम उत्पादन

कलोल संयंत्र में वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान क्रमश: 4 लाख मीट्रिक टन और 6.61 लाख मीट्रिक टन अमोनिया और यूरिया का उच्चतम वार्षिक उत्पादन हासिल किया। कांडला इकाई को आयातक श्रेणी के तहत सीमा शुल्क विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए दूसरे उच्चतम सीमा शुल्क भुगतानकर्ता के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया है।

इफको बना राष्ट्रीय सहकारी समितियों का प्रमोटर

डॉ. अवस्थी ने बताया कि इफको किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से सहकारी समितियों और किसानों की सेवा करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। इफको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि, आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि’ के विजन के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के सक्षम नेतृत्व और मार्गदर्शन में इफको ‘राष्ट्रीय निर्यात सहकारी समिति’ और ‘राष्ट्रीय बीज सहकारी लिमिटेड’ का प्रमोटर सदस्य बना।

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