राज्यसहकारिता

ऋण योजनाओं के प्रचार और अच्छे ऋणियों की तलाश में शीतलहर में निकला सहकारी भूमि विकास बैंक का कारवां

श्रीगंगानगर, 13 जनवरी (मुखपत्र)। जनवरी माह की हाड़ कम्पकपा देने वाली शीतलहर और सघन ओस वाले जीरो विजिबिलिटी मौसम में श्रीगंगानगर प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छे और नये ग्राहकों की तलाश में ऋण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। बैंक की उत्तरोत्तर प्रगति के उद्देश्य से अपने दूधमुंहे बच्चे को घर पर छोड़कर, बैंक की सचिव प्रियंका जांडिग़ इन शिविरों का नेतृत्व कर रही हैं।

जनवरी 2023 के पहले पखवाड़े में अब तक दो ऋण शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। पहला शिविर गत 6 जनवरी को पदमपुर क्रय विक्रय सहकारी समिति परिसर में आयोजित किया गया था, जबकि दूसरा शिविर आज शुक्रवार को रिडमलसर क्रय विक्रय सहकारी समिति प्रांगण में आयोजित किया गया। शुक्रवार को जब पंजाबी कल्चर वाले गंगानगर जिले के लोग लोहड़ी का त्योहार मनाने की तैयारी में जुटे हुए थे, तब गंगानगर पीएलडीबी का स्टाफ अपनी ऊर्जावान सचिव के साथ किसानों, ग्रामीणों को बैंक की ऋण योजनाओं की जानकारी देने में जुटा रहा।

भूमि विकास बैंक दे रहे हैं सबसे सस्ता लोन


रिमडलसर केवीएसएस में आयोजित ऋण शिविर में बैंक सचिव प्रियंका जांगिड़ ने किसानों को बताया कि वर्तमान में राज्य में सहकारी भूमि विकास बैंक द्वारा ही सबसे कम ब्याज दर पर कृषि कार्यों के लिए लोंग टर्म लोन दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों और ग्रामीणों को बताया कि भूमि विकास बैंक की कृषि आधारित दीर्घकालीन ऋण योजनाओं का, अत्यंत कम ब्याज दर पर, लाभ कैसे उठाया जाये। किसानों को उदाहरण देते हुए बताया गया कि प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक की ऋण योजनाएं, अन्य बैंकों से सस्ती क्यों हैं?

किसी बिचोलिये की जरूरत नहीं

उन्होंने कहा कि ऋण लेने के इच्छुक किसान सीधे बैंक के प्रधान कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं, भूमि विकास बैंक से लोन लेने के लिए किसी बिचोलिये की जरूरत नहीं है। राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक के प्रतिनिधि तरुण भादू ने बैंक की विभिन्न ऋण योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। बैंक के लोन सुपवाइजर सुनील शर्मा ने किसानों को ऋण योजनाओं के लिए जरूरी दस्तावेजों और समय पर लोन की किश्तें चुकाने की जानकारी दी, साथ ही बताया कि वर्तमान में लागू 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान का लाभ ऋणी किसान कैसे उठा सकते हैं।

किसानों को पीएलडीबी की ऋण योजनाओं की जानकारी नहीं

कड़ाके की ठण्ड के बीच, ऋण शिविरों के आयोजन बाबत पूछे जाने पर सचिव प्रियंका जांगिड़ ने मुखपत्र को बताया कि हम (पीएलडीबी) सबसे कम ब्याज दर पर किसानों को कृषि कार्यों के लिए लम्बी अवधि का लोन उपलब्ध करवा रहे हैं, लेकिन योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के अभाव में, अच्छे ऋणी नहीं मिल पा रहे। इसका एक बड़ा कारण स्टाफ की कमी भी है। इसके अलावा, छोटे छोटे कस्बों में, नेशनलाइज बैंक एवं अन्य प्रतिस्पर्धी बैंकों की शाखाएं खुलने से, किसान उनकी ओर ही आकर्षित हो रहे हैं जबकि राज्य सरकार द्वारा केवल सहकारी भूमि विकास बैकों से लोन लेने वाले किसानों को ही 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान का लाभ दिया जा रहा है।

ब्याज अनुदान का लाभ, समय पर किश्त का चुकारा करने वाले ऋणी किसानों को मिल रहा है। वर्तमान में भूमि विकास बैंक द्वारा देय ऋण पर 11.80 प्रतिशत ब्याज दर लागू है, जो कि ब्याज अनुदान के पश्चात केवल 6.80 प्रतिशत प्रभावी रहती है। लेकिन प्रचार-प्रसार के अभाव में किसान पीएलडीबी तक नहीं पहुंच पा रहे। किसानों को बैंक से जोडऩे, ऋण योजनाओं का प्रचार प्रसार करने और लोन पोर्टफोलिया में बढोतरी के लिए क्रय विक्रय सहकारी समितियों और बड़ी ग्राम सेवा सहकारी समितियों के स्तर पर ऋण शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

शिविर लगातार जारी रहेंगे

उन्होंने बताया कि अब तक पदमपुर और रिडमलसर में शिविर लगाये जा चुके हैं। आगामी दिनों में श्रीकरणपुर, केसरीसिंहपुर, सादुलशहर, लालगढ़ जाटान और श्रीगंगानगर तहसील क्षेत्र में भी, सहकारी समितियों के सहयोग से ऋण शिविर लगाये जाएंगे।

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