सहकारी समितियाँ तकनीकी नवाचारों को अपनाकर आगे बढ़ें – टीना डाबी
बाड़मेर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक का 66वां स्थापना दिवस मनाया
बाड़मेर, 4 मार्च (मुखपत्र)। पश्चिमी राजस्थान में किसानों की कृषि आवश्यकताओं के लिए ऋणों की पूर्ति में अग्रणी – दि बाड़मेर सेन्ट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के 66वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अन्तर्गत ‘सहकार से समृद्धि तथा कम्प्यूटरीकरण की दिशा में गतिमान हमारा बैंक’ विषय पर पैक्स (PACS) व्यवस्थापकों के लिए प्रशिक्षण एवं आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बैंक प्रशासक एवं जिला कलक्टर टीना डाबी (Tina Dabi) ने कहा कि सहकारी समितियां तकनीक के माध्यम से नवाचारों को अपनाकर कषकों तथा सदस्यों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करें। उन्होंने कहा कि पैक्स कम्प्यूटरीकरण (Pacs Computerization) एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे समितियों के तकनीकी उत्थान के साथ ही, कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े कृषकों व सदस्यों को तकनीक का लाभ मिल सकेगा।
फार्मर रजिस्ट्री के डाटा का उपयोग करें
भौगोलिक क्षेत्रानुसार राजस्थान के तीसरे सबसे बड़े जिले की कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि फार्मर रजिस्ट्री के डाटा का उपयोग कर पैक्स कम्प्यूटरीकरण को गति प्रदान करें ताकि 31 मार्च 2025 से पूर्व सभी पैक्स को गो-लाइव करवाकर सिस्टम ऑडिट की जा सके। डाबी ने कम्प्यूटरीकरण तथा ऋण वसूली में अच्छा प्रदर्शन करने वाली समितियों के व्यवस्थापकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इनमें खारा व्यवस्थापक हरिराम, सेवनियाला व्यवस्थापक भंवरराम, लापुन्दड़ा व्यवस्थापक सवाईराम तथा आसोतरा व्यवस्थापक भट्टाराम मेगवाल शामिल हैं।
बैंक प्रशासक ने राज्य सरकार की बजट घोषणा अनुसार समितियों में बाजरा उत्पाद आउटलेट खोलने का आह्वान किया।
प्रबंध निदेशक ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
बैंक के प्रबंध निदेशक वासुदेव पालीवाल ने बताया कि कार्यशाला में व्यवस्थापकों को दैनिक डाटा एंट्री पूर्ण करने, सिस्टम ऑडिट करवाने, श्रीअन्न बाजरा के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए समिति स्तर पर श्रीअन्न आउटलेट खोलने और गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना की जानकारी दी गई। साथ ही, राष्ट्रीय स्तर की बीज, ऑर्गेनिक व एक्सपोर्ट सहकारी सोसाइटी सदस्यता लेने के लिए प्रेरित किया गया। पालीवाल ने व्यवस्थापकों को समितियों के कार्यों व कम्प्यूटरीकरण में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। निरीक्षक गोपाल सिंह ने गो-लाईव हो चुकी पैक्स को गो-लाइव के बाद की प्रक्रिया व ‘ऑन-सिस्टम ऑडिट’ पर जानकारी दी। सिस्टम इंटीग्रेटर अमित शर्मा ने तकनीकी पहुलओं के बारे में बताया।
अवधिपार ऋणों की वसूली करें
अधिशाषी अधिकारी हरिराम पूनिया, मुख्य प्रबंधक अमराराम पटेल ने समितियों को डाटा एंट्री पूर्ण करने, अवधिपार ऋणों की वसूली करने, खरीफ ऋणों की मार्च समाप्ति से पूर्व वसूली करने, सहकार से समृद्धि अंतर्गत नवाचार करने सम्बंधित जानकारी दी। सवाऊ मूलराज समिति व्यवस्थापक दिनेश कुमार द्वारा श्रीअन्न बाजरा के उत्पादों हेतु मिलेट्स उत्पाद आउटलेट्स खोलने की बात कही। कार्यक्रम में गो-लाइव हो चुकी 78 पैक्स के व्यवस्थापक, तकनीकी टीम प्रतिनिधि, प्रबंधक दिनेश बंसल, लोकेश दाधीच, पूजा चौधरी, प्रिया शर्मा, आरती गोयल, नीलम, लीला जांगिड़ आदि उपस्थित रहे।
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