अतिरिक्त रजिस्ट्रार संजय पाठक को अपेक्स बैंक एमडी का एडिशनल चार्ज मिला, अंतिम समय तक करोड़ों रुपये की खरीद का टेंडर फाइनल करने में जुटे रहे देवल
जयपुर, 30 जुलाई (मुखपत्र)। राज्य सरकार ने मंगलवार देर सायं एक आदेश जारी कर, सहकारिता सेवा के वरिष्ठ अधिकारी संजय पाठक को राजस्थान राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (APEX BANK) जयपुर के प्रबंध निदेशक पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया। पाठक, मूल रूप से प्रधान कार्यालय (कार्यालय रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां) जयपुर में अतिरिक्त रजिस्ट्रार बैंकिंग के पद पर कार्यरत हैं। सहकारिता विभाग के संयुक्त शासन सचिव दिनेश कुमार जांगिड़ ने यह आदेश जारी किया।
पाठक को कार्यभार सौंपे जाने के साथ ही, अतिरिक्त रजिस्ट्रार धन सिंह देवल की अपेक्स बैंक एमडी के रूप में संक्षिप्त पारी समाप्त हो गयी। उनके पास भी प्रबंध निदेशक के पद का अतिरिक्त कार्यभार था जबकि वे मूलरूप से जीएम (ईडीपी) के पद पर कार्यरत थे। देवल को उनकी सेवानिवृत्ति की पूर्व संध्या पर अपेक्स बैंक जीएम के पद से हटाकर, अतिरिक्त रजिस्ट्रार मार्केटिंग के पद पर लगाया गया है। उन्हें कुछ माह पूर्व इसी पद से एपीओ करते हुए, कई महीने तक रेस्ट दिया गया था।
इधर, घोषित रूप से अंतिम कार्य दिवस के अंतिम क्षणों में, स्थानांतरण आदेश जारी होने से पहले तक, धन सिंह देवल और ईडीपी की टीम कई करोड़ रुपये के एक टेंडर को समाचार पत्र में प्रकाशित कराने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में लगी रही। इसके लिए, एक दिन पहले ही रजिस्ट्रार कार्यालय के आदेश पर आनन-फानन में, विभिन्न परचेज कमेटियों का गठन कर, कई करोड़ रुपये के तकनीकी सामान की खरीद एवं मेंटीनेंस के लिए टेंडर फाइनल कर दिया गया, परन्तु एक बार फिर, वित्तीय सलाहकार की सहभागिता का प्रश्न उठ खड़ा हुआ।
सदस्य सचिव के बिना ही बुलायी गयी परचेज कमेटी की बैठक में टेंडर तो फाइनल कर दिया गया, लेकिन परचेज कमेटी की बैठक के लिए रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां द्वारा वित्तीय सलाहकार की सहभागिता निश्चित करना भूल गये, शायद विदाई में बहुत कम समय बचा होने का दबाव रहा हो। वित्तीय सलाहकार की सहभागिता का आदेश नहीं होने के कारण, बैंक के महाप्रबंधक द्वारा भी टेंडर की फाइल लौटा दी गयी। इस प्रकार, देवल और टीम ईडीपी का दूसरा प्रयास भी विफल हो गया।
इससे एक सप्ताह पूर्व, पहले प्रयास में देवल और ईडीपी वालों ने तकनीकी सामान की खरीद और मेंटीनेंस के कई करोड़ रुपये के इसी टेंडर को फाइनल करने का काफी प्रयास किया था, लेकिन सहकारिता विभाग के वित्तीय सलाहकार की आपत्ति के पश्चात टेंडर को प्रकाशन के लिए समााचर पत्रों में नहीं भेजा जा सका। वित्तीय सलाहकार ने अपेक्स बैंक प्रबंधन से परचेज कमेटी के गठन का आदेश मांग लिया। चूंकि पूर्व में संचालित परचेज कमेटी को भंग हुए महीनों हो चुके थे और नई कमेटी का गठन किये बिना, न केवल कागजी परचेज कमेटी की बैठक बुलाकर टेंडर फाइनल कर लिया गया था, बल्कि उसकी प्रोसिडिंग भी जारी कर दी गयी। सबसे पहले, बैंक के महाप्रबंधक ने ही प्रोसिडिंग पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया था। बाद में, वित्तीय सलाहकार ने परचेज कमेटी के गठन का आदेश मांग कर, सारा खेल बिगाड़ दिया।
तीन अधिकारियों की सेवानिवृत्ति 31 को
एक अन्य आदेश में सहकारिता सेवा के तीन अधिकारियों को सेवानिवृत्ति के एक दिन पहले, विभागीय पदों पर लगाया गया है। इनमें अतिरिक्त रजिस्ट्रार धन सिंह देवल को अतिरिक्त रजिस्ट्रार मार्केटिंग प्रधान कार्यालय जयपुर, भंवर सिंह चौहान को विशेष लेखा परीक्षक, सहकारी समितियां, भीलवाड़ा और जयंत जयपाल को उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, बाड़मेर के पद पर लगाया गया है। ये तीनों अधिकारी अपनी अधिवार्षिकी आयु पूर्ण कर 31 जुलाई 2024 को सेवानिवृत्त हो जायेंगे। आदेशानुसार, उपरोक्त पदों पर पहले से कार्यरत अधिकारी, इन तीनों की सेवानिवृत्ति के उपरांत, पूर्ववत पदों पर कार्य करते रहेंगे।