राज्यसहकारिता

सहकारिता विभाग ने 6 चार्टर्ड एकाउंटेंट्स फर्मों को किया ब्लेक लिस्टेड

विभागीय पैनल से नाम हटाया, भविष्य में सहकारी सोसाइटियों की ऑडिट नहीं कर पायेंगे

जयपुर, 28 फरवरी (मुखपत्र)। सहकारिता विभाग ने प्रदेश की चार्टर्ड एकाउंटेंट्स फर्मों को ब्लेक लिस्टेड कर दिया है। अब ये चार्टर्ड एकाउंटेंट्स फर्में भविष्य में कभी सहकारी संस्थाओं की ऑडिट नहीं कर पायेंगी। रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, राजस्थान श्रीमती मंजू राजपाल ने 28 फरवरी 2025 को इन छह चार्टर्ड एकाउंटेंट्स फर्मों को विभागीय पैनल से डीपैनल करने के साथ ही, भविष्य में इन्हें विभागीय पैनल में शामिल करने पर रोक लगा दी है। सहकारिता विभाग की ओर से यह कार्यवाही, गंगानगर कलेक्टर और गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड की प्रशासक डॉ. मंजू चौधरी की अनुशंसा पर की गयी।

बैंक प्रशासक द्वारा गंगानगर जिले के जैतसर क्षेत्र की 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी सोसाइटी के मिनी बैंक में लगभग 9 करोड़ रुपये के गबन के मामले में 6 चार्टर्ड एकाउंटेंट फर्मों के विरुद्ध सहकारिता विभाग एवं भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) के स्तर पर कठोर कार्यवाही किये जाने की अनुशंसा की गयी थी। इन सीए फर्मोंद्वारा वित्त वर्ष 2014-15 से लेकर 2022-23 तक, कुल 9 साल तक सोसाइटी की ऑडिट की गयी थी, लेकिन किसी ने भी वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में गबन और वित्तीय अनियमितताओं का उल्लेख नहीं किया।

कोऑपरेटिव एक्ट अंतर्गत करवायी गयी जांच के जांच परिणाम में 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. का साल 2014-15 से 2022-23 तक ऑडिट करने वाले सीए फर्मों के विरुद्ध, अंकेक्षण कार्य में लापरवाही बरतने के कारण नियमानुसार कार्यवाही के लिए सहकारिता विभाग को प्रकरण प्रेषित करने की अनुशंसा की गयी थी। इसके आधार पर प्रशासक द्वारा रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, जयपुर को पत्र लिखा गया।

सहकारिता विभाग द्वारा जिन चार्टर्ड एकाउंटेंट फर्मों को ब्लेक लिस्टेड किया गया है, उनमें 4 श्रीगंगानगर शहर में तथा 2 फर्में जिले के सूरतगढ़ कस्बे में कार्यरत हैं। इनमें विभोर रूपेश एंड कम्पनी, श्रीगंगानगर (ऑडिट वर्ष 2014-15), रतन गर्ग एंड एसोसिएट, श्रीगंगानगर (ऑडिट वर्ष 2015-16, 2018-19), गोयल नागपाल एंड कम्पनी, श्रीगंगानगर (ऑडिट वर्ष 2016-17, 2017-18), राकेश लालगढिय़ा एंड एसोसिएट, श्रीगंगानगर (ऑडिट वर्ष 2019-20), भरत मूंदड़ा एंड कम्पनी, सूरतगढ़ (ऑडिट वर्ष 2020-21, 2021-22) और देवेंद्र भठेजा एंड कम्पनी, सूरतगढ़ (ऑडिट वर्ष 2022-23) शामिल है।

8 करोड़ 97 लाख रुपये का गबन

दि गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड द्वारा 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी समिति लि., 3 जीबीए (जैतसर) की राजस्थान सहकारी सोसाइटी अधिनियम की धारा 55 के तहत करवायी गयी। जांच रिपोर्ट के परीक्षण उपरांत जारी जांच परिणाम में 8 करोड़ 97 लाख 32 हजार 984 रुपये का गबन होने की पुष्टि की गयी। इसमें 3 लाख 31 हजार 200 रुपये का स्टॉक भी शामिल है, जो कम पाया गया, तथा शेष राशि ग्रामीणों, किसानों की है, जिन्होंने एफडीआर एवं बचत खाते के रूप में सोसाइटी के मिनी बैंक में जमा करवायी थी। गबन का वर्षवार ब्यौरा इस प्रकार है-

2014-15 में 1 करोड़ 40 लाख 71 हजार 37 रुपये

2015-16 में 1 करोड़ 59 लाख 10 हजार 596 रुपये

2016-17 में 1 करोड़ 05 लाख 10 हजार 52 रुपये

2017-18 में 1 करोड़ 06 लाख 92 हजार 522 रुपये

2018-19 में 1 करोड़ 74 लाख 65 हजार 738 रुपये

2019-20 में 1 करोड़ 22 लाख 04 हजार 668 रुपये

2020-21 में 1 लाख 74 हजार 882 रुपये

2021-22 में 34 लाख 26 हजार 175 रुपये

2022-23 में 16 लाख 31 हजार 498 रुपये

2023-24 में 33 लाख 16 हजार 616 रुपये

कुल राशि – 8 करोड़ 94 लाख 1 हजार 784 रुपये

 

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