सहकारिता विभाग ने सहकारी मिनी बैंक के गबन के दोषियों की सम्पत्ति कुर्क करनी शुरू की
अनूपगढ़, 20 दिसम्बर (मुखपत्र)। जैतसर क्षेत्र की 2 जीबीए ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड के मिनी बैंक 3 जीबीए में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले की राशि की वसूली के लिए सहकारिता विभाग ने आरोपियों की अचल सम्पत्ति कुर्क करनी शुरू कर दी है। गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड की जैतसर शाखा के अंतर्गत संचालित इस समिति में हाल ही में 8 करोड़ 97 लाख रुपये के गबन/वित्तीय अनियमितता का खुलासा हुआ था, जिसके बाद, आरोपियों के खिलाफ राजस्थान सहकारी सोसाइटी अधिनियम एवं भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत दोहरी कार्यवाही की जा रही है।
उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, अनूपगढ़ जयपाल गोदारा ने बताया कि इस मामले में अधिनियम अंतर्गत जांच में गबन के मुख्य दोषियों – सेवानिवृत्त व्यवस्थापक स्वर्गीय सुमेर सिंह, सेवानिवृत्त सहायक व्यवस्थापक ओमप्रकाश चुघ एवं वर्तमान व्यवस्थापक बिशनपाल सिंह को दोषी पाया गया है। इनसे राशि की वसूली के लिए, इनके खिलाफ राजस्थान कोऑपरेटिव सोसाइटी एक्ट अधिनियम 2001 की धारा 57 के अंतर्गत प्रकरण उनके कार्यालय में विचाराधीन है। बैंक द्वारा मुख्य दोषियों की अचल सम्पत्ति का विवरण उपलब्ध कराया गया है, जिसके खुर्द-बुर्द किये जाने की आशंका है।
गोदारा ने बताया कि राजस्थान सहकारी सोसाइटी अधिनियम 2001 की धारा 101 के अंतर्गत स्वर्गीय सुमेर सिंह की अचल सम्पत्ति, जो कि सुमेर सिंह के वारियों – पत्नी मंगेज कंवर, दो पुत्रों – विक्रम सिंह व रविन्द्र सिंह और दो पुत्रियों – राज कंवर एवं प्रियंका शेखावत को विरासतन प्राप्त हुई है, को 20 दिसम्बर 2024 को कुर्क कर लिया गया। इन सम्पत्तियों में जैतसर के आबादी क्षेत्र में दो भूखंड हैं।
सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में भी सुमेर सिंह की कृषि भूमि होने की जानकारी मिली है, जिसे कुर्क करने के लिये उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, सीकर की मदद ली जा रही है।
इसके अलावा, वर्तमान व्यवस्थापक बिशनपाल सिंह को अपने पिता से प्राप्त विरासतन कृषि भूमि में से बिशनपाल के हिस्से की भूमि को भी कुर्क कर लिया गया है। यह 1.97 हैक्टेयर कृषि भूमि गांव 3 जीबीए में स्थित है, जो संयुक्त रूप से मां-पुत्र के नाम है।
अन्य दोषियों की सम्पत्ति भी कुर्क होगी
दि गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा राजस्व रिकार्ड की मदद से सुमेर सिंह, ओमप्रकाश चुघ और बिशनपाल सिंह की अन्य अचल सम्पत्ति का ब्यौरा जुटाकर उप रजिस्ट्रार, अनूपगढ़ को भेजा गया है। इन सम्पत्तियों को भी एक-दो दिन में कुर्क किये जाने की संभावना है।