महिलाओं एवं युवाओं की योग्यता के आधार पर सहकारिताओं में अवसरों की तलाश की जाये -संघानी
जयपुर, 19 नवम्बर (मुखपत्र)। देश के बड़े सहकारी नेताओं में शुमार, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ एवं इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने कहा कि हमें महिला और युवाओं के मामले में नजरिया बदलने की आवश्यकता है कि वे कमजोर हैं। हम महिलाओं और देश के युवाओं को अवसर उपलब्ध नहीं कराते हैं, जिससे उनकी योग्यता का उपयोग नहीं हो पाता है। उन्हें मौका देंगे तो उनकी ऊर्जा का सदुपयोग होगा और वे अपने विकास के साथ-साथ समाज और देश के विकास में नये रंग भर देंगे। उन्होंने सहकारजन का आह्वान किया कि वे सहकारी सोसायटियों के माध्यम से महिलाओं और युवाओं की योग्यता के आधार पर अवसर तलाशें और प्लेटफार्म उपलब्ध करावें।
वे मंगलवार को नेहरू सहकार भवन स्थित सभागार में राजस्थान सहकारी संघ द्वारा 71वें राष्ट्रीय सहकार सप्ताह के तहत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। ‘महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्गों के लिये सहकारिता’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान श्री संघानी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर प्राथमिक सोसायटियों के लिये मॉडल उपनियमों के संहिताकरण का कार्य किया जा रहा है। पैक्स के लिये 50 से अधिक क्षेत्रों की पहचान की गई हैं। श्री संघानी ने कहा कि केन्द्र सरकार की पहल पर अब किसान या आर्टिजन अपने उत्पादों का पोर्टल के माध्यम से एक्सपोर्ट कर सकता है, उसे इसके लिये किसी बिचैलिये की आवश्यकता नहीं है।
सहकारिता के माध्यम से ही समावेशी आर्थिक विकास सम्भव
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक ने कहा कि सहकारिता समावेशी विकास का एक ऐसा मॉडल है, जो जाति, वर्ग, रंग या भाषा के परे जाकर समाज के सभी वर्गों और समुदायों को उनकी आवश्यकता और स्थानीय संसाधनों के आधार पर विकास के अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता हमेशा सभी वर्गों के मध्य अवसरों में समानता को बढ़ावा देते हुए गरीबी को कम करने एवं रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी करने के लिये उपयुक्त प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है। इसलिये सहकारिता के माध्यम से समावेशी आर्थिक विकास सम्भव है।
निर्वाचित प्रतिनिधियों की महत्ती भूमिका
श्री दक ने कहा कि किसी भी सहकारी संस्था के प्रभावी संचालन में निर्वाचित प्रतिनिधियों और कार्मिकों के मध्य समन्वय के साथ-साथ अपने-अपने कार्य दायित्वों के निर्धारण और उनके निर्वहन की आवश्यकता है। यदि निर्वाचित प्रतिनिधियों को सहकारी कानून, नियम और संस्था के उपनियमों की पूरी जानकारी है, तो वह अपने अनुभव और स्थानीय आवश्यकता के आधार पर संस्था के संचालन में महत्ती भूमिका निभा सकते हैं।
सहकारिता राज्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग के लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने, उन्हें उद्यम स्थापित करने के लिये सस्ती ब्याज दरों पर सुलभ ऋण उपलब्ध कराने और उत्पादों के विक्रय के लिये प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिये कार्य कर रही है। सरकार द्वारा गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत एक लाख रुपये तक का ब्याज मुक्तऋण उपलब्ध कराना, दीर्घकालीन कृषि ऋण पर पहली बार 7 प्रतिशत का ब्याज अनुदान, पहली बार अकृषि ऋण पर 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान, नये सदस्यों को ब्याज मुक्तअल्पकालीन फसली ऋण देना, प्रत्येक पंचायत समिति में एक महिला ग्राम सेवा सहकारी समिति का गठन आदि जैसे कदम उठाये गये हैं।
महिलायें विकास नये सोपान गढ़ सकती हैं
शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्रीमती मंजू राजपाल ने कहा कि महिला और युवाओं की शक्ति अपार है। लेकिन संसाधनों के अभाव के कारण उनकी योग्यता का सदुपयोग नहीं हो पा रहा। यदि प्रदेश की महिलाओं को पर्याप्त अवसर, उद्यमशीलता के लिये प्रशिक्षण, नवीन तकनीक का ज्ञान और उपयुक्तप्लेटफार्म उपलब्ध कराया जावे तो वे विकास नये सोपान गढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पैक्स कम्प्यूटराइजेशन और उनके गो-लाइव का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके पूर्ण होने से प्रदेश में ग्राम स्तर पर पारदर्शिता स्थापित होगी और त्वरित बैंकिंग एवं ई-मित्र जैसी सुविधायें मिल सकेंगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बायें से दायें – रजिस्ट्रार मंजू राजपाल, राज्य सहकारी संघ के प्रशासक भोमा राम, और सहकारी संघ के सीईओ आर.एस. चौहान।
कार्यक्रम में राजस्थान राज्य सहकारी संघ के प्रशासक भोमा राम, एडिशनल रजिस्ट्रार (सीनियर स्केल) द्वारा प्रदेश में सहकारिता के विकास और उसकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया। अन्त में सहकारी संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर. एस. चैहान, एडिशनल रजिस्ट्रार ने धन्यवाद ज्ञापित। कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जिलों से सहकारजनों सहित महिलाओं और विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया।
ड्रोन दीदी का सम्मान
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री द्वारा नागौर जिले की निमोद ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. की ड्रोन दीदी के नाम से प्रसिद्ध सरोज राठौड़ और उनकी सहयोगी को शॉल उढाकर सम्मानित किया गया।