सहारा समूह के निवेशक, कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी दावा प्रस्तुत कर सकेंगे
नई दिल्ली, 19 जुलाई। केंद्र सरकार ने सहारा समूह के निवेशकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से, सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के निवेश करने वालों को अपनी राशि का दावा पेश करने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) का भी विकल्प दिया है। CRCS–सहारा रिफंड पोर्टल पर गांव और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों की आवेदन भरने में सुविधा के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के प्रमाणिक जमाकर्ताओं को CRCS–सहारा रिफंड पोर्टल पर दावे प्रस्तुत करने में कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) भी सहायता करेंगे। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 18 जुलाई को नई दिल्ली में सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक (CRCS)- सहारा रिफंड पोर्टल https://cooperation.gov.in का शुभारंभ किया था।
सरकार की ओर से बताया गया कि देश भर में फैले हुए 5.5 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा 300 से अधिक ई-सर्विसेज उपलब्ध कराई जा रही हैं । इन CSCs में इंटरनेट कनेक्टिविटी, कम्प्यूटर, प्रिंटर और स्कैनर जैसी सभी सुविधा मौजूद हैं। प्रमाणिक जमाकर्ताओं द्वारा सहारा रिफंड पोर्टल पर अपने दावे प्रस्तुत करने के लिए आवेदन भरने हेतु निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर से सहायता ली जा सकती है।
CSC-SPV ने अपने सभी ग्राम स्तर के उद्यमियों (VLEs) को सहारा के प्रमाणिक जमाकर्ताओं की मदद करने के लिए सूचित किया है और कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से प्रमाणिक जमाकर्ताओं को दावे प्रस्तुत करने में सुविधा हो, इसके लिए अपने सिस्टम को सक्षम बनाया है।
इन समितियों में जमा रकम वापिस मिलेगी
CRCS–सहारा रिफंड पोर्टल को सहारा समूह की 4 सहकारी समितियों – सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के प्रामाणिक जमाकर्ताओं द्वारा दावे प्रस्तुत करने के लिए विकसित किया गया है। जमाकर्ताओं द्वारा सहकारिता मंत्रालय की वेबसाइट https://cooperation.gov.in के माध्यम से भी CRCS–सहारा रिफंड पोर्टल पर अपने दावे प्रस्तुत किए जा सकते हैं। जमाकर्ताओं की सुविधा के लिए वेबसाइट पर ट्यूटोरियल वीडियो भी उपलब्ध है।