कॉनफैड व सहकारी भंडार, परम्परागत व्यवसायों के साथ नवाचार अपनाते हुए अपना ब्रांड विकसित करें – अर्चना सिंह, रजिस्ट्रार
जयपुर, 15 मार्च (मुखपत्र)। सहकारिता रजिस्ट्रार एवं राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (CONFED) प्रशासक श्रीमती अर्चना सिंह (IAS) ने कहा कि प्रदेश की उपभोक्ता सहकारिताओं को अपने परम्परागत व्यवसाय की सीमा से बाहर निकल कर वर्तमान में बाजार की जरूरतों एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये एवं नवाचारों के द्वारा आमजन को बेहतर सुविधायें एवं सेवाये उपलब्ध करायें।
वे शुक्रवार को सहकार भवन परिसर में कॉनफैड की 38वीं वार्षिक साधारण सभा (AGM) को सम्बोधित कर रही थी। एजीएम में कॉनफैड की सदस्य सहकारी उपभोक्ता भंडारों के अध्यक्ष/प्रशासक, क्रय विक्रय सहकारी समितियों के अध्यक्ष/प्रशासक उपस्थित थे। रजिस्ट्रार ने मार्कफैड पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि मार्कफैड ने जिस प्रकार सोहना ब्रांड विकसित किया है, उसी प्रकार कॉनफैड व उपभोक्ता भंडारों को भी नवाचार करते हुए अपना ब्रांड विकसित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मार्कफैड के अध्ययन के लिए सहकारिता विभाग के अधिकारियों का एक दल पंजाब जा रहा है, ताकि ऐसे नवाचारों को प्रदेश की आवश्यकता एवं पारिस्थितिकी के अनुसार अपनाया जा सके।
रजिस्ट्रार ने प्रदेश भर की उपभोक्ता सहकारिताओं के प्रतिनिधियों को कॉनफैड परिवार की संज्ञा देते हुए उनके एक साथ एजीएम में उपस्थित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वे यहां भंडारों की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए उपस्थित हैं। हम सभी को मिलकर कॉनफैड एवं भंडारों की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कॉनफैड द्वारा आमजन को विक्रय केन्द्रों के माध्यम से गुणवत्तायुक्त उपभोक्ता सामग्री उपलब्ध करवाने के साथ-साथ राज्य के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पूरक पोषाहार सामग्री एवं राज्य के कारागार में बन्दियों के लिये केन्टीन संचालित कर गुणवत्तापूर्ण सामग्री उचित दरों पर उपलब्ध कराया जा रहा है।
कॉनफैड की प्रबंध निदेशक श्रीमती शिल्पी पाण्डे ने कहा कि कॉनफैड सभी उपभोक्ताओं के लिये गुणवत्तायुक्त सेवायें उपलब्ध करा रहा है। बाजार की मांग के अनुसार विविध व्यवसायों के द्वारा सेवायें देकर सहकारिता के प्रति विश्वसनीयता को और दृढ किया जायेगा। महाप्रबंधक अनिल कुमार ने वार्षिक साधारण सभा में एजेण्डावार विवरण सदस्यों के समक्ष रखा। एजीएम में संयुक्त रजिस्ट्रार मार्केटिंग दिनेश कुमार शर्मा, राजफैड के वित्तीय सलाहकार उचस्पति त्रिपाठी, वित्त विभाग तथा आरजीएचएस के प्रतिनिधि सहित कॉनफैड के अधिकारी – महाप्रबंधक राजेंद्र सिंह, प्रबंधक अंजली मीणा, विनोद कुमार गुप्ता एवं सुमन धनेटवाल, उप प्रबंधक राधेश्याम शेरावत, सहायक प्रबंधक लेकेश जोशी, लोकेश कुमार बापना, सुभाष थानवी, शिवराज, आरजीएचएस प्रभारी शिवराज, लेखाकार वल्लभराम शर्मा, लेखा प्रभारी प्रदीप कुमार जैन, स्टोर प्रभारी अब्दुल मजीद आदि उपस्थित थे।
सदस्यों ने रखे सुझाव
एजीएम में सदस्य संस्थाओं के प्रतिनिधि के रूप में – शिवदयाल गुप्ता (गंगानगर केवीएसएस), नगेंद्रपाल सिंह शेखावत (बीकानेर भंडार), सुरेश चंद झंवर (चित्तौडग़ढ़ भंडार), श्रीमती सरोज चौधरी (नागौर भंडार), जितेंद्र ऐरन (सिरोही भंडार), मोहन लाल गढ़वाल (चूरू भंडार), जगदीश प्रसाद शर्मा (झुंझुनूं भंडार), बजराम मीणा (सवाईमाधोपुर भंडार), पीयूष त्रिपाठी (राजसमंद), रतनसिंह महता (बीएनके भंडार ब्यावर), राकेश ठोलिया (रायसिंहनगर केवीएसएस), भानू गोदारा (सूरतगढ़ केवीएसएस), मोहम्मद मुश्ताक जोईया (हनुमानगढ़ भंडार), लखविंद्र सिंह लखियां (श्रीकरणपुर केवीएसएस) ने आरजीएचएस के बकाया भुगतान, भंडारों/केवीएसएस को पीडीएस का कार्य दिलाने, राजापार्क एरिया में कॉनफैड की भूमि से सुलभ शौचायल का अतिक्रमण हटाकर विक्रय केंद्र बनाने का मुद्दा उठाया। अजमेर भंडार की प्रशासक एवं अजमेर जोनल एडिशनल रजिस्ट्रार पूनम भार्गव ने आयकर एवं आजीएचएस से प्राप्त होने वाले भुगतान की बिलिंग के मैचिंग नहीं होने की ओर ध्यान आकर्षित किया। कॉनफैड प्रशासक श्रीमती अर्चना सिंह व एमडी श्रीमती शिल्पी पाण्डे ने सदस्यों से कहा कि वे अपनी समस्याएं, बिन्दूवार लिखित में प्रस्तुत करें ताकि कॉनफैड, आजीएचएस व वित्त विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में उनका समाधान किया जा सके।
कॉनफैड को 1471 लाख रुपये का शुद्ध लाभ
आमसभा में सदस्यों को बताया कि वर्ष 2022-23 में कॉनफैड द्वारा 1471.49 लाख रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया। इस अवधि में कॉनफैड का कुल व्यवसाय 119814.71 लाख रुपये रहा और सदस्यों की संख्या बढक़र 204 हो गयी है। वार्षिक साधारण सभा द्वारा वर्ष 2024-25 के लिये 2530 लाख रुपये का बजट पारित किया गया। एजीएम में वर्ष 2022-23 के लिये सदस्य संस्थाओं को अधिकतम 7.50 प्रतिशत लाभांश प्रदान करने की घोषणा की गयी।