राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला ने नये कारोबारी आयाम स्थापित किये
मात्र 10 दिन में 2 करोड़ 25 लाख रुपये की बिक्री का नया रिकार्ड बना
जयपुर, 29 मई (मुखपत्र)। ‘एक सबके लिए, सब एक के लिए’ की मूल भावना को चरितार्थ करता हुआ राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2024, मंगलवार को सम्पन्न हो गया। सहकारिता विभाग और राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (CONFED) के संयुक्त तत्वावधान में जवाहर कला केंद्र में 19 मई से 28 मई तक आयोजित इस दस दिवसीय मेले ने कारोबार की नयी ऊंचाई को छुआ। देश में केवल राजस्थान में आयोजित किये जाने वाले एक मात्र राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला 2024 में 2 करोड़ 25 लाख रुपये की रिकार्ड बिक्री हुई। माह के अंतिम दिन (जब लगभग समस्त सरकारी व प्राइवेट कार्मिकों के पास वेतन समाप्त हो चुका होता है), आईपीएल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल मैचों का आकर्षण और जानलेवा गर्मी एवं लू का दौर, यानी तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों मेंं आयोजित यह मेला, सहकारिता विभाग और उपभोक्ता संघ के अधिकारियों, कर्मचारियों के सतत समर्पण और माकूल इंतजामात के बल पर, सहकारिता की भावना को पल्वित-पोषित करते हुए, अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहा।
प्रदेश की सहकारी संस्थाओं सहित केरल, तमिलनाडु, पंजाब, बिहार, गुजरात आदि राज्यों की 119 स्टॉल में, लगभग 200 प्रकार के उत्पादों से सुसज्जित, सहकार मसाला मेला को जयपुरवासियों का अपार समर्थन प्राप्त हुआ। पिछले कई वर्षों से मसाला मेला में खरीदारी करने वाले अनेक गुलाबी नगरवासियों ने मंच से इस मेले के आयोजन, व्यवस्थाओं, कर्मचारियों के व्यवहार और मसालों की शुद्धता एवं गुणवत्ता की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और भविष्य में आयोजन की अपेक्षा करते हुए, शुभकामनायें प्रेषित की। उपभोक्ता संघ द्वारा मसाला विक्रेताओं और खरीदारों के लिए आकर्षक एवं सुरक्षित डोम का इंतजाम किया गया, जिसमें दर्जनों जम्बो कूलर्स की शीतल वायु ने क्र्रेताओं को गर्मी का अहसास नहीं होने दिया। लोगों ने तीन से चार घंटे तक मेला परिसर में रुककर, साल भर के लिए मसालों की खरीदारी की। इसका कारण भी बताया कि ऐसे शुद्ध, उच्च गुणवत्तायुक्त एवं रसायनरहित मसाले और कहीं नहीं मिलते।
मेले का समापन, कॉनफेड की प्रबंध निदेशक शिल्पी पांडे की उपस्थिति एवं सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों – एडिशनल रजिस्ट्रार इन्दर सिंह, जितेंद्र प्रसाद शर्मा, इन्द्रराज मीणा, श्रीमती गुंजन चौबे, आशुतोष भट्ट, ज्वाइंट रजिस्ट्रार मदन गुर्जर, मुरार सिंह जाड़ावत आदि के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। कॉनफैड एमडी और वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों ने श्रेष्ठ स्टालों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
श्रीमती पांडे ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह मेला सहकारी समितियों के व्यवसाय में वृद्वि करने के अच्छे प्रयास का एक बेहतर प्लेटफार्म सिद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि सहकार मसाला मेले का वास्तविक लाभ किसानों और आम उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए सहकारी संस्थाओं के विशेष उत्पाद सहकारिता के भण्डारों पर उपलब्ध कराने के प्रयास किए जायेंगे।
एक ही छत के नीचे जरूरत के गुणवत्तापूर्ण उत्पाद
उपभोक्ता संघ के महाप्रबंधक अनिल कुमार ने कहा कि प्रदेश में सहकारिता सीधे रूप में 3 करोड़ से अधिक लोगों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि हम इस मेले के द्वारा आमजन की आवश्कताओं के अनुरूप एक ही छत के नीचे गुणवत्तापूर्ण उत्पाद एवं सेवायें उचित मूल्य पर उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने बताया कि सहकार मसाला मेले में सर्वाधिक बिक्री के लिए अन्य प्रदेशों की श्रेणी में केरल स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन, शीर्ष संस्थाओं की श्रेणी में कॉनफैड, जिला भण्डारों की श्रेणी में कोटा सहकारी उपभोक्ता भण्डार एवं क्रय विक्रय सहकारी समितियां श्रेणी में किशनगढ ने पहला स्थान प्राप्त किया। सहकार मसाला मेले में प्रतिदिन सांयकाल को राज्य के समस्त खण्डों के कलाकारों द्वारा आमजन के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई।
अनिल कुमार ने राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला की सफलता के लिए जयपुरवासियों, मीडिया एवं इससे जुड़े अधिकारियों व कार्मिकों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि सहकार मसाला मेले को जयपुरवासियों के प्रेम और रेस्पांस से सहकारी संस्थाओं मे नया उत्साह आया है।
संस्थाओं को पुरस्कृत किया
महाप्रबंधक राजेन्द्र सिंह ने बताया कि दस दिवसीय सहकार मसाला मेला में कारोबार एवं डिसप्ले की दृष्टि से संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया है। इनमें बिक्री के आधार पर शीर्ष संस्थाओं में प्रथम कॉनफैड, द्वितीय स्थान तिलम संघ व तृतीय स्थान पर जयपुर डेयरी (आरसीडीएफ) का रहा। क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में प्रथम स्थान किशनगढ, दूसरा स्थान बांसवाड़ा एवं तीसरा स्थान सांचैर का रहा। उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में कोटा, उदयपुर व जोधपुर क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। सर्वश्रेष्ठ डिसप्ले के आधार पर राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में इफको, कृभको तथा शीर्ष सहकारी संस्थाओं में राजफैड, अपेक्स बैंक, आरसीडीएफ एवं सहकारी आवासन संघ को सम्मानित किया गया। राज्य विशेष के विशिष्ट उत्पादों एवं मसालों की बिक्री एवं प्रदर्शन हेतु मार्केटफेड (केरल), इरोड, कोली हिल्स नामक्कल (तमिलनाडु), पंजाब, गुजरात एवं बिहार की सहकारी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। शीर्ष संस्थाओं की श्रेणी में कॉनफैड प्रथम, तिलम संघ द्वितीय एवं आरसीडीएफ तीसरे स्थान पर रहे। जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में उदयपुर, भरतपुर व भीलवाड़ा क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। केवीएसएस श्रेणी में किशनगढ़, बांसवाड़ा एवं सांचोर क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। मेले की बेहतरीन कवरेज के लिए अतिथियों द्वारा ‘सहकार गौरव’ के सम्पादक मनीष मुंजाल को भी सम्मान प्रतीक भेंटकर सम्मानित किया गया।