सहकारिता

सहकारी संस्थाओं के विकास के लिये संरक्षण, सम्वर्धन और नियंत्रण में संतुलन की जरूरत – अर्चना सिंह, रजिस्ट्रार

राइसेम में अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस समारोह का आयोजन

जयपुर, 6 जुलाई (मुखपत्र)। रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, राजस्थान श्रीमती अर्चना सिंह ने कहा कि प्रदेश में सहकारी संस्थाओं के एक्सपेंशन (पल्लवन) के लिये आवश्यक है कि वे अधिकाधिक नवीन तकनीक को अपनायें ताकि उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता का समावेश हो और सदस्यों का सहकारिता में विश्वास कायम रहे। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाओं के विकास और प्रसार के लिये उनके संरक्षण, सम्वर्धन और नियंत्रण में संतुलन रखकर कार्य करने की आवश्यकता है।

वे शनिवार को झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राइसेम (सहकारी शिक्षा एवं प्रबंध संस्थान) परिसर में 102वें अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर आयोजित सेमीनार को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि आज से लगभग 120 वर्ष पूर्व प्रदेश में कृषि क्षेत्र में वित्तीय आवश्यकता की पूर्ति करने के लिये सहकारिता का संस्थागत स्वरूप सामने आया था। वर्तमान परिवेश में समाज और व्यक्ति की आवश्यकता और पसंद में परिवर्तन आया है। इसलिये अब सहकारी संस्थाओं को स्थानीय आवश्यकता और पसंद को ध्यान में रखते हुये अपने कार्यक्षेत्र में बदलाव लाने की जरूरत है।

रजिस्ट्रार ने कहा कि सहकारी संस्थाओं को अपनी सेवा प्रदायगी को बेहतर करते हुये नये नये क्षेत्रों में कार्य करना चाहिये, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के साथ-साथ लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता में समर्पण और ईमानदारी के साथ कार्य करें और सभी को साथ लेकर चलेंगे तो किसी भी समस्या का समाधान स्थानीय स्तर पर प्राप्त कर सकते हैं।

जयपुर सरस डेयरी के अध्यक्ष ओम प्रकाश पूनिया ने कहा कि सहकारिता लोकतंत्र का प्राणतत्व है। जिस लोकतंत्र में सहकारिता नहीं है, वह मृतप्राय: है। उन्होंने कहा कि स्वावलम्बन, आत्मनिर्भरता, पारस्परिक सहयोग की भावना समाज को एकजुट करती है और इसी से व्यक्ति में सहकारिता का जन्म होता है। समाज में नैतिकता होने पर ही सहकारिता का प्रसार सम्भव है।

सेमीनार को राइसेम निदेशक जितेन्द्र प्रसाद शर्मा, करणपुर क्रय-विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड के अध्यक्ष लखविन्दर सिंह लखियां, बीलवा ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड के अध्यक्ष प्रहलाद सहाय, फागी ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष ओ. पी. शर्मा, नाबार्ड के पूर्व महाप्रबंधक आर.एस. जोधा, सेवानिवृत्त संयुक्त रजिस्ट्रार लीला पुरूषोत्तम ने भी सम्बोधित किया।

 


इस अवसर पर रजिस्ट्रार व अन्य अधिकारियों, सहकारी प्रतिनिधियों ने राइसेम परिसर में पौधारोपण किया।

कार्यक्रम में सहकारिता विभाग के संयुक्त सचिव दिनेश कुमार जांगिड़, अतिरिक्त रजिस्ट्रार प्रथम एवं राजस्थान सहकारी भर्ती बोर्ड के पदेन अध्यक्ष राजीव लोचन शर्मा, अतिरिक्त रजिस्ट्रार द्वितीय एवं सहकारी भर्ती बोर्ड में रजिस्ट्रार की प्रतिनिधि सदस्य शोभिता शर्मा, राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विजय कुमार शर्मा, अपेक्स बैंक के महाप्रबंधक एवं कार्यवाहक प्रबंध निदेशक धन सिंह देवल, अतिरिक्त रजिस्ट्रार बैंकिंग संजय पाठक, ज्वाइंट रजिस्ट्रार मार्केटिंग दिनेश शर्मा, जयपुर सीसीबी के प्रबंध निदेशक मदनलाल गुर्जर सहित राइसेम एवं सहकारिता विभाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

 

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