राज्यसहकारिता

उदयपुर डेयरी में किसान सहकार सम्मेलन : दर अंतर राशि सीधे दुग्ध उत्पादकों के बैंक खातों में भेजी जाये – कटारिया

अध्यक्ष लालचंद डांगी ने 3 लाख लीटर क्षमता वाले दुग्ध संयंत्र और पशुआहार प्लांट के लिए मांगा सहयोग, मंत्री ने दिया आश्वासन

उदयपुर, 22 दिसम्बर। दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ गोवर्धन परिसर, उदयपुर में रविवार को पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक, गुलाबचंद कटारिया के मुख्य आतिथ्य में विशाल किसान सहकार सम्मेलन आयोजित किया गया।
उदयपुर सरस डेयरी के अध्यक्ष डालचंद डांगी, प्रबंध संचालक विपिन शर्मा एवं संचालक मंडल सदस्यों ने किसान सहकार सम्मेलन में उपस्थिति अतिथियों का माल्यार्पण एवं उपरणा ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डालचंद डांगी ने संघ की गतिविधियों एवं प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने उदयपुर डेयरी में 3 लाख लीटर दूध/प्रतिदिन की क्षमता का नया संयंत्र स्थापित कराने एवं उदयपुर में 150 टन प्रतिदिन की क्षमता का पशुआहार संयंत्र स्थापित कराने का अनुरोध किया।

पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने अपने उदबोधन में पशुपालकों की आर्थिक स्थति मजबूत करने पर जोर देते हुये दर अंतर राशि दुग्ध समितियों के बजाय सीधे दुग्ध उत्पादकों के बैंक खातों में भेजने और बाजार की प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर दूध एवं दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता बनाये रखने का सुझाव दिया।

अनुदान जारी रहेगा

पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने दुग्ध उत्पादकों को दर अंतर दिये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये दुग्ध संघ के अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक के प्रयासों की सराहना की एवं भविष्य में दर अंतर राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे दुग्ध उत्पादकों के बैंक खाते मे भेजने का सुझाव दिया। उन्होनें कहा कि दुग्ध उत्पादकों को दूध पर दिये जाने वाला अनुदान जारी रहेगा, जिससे पशुपालक किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। उन्होंने सभी पशुपालकों से उत्पादित दूध, दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति पर ही देने के लिये कहा, ताकि उनको सहकारी डेयरी से मिलने वाली सभी सुविधाओं का लाभ मिल सके।

कुमावत ने दिलाया विश्वास

कुमावत ने राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों के कल्याण हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं यथा, दुधारू पशु बीमा योजना, गौपालक कार्ड योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, पशु मोबाइल चिकित्सा योजना की विस्तृत जानकारी देते हुये इनका लाभ उठाने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दूध में मिलावट करने वाले के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर रही है। गोपालन मंत्री ने उदयपुर डेयरी परिसर में स्थित पार्लर को सरस संकुल पार्लर जयपुर की तर्ज पर विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि आगामी बजट मे उदयपुर में 3 लाख लीटर का नया संयंत्र एवं उदयपुर में 150 टन प्रतिदिन की क्षमता का पशुआहार संयंत्र स्थापित कराने का पूरा प्रयास किया जायेगा।

जनताति विकास एवं गृह रक्षा मंत्री बाबूलाल खराडी ने ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन एवं डेयरी व्यवसाय को रोजगार एवं आजीविका का सशक्त माध्यम बताया एवं अधिकाधिक किसानों-पशुपालकों से सहकारी डेयरी से जुडक़र आमदनी बढाने का आह्वान किया। उदयपुर डेयरी के प्रबंध संचालक विपिन शर्मा ने आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।

 

 

 

error: Content is protected !!