राज्यसहकारिता

सहकारी शिक्षा समिति ने एक साल में 1 करोड़ रुपये से अधिक लाभ कमाया, सदस्यों को मिलेगा 25 प्रतिशत लाभांश

वंचित व गरीब बच्चों के अध्यापन में सहयोग कर शिक्षा की नई रोशनी भरें : ओम बिरला

कोटा, 9 सितम्बर (मुखपत्र)। श्री हितकारी विद्यालय सहकारी शिक्षा समिति लिमिटेड, कोटा का वार्षिक अधिवेशन व सम्मान समारोह रविवार को झालावाड़ रोड स्थित माहेश्वरी भवन में दोपहर 2 बजे आयोजित किया गया। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि रहे। अध्यक्षता ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर की। कोटा नागरिक सहकारी बैंक एवं रेडक्रॉस के स्टेट चेयरमैन राजेश कृष्ण व कोटा सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला का सानिध्य भी प्राप्त हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक संदीप शर्मा व भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश जैन, कोटा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक बलविंदर सिंह गिल, उपभोक्ता भण्डार की महाप्रबंधक बीना बैरवा उपस्थित रही। हितकारी समिति की अध्यक्ष सूरज बिरला, सभा नंबर 108 की अध्यक्ष डॉ. मीनू बिरला, सचिव विमल जैन नांता, कोटा महिला नागरिक सहकारी बैंक की अध्यक्ष मंजू बिरला मंचासीन रहीं। मंच संचालन मंत्री चंद्रमोहन शर्मा ने किया। अध्यक्ष सूरज बिरला ने वार्षिक प्रतिवेदन पढ़ा और सभा ने उसे करतल ध्वनि से पारित किया। अतिथियों ने सभा में 70 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध 67 सदस्यों को माला, शाल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। विभिन्न सहकारी समितियों के पदाधिकारियों को भी सभा में सम्मानित किया गया।

जनता के हित को समर्पित

सहकारिता के क्षेत्र में हितकारी विद्यालय शिक्षा सहकारी समिति के योगदान की चर्चा करते हुए स्पीकर बिरला ने इस संस्था के एक छोटे से पौधे से वट वृक्ष बनने तक की यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने संस्थापक अध्यक्ष शंभू दयाल सक्सेना का स्मरण करते हुए कहा कि श्रमजीवी वर्ग को शिक्षा के प्रकाश से आलोकित करने के पुनीत उद्देश्य से बनाई गई इस समिति ने अनेक जिंदगियों को रोशन किया है। स्पीकर बिरला ने कहा समिति से अपेक्षा करते हुए वंचित व गरीब बच्चों के अध्यापन में सहयोग कर उनके जीवन में शिक्षा की नई रोशनी भरने की अपील की।

सदस्य हमारी पूंजी

राजेश कृष्ण बिरला ने बताया कि वर्ष 1991 में उन्होंने भी संस्था का कार्यभार संभाला था। मार्च 1991 से पूर्व प्रशासक काल था। इसके उपरांत संस्था में अध्यक्ष बनकर कार्य करने का अवसर मिला। 6 वर्ष के अध्यक्षीय कार्यकाल के उपरांत सूरज बिरला अध्यक्ष बनीं। 1991 में 2 हजार सदस्यों वाली संस्था आज 8160 सदस्यों की संस्था है। हिस्सा राशि जो मात्र 12.12 लाख थी, वह मार्च 2024 तक 330.94 लाख रुपये पहुंच गई है। संस्था की अमानत 34.56 लाख रुपये से बढक़र 11912.20 लाख रुपये हो चुकी है। संस्था के कोष 2.50 लाख से बढक़र 829.99 लाख रुपये पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि समिति उत्तरोत्तर प्रगति पर है और आज समिति का विकास मात्र सदस्यों के सहयोग से पूरा हो पाया है। सदस्य हमारी पूंजी हैं, इनके सहयोग से गत वर्ष में संस्था का मुनाफा 1 करोड़ रुपये से अधिक का दर्ज किया गया है। इन सदस्यों के सहयोग व विश्वास से समिति ने विकास की गाथा लिखी है।


25 प्रतिशत लाभांश देती है समिति

उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला ने अपने उद्बोधन में कहा कि समिति 9 प्रतिशत लाभांश व 16 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि के रूप में देती है। किसी अन्य समिति और बैंक में आपने नहीं देखा होगा, इतना लाभांश वितरित किया जाता है। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि कोटा नागरिक सहकारी बैंक एवं हितकारी समिति ऐसा करने वाली संस्था है और मुनाफे में अपना काम कर रही है, ऐसा होना अपने आप में काबिले तारीफ है। यह संस्था आजादी के पूर्व की संस्था है। संस्था बी.एड. कॉलेज का संचालन भी कर रही है।

प्रसन्नता के साथ ग्रहण किया सम्मान

विधायक संदीप शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कमजोर वर्ग को संबल देने का कार्य श्री हितकारी विद्यालय सहकारी शिक्षा समिति लि. ने किया है। कम दर पर जरूरतमंदों को ऋण देकर जनता में समिति ने सम्मानजनक स्थान बनाया है। समिति के सदस्य भी संस्था के विश्वास पर कार्य करते हैं और आजादी से पूर्व संस्था में एनपीए नाम मात्र का भी नहीं है। सीसीबी के प्रबंध निदेशक गिल एवं भण्डार की एमडी बीना बैरवा ने कहा कि वयोवृद्ध सदस्यों को सम्मानित करना समिति के मानवीय पहलू को दर्शाता है। सदस्यों ने अपना सम्मान प्रसन्नता के साथ प्राप्त किया। शहर के विभिन्न कोने और रावतभाटा से भी सदस्य सम्मान प्राप्त करने पहुंचे हैं, उन्होंने कहा कि यह वयोवृद्ध सदस्यों का संस्था के प्रति स्नेह व कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है। पूर्व अति.रजिस्ट्रार राम गोपाल शर्मा ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में कार्यरत राजस्थान और उत्तर भारत की यह ऐसी संस्था है जो न्यूनतम दर पर गोल्ड लोन देती है, अन्य सहकारी संस्थाएं तो गोल्ड पर ऋण ही नहीं देती हैं।

वार्षिक प्रतिवेदन किया पारित

अध्यक्षीय उद्बोधन में सूरज बिरला ने वार्षिक प्रतिवेदन व आय-व्यय का ब्यौरा व अंकेक्षण रिपोर्ट पढ़ी। ध्वनि मत से सदन ने उस पर मोहर लगाई। उन्होंने उद्बोधन में कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में महिला बी.एड. कॉलेज संचालित करने वाली राजस्थान की एकमात्र यह स्वायत्तशासी संस्था है, जो गत 27 वर्षों की भांति इस वर्ष भी संस्था को ‘अ’ श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। संस्था अपने सदस्यों को सोने के जेवर, एन.एस.सी., किसान विकास पत्र, एल.आई.सी. पॉलिसी एवं मकान की जमानत पर एवं मकान निर्माण पर 9 प्रतिशत की दर से ऋण उपलब्ध कराती है। जमाओं पर 1 वर्ष एवं अधिक पर 7 प्रतिशत एवं वरिष्ठ नागरिकों को 0.50 प्रतिशत ब्याज अधिक प्रदान कर 7.50 प्रतिशत करती है।

उन्होंने बताया कि संस्था की कार्यशील पूंजी 141 करोड़ रुपये है। वार्षिक टर्नओवर 680 करोड़ रुपये, कुल ऋण 48.28 करोड़ रुपये एवं सदस्यों की अमानतें 119.12 करोड़ रुपये की धनराशि जमा है। संस्था में विभिन्न बैंकों में 140 करोड़ रुपये की राशि विनियोजित कर रखी है। आगामी वर्ष में 10 करोड़ रुपये का अतिरिक्त ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। संस्था ने वर्ष 2023-2024 में 41 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया है। संस्था द्वारा संचालित हितकारी सहकारी महिला शिक्षा महाविद्यालय गढ़ पैलेस से अपने निजी भवन कैथून रोड, धाकडख़ेड़ी में चल रहा है। महाविद्यालय में वर्तमान में 645 छात्राएं बी.एस.सी. एवं बी.एड. में अध्ययनरत हैं।

सभा में उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला, सभा नंबर 108 के मंत्री विमल जैन, विभिन्न पार्षद, संस्था की उपाध्यक्ष उषा न्याती, कोषाध्यक्ष दयाकृष्ण बिरला, संचालक गोकुल दास मोहता, निशा माहेश्वरी, मंजू बिरला, संजय बिरला, रचना डंडोतिया, राहुल बिरला, महाप्रबंधक संदीप सक्सेना, शाखा प्रबंधक हेमेन्द्र जैन, प्राचार्य मधु भारद्वाज, भंडार सदस्य अशोक मीणा, हंसा त्यागी, शशि सक्सेना, महेश चंद अजमेरा, राजेन्द्र शारदा, सुरेश काबरा आदि उपस्थित रहे।

 

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