सहकारिता

यूसीबी के लिए नेशनल अम्ब्रेला संगठन बनाये जाने पर आमेरा ने केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह का आभार जताया

सहकार नेता सूरज भान सिंह आमेरा ने कहा, एआईसीबीईएफ वर्षों से इस संगठन की मांग कर रहा था

जयपुर, 2 मार्च (मुखपत्र)। ऑल इंडिया को-आपरेटिव बैंक एम्प्लॉइज फैडरेशन (AICBEF) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सहकार नेता सूरज भान सिंह आमेरा ने शहरी सहकारी बैंकों के राष्ट्रीय अम्ब्रेला संगठन की स्थापना की संगठन की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करने के लिए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया है, साथ ही नेशनल अरबन को-ऑपरेटिव फिनांस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिडेट (NUCFDC) की स्थापना का स्वागत किया है।

आमेरा ने बताया कि एआईसीबीईएफ वर्षों से अरबन को-ऑपरेटिव बैंकों के लिए अंब्रेला संगठन बनाये जाने की मांग करता आ रहा है। इस मांग को लेकर संगठन की ओर से, भारत सरकार द्वारा सहकारिता मंत्रालय का गठन करने पर, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह को ज्ञापन भी दिया गया था। उस समय उनके साथ, कार्ति सिंह डाबी, जो अभी गुजरात में भाजपा विधायक हैं, और कार्तिक मोदी भी थे।

आमेरा ने बताया कि, ऐसे समय में जब बीआर एक्ट और बैंकिंग रेग्युलेशन की पालना नहीं होने के कारण, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा देश के कई अरबन को-ऑपरेटिव बैंकों के बैंकिंग लाइसेंस निरस्त किये जा रहे हैं, इस अंब्रेला संगठन की महत्ती आवश्यकता थी। राष्ट्रीय अंब्रेला संगठन होने से शहरी सहकारी बैंकों के रेग्युलेशन की राज्यवार विसंगतियों का एकरूप समाधान होगा, बैंकिंग कारोबारी परेशानियों के लिए और बी.आर. एक्ट की पालना के लिए, अरबन बैंक व आरबीआई के बीच सुचारू संवाद का प्रभावी फोरम उपलब्ध होगा, जिससे अंतत: निकट भविष्य में अरबन बैंकिंग व्यवस्था को मज़बूती मिलेगी।

सहकार नेता ने बताया कि नेशनल अंब्रेला संगठन से अरबन को-ऑपरेटिव बैंकों में नियोजित कार्मिक के लिए भर्ती नीति, सेवा शर्तें, वेतनमान एवं सेवा सुरक्षा की एकरूपता क़ायम होगी, जिनमें अभी भारी असमानता है और मनमानी के चलते विसंगतियों की भरमार है।

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