ध्यान से सांसारिक एवं व्यावसायिक दायित्वों को निभाने में सहायता मिलती है
– नेहरू सहकार भवन में योग एवं ध्यान सत्र का आयोजन
जयपुर, 31 अक्टूबर (मुखपत्र)। सहकारिता विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए शुक्रवार को नेहरू सहकार भवन के सभागार में योगदा सत्संग ध्यान केन्द्र, जयपुर द्वारा योग एवं ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। सत्र के दौरान योगदा सोसायटी के वरिष्ठ सन्यासी स्वामी ललितानंद गिरी द्वारा ‘ध्यान – सुखी और सफल जीवन की कुंजी’ विषय पर परमहंस योगानंद की शिक्षाओं एवं क्रिया योग पर आधारित अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर स्वामी ललितानंद गिरी द्वारा 20 मिनट के निर्देशित ध्यान सत्र का अभ्यास भी कराया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने गहन एकाग्रता एवं आनन्द का अनुभव प्राप्त किया। स्वामी ने अपने व्याख्यान में बताया कि ध्यान व योग केवल साधु-संतों या सन्यासियों के लिए ही नहीं है, अपितु प्रत्येक व्यक्तिको अपने दैनिक जीवन में इसे शामिल करना चाहिए। ध्यान से प्राप्त होने वाली शांति और एकाग्रता से सांसारिक एवं व्यावसायिक दायित्वों को निभाने में सहायता मिलती है।
इस आयोजन का उद्देश्य ध्यान एवं योग के माध्यम से अधिकारियों-कर्मचारियों की क्षमता में वृद्धि करने के साथ ही उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था। बड़ी संख्या में विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने कार्यक्रम में भागीदारी की। इस अवसर पर योगदा सत्संग केन्द्र के स्वामी निर्मलानंद गिरी भी उपस्थित रहे।

