धरतीपुत्रों से धोखाधड़ी : कृभको समेत कई फर्मों के बीज उत्पादन कार्यक्रम निरस्त
-
अमूल सीड्स का लाइसेंस रद्द
-
मानक पाये गये 11 नमूनों में से ग्रो-आउट टेस्ट में 7 नमूने अमानक
जयपुर, 30 अक्टूबर (मुखपत्र)। रबी फसल की बुवाई के मद्देनजर किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्तकृषि आदान व बीज उपलब्ध कराने की मंशा से कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा लगातार खाद, बीज की गुणवत्ता और कालाबाजारी के खिलाफअपनी जीरो टॉलरेंस नीति को जारी रखते हुए पूरे प्रदेश में अमानक खाद, बीज और पेस्टिसाइड बनाने वाली फर्मों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर रहे हैं। कृषि विभाग ने कई फर्मों के लाइसेंस निरस्त करने सहित बीज कार्यक्रम भी निरसत किये हैं, जिनमें कृभको सहित दो सहकारी संस्थाएं भी शामिल हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि जून माह में 3 व 4 जून को श्रीगंगानगर में 12 कृषि फर्मों का निरीक्षण किया गया, जिनमें निरीक्षकों द्वारा 8 फर्मों के 40 बीज नमूने लिए गये, जिनमें से 33 नमूनों को राजकीय बीज परीक्षण प्रयोगशाला ने मानक घोषित किये। 7 नमूने अमानक पाये जाने के कारण कुल 199.75 क्विंटल बीज जब्त किया गया। मानक पाये गये 11 नमूनों का ग्रो-आउट टेस्ट कराये जाने पर 8 नमूने अमानक पाये गये। मैसर्स ओरा हाईब्रिड सीड्स इण्डिया प्रा. लि., श्रीगंगानगर का 95.63 क्विंटल और मैसर्स लक्ष्मी सीड्स, श्रीगंगानगर का 57.27, कुल 110.90 क्विंटल बीज को राजसात कर राशि राजकोष में जमा करा दी गई है। शेष बीज राजसात के लिए प्रक्रियाधीन है।
बीज उत्पादक फर्म मैसर्स अमूल सीड्स, श्रीगंगानगर का लाइसेंस रद्द किया गया है। मैसर्स अमूल सीड्स, मैसर्स श्रीराम सीड्स प्रा.लि. और मैसर्स संगम सीड्स श्रीगंगानगर द्वारा रबी 2024-25 में उत्पादित रॉ बीज की मात्रा क्रमश: 4012.60 क्विंटल, 3259.60 क्विंटल और 1599.60 क्विंटल का इन्टेक भौतिक सत्यापन में पाई गई कमियों के कारण निरस्त किया गया है।
कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा 27 व 28 सितम्बर को हनुमानगढ़ के संगरिया में मैसर्स स्टार एग्री के गोडाउन में रखे मैसर्स राशि सीड्स प्रा. लि. के गेहूं बीज 8,569 क्विंटल के कुल 60 नमूने परीक्षण हेतु राजकीय बीज परीक्षण प्रयोगशाला में भिजवाकर 30 दिन के लिए विक्रय पर रोक लगाई गई है। स्टार एग्री सीड्स प्रा.लि. द्वारा उत्पादित सरसों बीज 63.50 क्विंटल बीज के विक्रय पर रोक लगाकर 2 नमूने लेकर राजकीय बीज परीक्षण प्रयोगशाला को भिजवाये गये हैं।
मूंग का बीज उत्पादन कार्यक्रम निरस्त
कृषि मंत्री द्वारा सितम्बर माह में हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर जिले में खरीफ 2025 में लिए गए बीज उत्पादन कार्यक्रम का निरीक्षण किया गया, जिसमें कई अनियमित्ताएं पाई गई। बीज उत्पादन कार्यक्रम के निरीक्षण में पाई गई कमियों व अनियमित्ताओं के कारण ग्वार का 271.3 हैक्टेयर और मूंग का 10 हैक्टेयर बीज उत्पादन कार्यक्रम निरस्त किया गया है।
9 फर्मों का ग्वार सीड्स उत्पादन कार्यक्रम निरस्त
बीज उत्पादक संस्था मैसर्स जयशंकर सीड्स के संपूर्ण बीज उत्पादन कार्यक्रम में 222.9 हैक्टेयर ग्वार का, कृषक भारती कॉपरेटिव लिमिटेड का 10 हैक्टेयर मूंग का बीज उत्पादन, मैसर्स प्रियाली नैचूरल्स प्रा. लि. का 7.9 हैक्टेयर में ग्वार का उत्पादन, मैसर्स गणपति सीड्स का 7.6 हैक्टेयर बीज उत्पादन, मैसर्स भारत सीड्स का 6.8 हैक्टैयर, मैसर्स रामदेव सीड्स का 8 हैक्टेयर, मैसर्स श्रीराम सीड्स सॉल्यूशन का 8 हैक्टेयर, मैसर्स धारीवाल सीड्स का 6 हैक्टैयर और कृषि विकास सहकारी समिति लिमिटेड का 6 हैक्टेयर ग्वार बीज उत्पादन कार्यक्रम निरस्त किये गये हैं। (फोटो : डॉ.किरोड़ीलाल मीणा के फेसबुक पेज से )
TOP NEWS
एमएसपी पर खरीद : फर्जी गिरदावरी दर्ज करने वालों को सहकारिता मंत्री गौतमकुमार दक की कड़ी चेतावनी
जिलों में अब केंद्रीय सहकारी बैंकों के प्रबंध निदेशक ही सर्वेसर्वा
सहकारी बैंकिंग ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़, पारदर्शिता अतिआवश्यक – मेहता
ग्राम सेवा सहकारी समिति कर्मचारियों की मुख्य मांगों पर सहमति बनी, जानिये किस आधार पर बनी सहमति
श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिले में मूंग खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीयन 27 सितम्बर से आरंभ होंगे
महिला निधि क्रेडिट कोऑपरेटिव फैडरेशन को एनसीडीसी से 3000 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत
पैक्स कार्मिकों की वर्ष 2016 और 2010 की स्क्रीनिंग निरस्त करने का आदेश

