सहकार भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में पैक्स की भूमिका एवं उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा
नई दिल्ली, 13 फरवरी। सहकार भारती द्वारा कर्नाटक के हुबली में 9-10 फरवरी को प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। अधिवेशन का उद्घाटन विधायक एवं कर्नाटक को-ऑपरेटिव फेडरेशन के अध्यक्ष जी.टी. देवगौड़ा ने किया। अधिवेशन में 16 राज्यों से 940 प्रतिनिधि शामिल हुए जबकि समापन सत्र में कर्नाटक की 1150 सोसायटी से 4 हजार अध्यक्ष, संचालक, सचिवों एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बी.एल. वर्मा ने केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय की योजनाओं एवं निर्णयों का उल्लेख करते हुए ग्रामीण अर्थव्यस्था में पैक्स की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी किए गए बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (एमपैक्स) के मॉडल बाइलाज के महत्व को बताते हुए वर्मा ने आशा व्यक्तकी कि देश की समस्त पैक्स, बहुउद्देशीय कार्यों को करते हुए सभी प्रकार के वित्तीय एवं गैर वित्तीय सेवाएं लोगों को प्रदान कर सकेंगी।
अधिवेशन में विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों ने पैक्स की अवधारणा, उनकी उपयोगिता, रणनीति, प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा की। साथ ही, पैक्स की समस्याओं, कठिनाइयों एवं उनका निराकरण पर विस्तृत चिंतन-मनन के पश्चात एक मांग पत्र तैयार किया गया, जिसे भारत सरकार एवं राज्य सरकारों को भेजकर इनके निराकरण का प्रयास किया जाएगा, ताकि समितियों की प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा।
प्रतिभागियों को समक्ष प्रस्तुत की सफलता की कहानियां
अधिवेशन में देशभर में आदर्श रूप से कार्य कर रही समितियों की सफलता की कहानी उनके प्रतिनिधियों ने रखी ताकि उनसे प्रेरणा लेकर अन्य समितियां भी अच्छा कार्य कर सकें। प्रतिभागियों को सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर, महामंत्री उदय जोशी, सांसद अन्ना साहब जोले, संरक्षक रमेश वैद्य, राजेंद्र थानवी, केशव हरोडिय़ा का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
पाचपोर ने की पैक्स की भूमिका एवं उपयोगिता पर चर्चा
समापन सत्र में राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय पाचपोर ने पैक्स की भूमिका एवं उनकी उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाला कल हमारा है। हम सब निष्ठा, ईमानदारी से कार्य करके देश की प्रगति में भागीदार बनें। अधिवेशन में सहकार भारती कर्नाटक के अध्यक्ष राजशेखर, महामंत्री मोहनदास नायक, पैक्स प्रकोष्ठ के संयोजक मल्लिकाअर्जुन भी मौजूद रहे।