राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक को 4.11 करोड़ रुपये का लाभ, संचित लाभ 50 करोड़ रुपये से पार
एसएलडीबी की 59वीं एजीएम सम्पन्न, ऋण वसूली में सुधार पर जोर
जयपुर, 27 सितम्बर (मुखपत्र)। राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड (एसएलडीबी) जयपुर की 59वीं वार्षिक साधारण सभा की बैठक 27 सितम्बर 2023 को बैंक प्रशासक एवं अतिरिक्त रजिस्ट्रार-द्वितीय श्रीमती शिल्पी पाण्डे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में 23 प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों के अध्यक्षों/प्रशासकों ने भाग लिया।
प्रशासकीय सम्बोधन में श्रीमती शिल्पी पाण्डे ने बैठक में उपस्थित सदस्यों को बताया कि वर्ष 2022-23 में प्राथमिक बैकों द्वारा 159.15 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया गया। वित्त वर्ष के दौरान पीएलडीबी का वसूली औसत 33 प्रतिशत रहा, जो कि गत वर्ष की अपेक्षा 0.43 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि वसूली सीजन मे पीएलडीबी के चुनाव कराये जाने के बावजूद, वसूली के लिए बैंकों के स्तर पर किये गये प्रयास की सराहना की गयी।
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भूमि विकास बैंकों के वसूली में सुधार लाया जाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि बैंकों की वित्तीय स्थिति में सुधार हो सके। इसके लिए राज्य बैंक द्वारा वसूली कार्य योजना तैयार कर समस्त प्राथमिक बैंकों को भिजवायी जा रही है। वसूली में सहयोग और प्रभावी मोरेटरिंग के लिए राज्य बैंक स्तर से पीएलडीबी में बैंक प्रभारी अधिकारी लगाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसएलडीबी द्वारा विशेष एकमुश्त समझौता योजना 2023-24 प्रस्तावित कर राज्य सरकार को अनुमोदन के लिए भिजवा दी गयी है।
श्रीमती पाण्डे ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-23 के दौरान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक द्वारा 4 करोड़ 11 लाख रुपये का लाभ अर्जित किया गया, जिससे संचित लाभ बढ़कर 50 करोड़ 25 लाख रुपये हो गया है। बैंक द्वारा नाबार्ड, राज्य सरकार एवं भारत सरकार के ऋणों की 31 जुलाई 2023 तक की देय मांग का शत-प्रतिशत चुकारा कर दिया गया है।
एजेंडे का सर्वसम्मति से अनुमोदन
प्रशासकीय सम्बोधन के उपरांत प्रबंध निदेशक विजय शर्मा ने सदन के समक्ष बिन्दूवार एजेंडा प्रस्तुत किया, जिनका सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। सदन ने 30-09-2022 को आयोजित गत बैठक की कार्यवाही की पुष्टि, गत बैठक की कार्यवाही की अनुपालना रिपोर्ट, वर्ष 2022-23 के संतुलन चित्र एवं लाभ-हानि खातों का अनुमोदन, वर्ष 2022-23 की वास्तविक आय की पुष्टि, वर्ष 2023-24 के संशोधित आय व्यय बजट की स्वीकृति तथा वर्ष 2024-25 के प्रस्तावित आय व्यय की स्वीकृति, वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 के ऋण वितरण की प्रगति व वर्ष 2024-25 के प्रस्तावित ऋण वितरण कार्यक्रम का अनुमोदन,
बैंक की वर्ष 2022-23 की वैधानिक ऑडिट रिपोर्ट एवं आक्षेप अनुपालना रिपोर्ट का अनुमोदन, राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक के उपनियमों में संशोधन सम्बंधी एजेंडों को सर्वसम्मति से पारित किया गया। सदस्यों ने नाबार्ड से पुनर्वित्त प्रतिशत में बढोतरी, समस्त बैंकों में ऋण वितरण आरम्भ करने, एकमुश्त समझौता योजना में राज्य बैंक द्वारा 30 प्रतिशत राशि बिना शर्त वहन करने, कतिपय बैंकों की बंद की जा चुकी शाखाओं को पुन: खोलने की अनुमति देने, प्राथमिक बैंकों में रिक्त पदों पर भर्ती करने, ऋण वितरण के लक्ष्य बढाने सम्बंधी सुझाव दिये। प्रबंध निदेशक विजय शर्मा से सदस्यों के सवालों के संतोषजनक उत्तर दिये।
वसूली में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंक पुरस्कृत
आमसभा की बैठक के दौरान, प्रशासक शिल्पी पाण्डे और प्रबंध निदेशक विजय शर्मा द्वारा वर्ष 2022-23 में वसूली में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले तीन बैंकों एवं गत वर्ष के मुकाबले वसूली में सर्वाधिक बढोतरी करने पर एक बैंक को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। चित्तौड़गढ़ पीएलडीबी को प्रथम, बीकानेर पीएलडीबी को द्वितीय तथा बालोतरा पीएलडीबी को तृतीय पुरस्कार तथा डूंगरपुर पीएलडीबी को वसूली प्रतिशत में सर्वाधिक बढोतरी के लिए विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया।
ये अध्यक्ष/प्रशासक हुए एजीएम में शामिल
आमसभा की बैठक में, निर्वाचित अध्यक्षों में पीएलडीबी सीकर से कैलाश चंद्र शर्मा, झुंझुनूं से शीशराम, दौसा से शिवचरण सैकड़ा, अजमेर से चेतन चौधरी, नागौर से नंदकिशोर सदावत, अलवर से नेमीचंद चौधरी, भरतपुर से हेमराज चौधरी, झालावाड़ से पिंकी कंवर, कोटा से चैनसिंह राठौड़, बालोतरा से बशीर खान, जोधपुर से गेम्भीर सिंह भाटी, पाली से धर्मेंन्द्र काला, बीकानेर से रामनिवास गोदारा, चूरू से ईशरराम डूडी, श्रीगंगानगर से धर्मपाल सहारण, चित्तौड़गढ़ से बद्रीलाल जाट एवं प्रतापगढ़ से किशोर कुमार, प्रशासकों में जयपुर से शोभिता शर्मा, टोंक से कुमार विवेकानंद यादव, बारां से सौमित्र कुमार मंगल, जालौर से सुनील वीरभान, हनुमानगढ़ से मनोज कुमार मान, बूंदी से मुकेश मोहन गर्ग शामिल हुए। एजीएम में बैंक के महाप्रबंधक अजय उपाध्याय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।