राज्यसहकारिता

सहकारी भूमि विकास बैंकों में 81 प्रतिशत कार्मिकों के पद रिक्त, 720 करोड़ रुपये के अवधिपार ऋण की वसूली अटकी

सहकारी भूमि विकास बैंकों में चुनावों से अधिक जरूरी है 853 रिक्त पदों पर भर्ती – आमेरा

जयपुर, 4 जून (मुखपत्र)। ऑल राजस्थान कोऑपरेटिव बैंक एम्प्लाइज यूनियन व ऑल राजस्थान कोऑपरेटिव बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव सूरजभान सिंह आमेरा ने राज्य में सहकारी भूमि विकास बैंकों के प्रजातांत्रिक स्वरूप की बहाली के लिए संचालक मंडल के चुनाव करवाने के सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए सरकार ने राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड और 36 प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों में लम्बे समय से कार्मिको के रिक्त पड़े 853 पदों पर अविलम्ब भर्ती कराने की मांग की है।

सहकार नेता आमेरा ने बताया कि राज्य की 36 प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों (पीएलडीबी) में स्वीकृत 910 पदों के एवजी मात्र 177 कार्मिक कार्यरत है, मात्र 19 प्रतिशत उपलब्ध स्टाफ़ से बैंक नहीं चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई पीएलडीबी में तो एक भी नियमित कर्मचारी उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार, सभी प्राथमिक भूमि विकास बैंकों में कुल 733 पद रिक्त हैं। इसी प्रकार, राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक (एसएलडीबी) में 162 स्वीकृत पदों की एवज में मात्र 42 कार्मिक कार्यरत हैं और 120 पद रिक्त हैं।

आमेरा ने बताया कि सहकारी भूमि विकास बैंकों में स्टाफकी अत्यंत कमी के बारे में सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा व रजिस्ट्रार मेघराज सिंह रत्नू को भी यूनियन द्वारा ज्ञापन देकर बताया गया है, इसके बावजूद अभी तक भूमि विकास बैंको में भर्ती का निर्णय लम्बित चल है।

अवधिपार ऋण की वसूली अटकी

उन्होंंने बताया कि बड़ी संख्या में रिक्त पदों के कारण सहकारी भूमि विकास बैंकों के 720 करोड़ रुपये के अवधिपार ऋण की वसूली नहीं हो पा रही है। कई जिलों में किसानों को नया दीर्घकालीन ऋण वितरण नहीं हो पा रहा, जिससे राज्य सरकर की बजट घोषणाएं लागू नहीं हो पा रही।
सहकार नेता आमेरा ने बताया कि 5 जून से प्रदेश के 23 प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों में संचालक मंडल के चुनाव के लिए निर्वाचन प्रक्रिया आरम्भ होने जा रही है, क्योंकि कई बैंकों में वर्षों से प्रशासक नियुक्त हैं। निश्चित रूप से इन बैंकों के कुशल संचालन के लिए चुनाव करवाना जरूरी है, लेकिन स्टाफ की भर्ती किये बिना बैंकों का संचालन को नामुमकिन है। वर्षों से रिक्त पड़े पदों पर कार्मिको की भर्ती चुनाव से अधिक आवश्यक है।

भर्ती नहीं तो आंदोलन

आमेरा ने राज्य सरकार व सहकारी विभाग से राज्य के सभी सहकारी बैंकों, यथा – राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड, 29 केंद्रीय सहकारी बैंक, राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक और 36 पीएलडीबी में रिक्त पड़े विभिन्न संवर्ग के कुल 1390 पदों पर भर्ती प्रक्रिया तुरंत प्रभाव से शुरू करने की माँग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि सभी सहकारी बैंकों में एक साथ भर्ती प्रक्रिया आरम्भ नहीं की गयी तो, राज्य स्तर पर आंदोलन आरम्भ किया जायेगा।

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