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मोदी सरकार का केंद्रीय कर्मचारियों को एक और तोहफा, ईपीएफ खातों पर ब्याज दर में बढोतरी

नई दिल्ली, 10 फरवरी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने 2023-24 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खातों के लिए 8.25 प्रतिशत की ब्याज दर तय की है। यह पिछले साल से 0.10 प्रतिशत अधिक है। ईपीएफओ ने लगातार तीसरे साल कर्मचारी भविष्य निधि पर ब्याज दर में बढोतरी की है। केंद्रीय न्यासी बोर्ड, ईपीएफओ की 235वीं बैठक में आज शनिवार को 2023-24 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि जमा पर 8.25 प्रतिशत ब्याज दर की सिफारिश की है। इस फैसले से छह करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा होगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल 28 मार्च को ईपीएफओ ने 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खातों के लिए 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर की घोषणा की थी। इसके पहले ईपीएफओ ने वित्तवर्ष 2022 में 8.10 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया था।

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव की अध्यक्षता में शनिवार को दिल्ली में आयोजित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के केंद्रीय न्यासी बोर्ड की इस बैठक में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री और बोर्ड के उपाध्यक्ष रामेश्वर तेली एवं सह-उपाध्यक्ष, श्रम एवं रोजगार (सचिव) सुश्री आरती आहूजा और सदस्य सचिव एवं केन्द्रीय भविष्य निधि आयुक्त श्रीमती नीलम शमी राव भी मौजूद रहीं।

अधिसूचना के बाद खातों में जमा होगी

केंद्रीय बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए सदस्यों के खातों में ईपीएफ संचय पर 8.25 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर जमा करने की सिफारिश की। वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद इस ब्याज दर को आधिकारिक तौर पर सरकारी राजपत्र में अधिसूचित किया जाएगा। इसके बाद, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अपने ग्राहकों के खातों में स्वीकृत ब्याज दर जमा करेगा।

रुपये की ऐतिहासिक आय राशि के वितरण की सिफारिश

बोर्ड ने रुपये की ऐतिहासिक आय राशि के वितरण की सिफारिश की है। बोर्ड ने ईपीएफ सदस्यों के खातों में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये की कुल मूल राशि पर 1,07,000 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक आय राशि वितरित करने की सिफारिश की है, जो वित्तीय वर्ष 2022-23 में क्रमश: 91,151.66 करोड़ रुपये और 11.02 लाख करोड़ रुपये थी। वितरण के लिए अनुशंसित कुल आय राशि रिकॉर्ड के मामले में सबसे अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। आय 17.39 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है, जबकि मूल राशि 17.97 प्रतिशत बढ़ी है। यह सदस्यों के लिए बेहतर वित्तीय प्रदर्शन और संभावित रूप से मजबूत रिटर्न का संकेत देता है।

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