15 जिलों की ग्राम सेवा सहकारी सोसाइटियों में 25 लाख रुपये के अनुदान से बनेंगे बड़े गोदाम, यहां पढिय़े पूरी सूची
जयपुर, 13 दिसम्बर (मुखपत्र)। सहकारिता विभाग द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियों में बड़ी क्षमता के गोदाम निर्माण की एक और सूची जारी कर दी गयी है। इसमें 15 जिलों की 39 समितियों का नाम शामिल है। सहकारी क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना के तहत इस साल प्रदेश की 100 सहकारी सोसाइटियों मेंं पांच सौ मैट्रिक टन क्षमता के गोदामों का निर्माण करवाया जा रहा है।
राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत पहली बार पांच सौ मीट्रिक टन का गोदाम बनाये जाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। इस कार्य के लिए चयनित ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड/क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड को 25 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा। इस राशि में गोदाम निर्माण के साथ-साथ कार्यालय भवन का निर्माण भी कराया जायेगा। अब तक 100 मीट्रिक टन के गोदाम निर्माण के लिए ही अनुदान दिया जाता रहा है।
रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां द्वारा प्रदेश के 15 जिलों की 39 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में पांच-पांच सौ मीट्रिक टन के गोदाम निर्माण की स्वीकृति जारी की गयी है। जिला कोटा में 8, श्रीगंगानगर में 6, चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, अलवर, सवाईमाधोपुर और बारां में 3-3, सीकर और झालावाड़ में 2-2 तथा हनुमानगढ़, जयपुर, जोधपुर, राजसमंद, टोंक और पाली में 1-1 पैक्स में 500 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम एवं कार्यालय निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
उपरोक्त बजट घोषणा की क्रियान्विति के लिए जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। गोदाम निर्माण एवं कार्यालय निर्माण से शेष बची राशि से सोसाइटी की चारदिवारी बनायी जा सकेगी। उसके बाद भी यदि राशि शेष रहती है, तो उसे राज्य सहकारी बैंक के माध्यम से सहकारिता विभाग को लौटाना होगा।
सहकारिता विभाग द्वारा बजट घोषणा वाले गोदाम निर्माण कार्य के पर्यवेक्षण एवं समन्वय के लिये पर्यवेक्षण कमेटी का गठन किया है, जिसका अध्यक्ष सम्बंधित खंड के खंडीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार को बनाया गया है। सम्बंधित केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक सदस्य सचिव होंगे जबकि सदस्यों में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक, कृषि विपणन बोर्ड के एक अभियंता, राजस्थान राज्य वेयरहाउस निगम के एक प्रतिनिधि और जिले के उप रजिस्ट्रार को सदस्य बनाया गया है।
समितियों की सूची
कोटा : सावन-भादों पीपलदा, बोरखेड़ा, हथियांखेड़ी, शिव (दीगोद), रूपाहेड़ा, मोरपा और देवली ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड।
श्रीगंगानगर : 12 जी छोटी, खैरूवाला, गदरखेड़ा, तख्तहाजारा, लालगढ़ जाटान और 40 एफ ग्राम सेवा सहकारी समिति।
चित्तौडग़ढ़ : गंगरार, भाटोली और सिंघाना ग्राम सेवा सहकारी समिति।
भीलवाड़ा : बामनिया, दौलतपुरा और काछोला ग्राम सेवा सहकारी समिति।
अलवर : गिरूड़ी, जखराना और भिण्डूसी शाहबाद ग्राम सेवा सहकारी समिति।
सवाईमाधोपुर : छाण, मेईकलां और दादनपुर ग्राम सेवा सहकारी समिति।
बारां : शाहबाद, केलवाड़ा और मिर्जापुर ग्राम सेवा सहकारी समिति।
सीकर : जुगराजपुरा और सिमारला ग्राम सेवा सहकारी समिति।
झालावाड़ : कोलवी और डग ग्राम सेवा सहकारी समिति।
हनुमानगढ़ : सरदारगढिय़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति।
जयपुर : कालवाड़ ग्राम सेवा सहकारी समिति।
जोधपुर : आऊ ग्राम सेवा सहकारी समिति।
राजसमंद : फरारा ग्राम सेवा सहकारी समिति।
टोंक : डोडवाड़ी ग्राम सेवा सहकारी समिति।
पाली : लापोद ग्राम सेवा सहकारी समिति।