सहकारिता

निकट भविष्य में सहकारिता क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन दिखाई देगा – तोमर

सहकार भारती द्वारा क्रेडिट सोसायटी राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन

नई दिल्ली, 3 दिसम्बर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में सहकार भारती द्वारा दो दिवसीय क्रेडिट सोसायटी राष्ट्रीय अधिवेशन पूसा मेला मैदान, दिल्ली में आयोजित किया गया। उद्घाटन समारोह में हजारों प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सहकारिता का क्षेत्र, देश के समक्ष विद्यमान चुनौती को स्वीकारते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में बढ़-चढ़कर अपना योगदान प्रदान करें।

श्री तोमर ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए ईमानदार नुमाइंदगी करने वाला संगठन जरूरी होता है और मैं यह विश्वासपूर्वक कह सकता हूं कि सहकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले प्रतिनिधियों का सक्षम और सशक्त नुमाइंदगी करने वाला संगठन सहकार भारती है। आज के इस कार्यक्रम में क्रेडिट सोसाइटियों का एक जगह, एक उद्देश्य के लिए इतनी बड़ी संख्या में एकत्र होना बहुत महत्वपूर्ण व प्रसन्नता की बात है।

श्री तोमर ने कहा कि हम सब यह भली-भांति जानते हैं कि बिना संस्कार के सहकार नहीं होता और बिना सहकार के उन्नति नहीं होती है। सहकार भारती, सहकारिता के क्षेत्र में समर्पित सेवाएं दे रही है। इसका उद्देश्य संस्कार से सहकार को आगे बढ़ाना है। सहकार का भाव हमारे संस्कार में होने के बाद भी आजादी के 75 वर्ष बाद यह यात्रा अधूरी है क्योंकि पहले काम करने वाले नेतृत्व में दृष्टि का अभाव था। नीति-नीयत की कमी थी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि सशक्त नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पशुपालन, मत्स्यपालन, कौशल विकास और सहकारिता के लिए अलग मंत्रालय बनाने का महत्वपूर्ण काम किया है।

सरकार का प्रयास, हर व्यक्ति सहकारिता आंदोलन से जुड़े

श्री तोमर ने कहा कि सहकारिता का अलग मंत्रालय बनने के बाद अमित शाह के नेतृत्व में जिस तरह से सहकारिता क्षेत्र की प्रगति का काम हो रहा है, उससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ा है, जहां किसान-कृषि भी है। कृषक के पास सब कुछ आसानी व ईमानदारी से पहुंचाने में एवं उसकी परेशानी कम करने में सहकारिता क्षेत्र का योगदान अहम होगा। इसके लिए सोसाइटियों का सशक्त होना जरूरी है।

आज देश में पैक्स का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है, उनकी क्षमता बढ़ाई जा रही है। सस्ते ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराकर दुनिया की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना शुरू की जा रही है। पैक्स पीडीएस दुकान चलाएं, पेट्रोल पम्प, दवा दुकान व गैस एजेंसी भी चलाएं, इस पर भी काम हो रहा है। इससे न केवल पैक्स सशक्त होंगे बल्कि उपभोक्ताओं को भी लाभ मिलेगा। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी सोसाइटियां बनाई जा रही हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो, लगातार इस बात की कोशिश सरकार की तरफ से की जा रही है कि हर व्यक्ति सहकार के आंदोलन से जुड़े।


ध्येय गीत लॉन्च, स्मारिका का विमोचन

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री तोमर ने ध्येय गीत लॉन्च किया व स्मारिका का विमोचन किया। केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बी.एल. वर्मा, अधिवेशन के स्वागताध्यक्ष सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम चांडक और महामंत्री डॉ. उदय जोशी आदि भी उपस्थित थे।

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