सहकारी बैंक के सेवानिवृत्त कार्मिकों को ईपीएस योजना में पेंशन का लाभ मिलना शुरू, डिमांड राशि से अधिक मिला ऐरियर
श्रीगंगानगर, 11 सितम्बर (मुखपत्र)। लम्बे संघर्ष के पश्चात, अंतत: केंद्रीय सहकारी बैंक के कर्मचारियों को ईपीएस योजना के तहत ऐरियर सहित पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो गया है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के सेवानिवृत्त कार्मिकों को ऐरियर और पेंशन के रूप में दोहरा लाभ प्रदान किया गया है।
बैंक के 6 सेवानिवृत्त कार्मिकों को अगस्त माह की पेंशन, सितम्बर माह में मिलनी शुरू हो गयी है। सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय की पालना में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, जोधपुर कार्यालय द्वारा कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत जिन छह सेवानिवृत्त कार्मिकों को सम्मानजनक पेंशन प्रदान की गयी है, उनमें बैंक के मुख्य प्रबंधक जी.एस. गिल सहित प्रबंधक रवि किरण मल्होत्रा, प्रबंधक सतीश तलूजा, प्रबंधक सुरेंद्र गुप्ता, प्रबंधक नरेश शर्मा और बैंकिंग सहायक जगदीश जांदू शामिल हैं।
बैंक से प्राप्त अधिकृत सूचना के अनुसार, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा जी.एस. गिल को 21 लाख 31 हजार रुपये, रविकिरण मल्होत्रा को 18 लाख 50 हजार, सतीश तलूजा को 17 लाख 90 हजार, सुरेंद्र गुप्ता को 15 लाख, नरेश शर्मा को 14 लाख 02 हजार तथा जगदीश जांदू को 10 लाख 09 हजार रुपये जमा कराने का डिमांड नोटिस जारी किया गया था। दो माह पूर्व इन समस्त कार्मिकों ने यह राशि जमा करवा दी।
भविष्य निधि संगठन की ओर से जीएस गिल को 21 लाख 23 हजार रुपये, रवि किरण मल्होत्रा को 21 लाख 10 हजार, सतीश तलूजा को 20 लाख 43 हजार, सुरेद्र गुप्ता को 18 लाख, नरेश शर्मा को 10 लाख 08 हजार तथा जगदीश जांदू को 13 लाख 97 हजार रुपये ऐरियर के रूप में दिये गये हैं। इसके अलावा जीएस गिल को 22 हजार रुपये, रविकिरण मल्होत्रा को 25,151 रुपये, सतीश तलूजा को 25,200 रुपये, सुरेंद्र गुप्ता को 19,800 रुपये, नरेश शर्मा को 22,741 रुपये और जगदीश जांदू को 15 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलनी शुरू हो गयी है।
हालांकि, जीएस गिल अभी इस पेंशन से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरसी गुप्ता मामले में दिये गये निर्णय के अनुरूप पेंशन नहीं बनायी गयी। हम इसे दोबारा कोर्ट में चुनौती देने पर विचार कर रहे हैं। गिल के अनुसार, 1 सितम्बर 2014 के बाद सेवानिवृत्त हुए बैंक कार्मिकों को ही पेंशन का लाभ मिल पाया है, जो कि कुल सेवानिवृत्त बैंक कार्मिकों की संख्या का एक चौथाई मात्र है।