19 मई से गुलाबी नगरी में महकेगी सहकारी मसालों की सुगंध
दस दिवसीय राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला का जवाहर कला केंद्र में होगा आयोजन
जयपुर, 18 मई (मुखपत्र)। गुलाबी नगरी के नाम से विख्यात राजस्थान की राजधानी जयपुर की फिजां में एक बार फिर शुद्ध और गुणवत्तायुक्त सहकारी मसालों की सुगंध बिखरने जा रही है। जेएलएन मार्ग पर स्थित जवाहर कला केंद्र में रविवार से राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला- 2024 का आगाज होने जा रहा है। सहकारिता विभाग और राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (CONFED) जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में 19 से 28 मई 2024 तक आयोजित होने वाले, देश के इस एक मात्र सहकारी मसाला मेला में राजस्थान, पंजाब, केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों की सहकारी संस्थाओं द्वारा परम्परागत मसाले, गरम मसाले, इंस्टेंट मसाले, साबुत मसाले, अचार, शर्बत, ठण्डाई, मुरब्बे, केर-सांगरी सहित विभिन्न प्रकार की सूखी सब्जियां, ड्राईफ्रूट्स, डेयरी उत्पाद, मोटे अनाज, खाद्यान्न, तेल एवं अन्य प्रकार की खाने की सामग्री सहित 150 से अधिक प्रकार के बिक्री के लिए उपलब्ध कराए जायेंगे। स्वयं सहायता समूहों द्वारा खादी एवं हथकरघा उत्पादों की भी स्टॉल लगायी जायेगी।
पूर्व की भांति, इस बार भी जवाहर कला केंद्र परिसर के दक्षिण परिसर में मेला आयोजित होगा। मेले का शुभारम्भ 19 मई की सायं 6 बजे होगा। संभवत: सहकारिता विभाग की शासन सचिव श्रीमती शुचि त्यागी (IAS) और रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, श्रीमती अर्चना सिंह (IAS) के कर-कमलों से मेले का शुभारम्भ होगा। अगले दिन यानी 20 मई से 28 मई तक, प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक मेला आमजन के लिए खुला रहेगा।
प्रवेश और पार्किंग नि:शुल्क
मेले में प्रवेश और पार्किंग की सुविधा नि:शुल्क रहेगी। अत्यधिक गर्मी से राहत के लिए एयरकूल्ड डोम बनाया गया है, ताकि लोग सरलता से खरीदारी कर सकें। आमजन की सुविधा के लिए फूडमार्ट की सशुल्क व्यवस्था की गयी है।
कारोबार के साथ मनोरंजन भी
आयोजकों की ओर से आगन्तुकों के मनोरंजन की शानदार व्यवस्था रहेगी। मेले के दूसरे दिन से लेकर, समापन से एक दिन पहले तक, प्रतिदिन सायं सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। इस दौरान, आमजन को शेखावती लोकनृत्य, भवाई नृत्य, पंजाब का भांगड़ा, लंगा-मांगणियार कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुति, राधा-कृष्ण की रासलीला की भावमयी प्रस्तुति देखने को मिलेगी। इसके अलावा, घूमर, लंगा गीत, चरी नृत्य एवं हमारी संस्कृति में रचे-बसे अन्य पारम्परित नृत्य एवं गीत भी देखने-सुनने को मिलेंगे। एक दिन सहकारिता विभाग के अधिकारी, कर्मचारी भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
दैनिक एवं मेगा ड्रा का लाभ मिलेगा
उपभोक्ता संघ के महाप्रबंधक राजेंद्र सिंह ने बताया कि मेले में खरीदारी करने वालों को दैनिक एवं मेगा ड्रा का लाभ मिलेगा। मेले में विभिन्न स्टालों से दो हजार रुपये की खरीदारी करने वाले ग्राहकों के लिए हर रोज तीन लक्की ड्रा निकाले जायेंगे, जिनमें क्रमश: 5100, 3100 और 2100 रुपये के गिफ्ट हैम्पर दिये जायेंगे। इसके अलावा, पांच हजार रुपये के उत्पादों की खरीदारी करने वाले ग्राहकों के लिए मेले के समापन पर मेगा लक्की ड्रा निकाला जायेगा, जिसमें प्रथम पुरस्कार में फ्रंट लोडेड वाशिंग मशीन, द्वितीय पुरस्कार में एलईडी टीवी, तृतीय पुरस्कार में टेबलेट, चतुर्थ पुरस्कार में स्पोट्र्स साइकिल एवं पंचम पुरस्कार में म्यूजिक सिस्टम दिया जायेगा।
जी-जान से जुटा है सहकार परिवार
मेले में व्यवस्थाओं के प्रबंधन और सफल आयोजन के लिए पूरा सहकार परिवार दस दिन तक अनथक कर्तव्य का पालन करता है। आयोजन संस्था -राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (कॉनफैड) के साथ-साथ सहकारिता सेवा के सीनियर एडिशनल रजिस्ट्रार से लेकर सहायक रजिस्ट्रार कैडर के 50 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी, लगातार दस दिन तक, रात 10 बजे तक, आयोजन स्थल पर ड्यूटी देते देखे जा सकते हैं। मेले की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित ढंग से अंजाम देन के लिए रजिस्ट्रार द्वारा 10 से अधिक कमेटियों का गठन किया गया है।
इन संस्थाओं की रहेगी भागीदारी
राजस्थान के सहकारी उपभोक्ता भंडार, क्रय विक्रय सहकारी समितियां, महिला सहकारी समितियां, प्राथमिक कृषि ऋणदात्री समितियां, महिला एसएचजी के अलावा केरल, तमिलनाडु व पंजाब की सहकारी संस्थाओं द्वारा मसाला मेला में स्टॉल लगायी जायेंगी। अपेक्स बैंक, कॉनफैड, तिलम संघ, इफको, कृभको, राजफैड, सरस डेयरी द्वारा भी अपने उत्पादों का प्रदर्शन एवं बिक्री की जा जाती है।