मुख्य सचिव के आदेश पर सहकारी बैंक प्रबंधन की मनमानी भारी, 8 वर्ष से नहीं हो रही डीपीसी की बैठक
जयपुर, 13 नवम्बर। ऑल राजस्थान कोआपरेटिव बैंक एम्प्लाइज यूनियन व ऑल राजस्थान कोआपरेटिव बैंक ऑफि़सर्स एसोसिएशन के प्रान्तीय महासचिव, सहकार नेता सूरज भान सिंह आमेरा ने रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां मंजू राजपाल को ज्ञापन सौंपकर सिरोही सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में पिछले 8 वर्ष से लम्बित डीपीसी की बैठक बुलवाकर पदोन्नति किए जाने की माँग की है। सहकार नेता आमेरा के हाल ही में आबू रोड प्रवास के सिरोही सीसीबी कार्मिकों ने मुलाक़ात कर लम्बित डीपीसी व अन्य माँगों से अवगत करवाया था।
आमेरा ने ज्ञापन में बताया है कि राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव सुधांश पंत द्वारा 4 मार्च 2024 को लिखित आदेश जारी कर, सभी अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव को वर्ष 2023-24 तक की सभी लम्बित डीपीसी 31 मार्च 2024 तक किया जाना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था। मुख्य सचिव के आदेश के बावजूद सिरोही सीसीबी प्रबंधन द्वारा आज तक वर्ष 2016 से लम्बित चल रही डीपीसी नहीं कर राज्य सरकार के आदेशों की सरासर अवहेलना की जा रही है। मुख्यमंत्री भजन लाल द्वारा कार्मिको की वर्ष में दो बार डीपीसी किए जाने के निर्णय व घोषणा की भी सिरोही बैंक प्रबंधन को उनके दायित्व का निर्वहन करने के लिए प्रेरित नहीं कर सकी।
आमेरा ने बताया कि बैंक में गत डीपीसी 21 जून 2016 को वर्ष 2015-16 तक के लिए की गई थी, उसके बाद से आज तक कोई डीपीसी की बैठक नहीं बुलवाई गई है, जिससे कर्मचारियों व अधिकारियों को पिछले 8 वर्ष से उनके पदोन्नति के वाजिब हक़ से वंचित कर उन्हें आर्थिक नुक़सान दिया जा रहा है। बैंक में अधिकारियों के रिक्त पदों पर बैंकिंग सहायक से ही शाखा प्रबंधक के पदों पर काम लेकर उन्हें नियमित ऑफि़सिएटिंग अलाउंस का भी भुगतान नहीं करके उनके हितों के साथ दोहरा कुठाराघात किया जा रहा है। बैंक में कुल स्वीकृत 96 पदों के विरुद्ध मात्र 32 कार्मिक कार्य कर रहे हैं, बैंक में 64 पद रिक्त चल रहें हैं, जिनमें से अधिकारी वर्ग के अधिकांश पद पदोन्नति से ही भरे जाने है।
आमेरा ने रजिस्ट्रार सहकारिता से सिरोही सीसीबी प्रबंधन को अविलम्ब डीपीसी बैठक बुलाने के निर्णायक आदेश जारी कर बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों को 8 वर्ष से लम्बित पदोन्नति का लाभ दिलवा कर कार्मिक असंतोष व आंदोलन को टाले जाने की माँग की गई है।