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सरकार सहकारी बैंकों को नहीं दे रही ऋण माफी के बकाया 765.57 करोड़ रुपये, अल्पकालीन साख ढांचा चरमराने की आशंका

दौसा, 21 दिसंबर (मुखपत्र)। दौसा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के सभागार मेें जिले के सहकारी बैंक कर्मचारियों, अधिकारियों, पैक्सकर्मियों एवं सविंदा कर्मियों का जिला सम्मेलन आयोजित किया गया। यूनियन के सचिव सुधीर शर्मा ने बताया कि सम्मेलन के मुख्य अतिथि सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा थे।

अपने संबोधन में सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने राज्य सरकार से वर्ष 2018, 2019 में की गई राजस्थान कृषक ऋण माफी पर देय 8 प्रतिशत ब्याज के पेटे जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों को देय लम्बित क्लेम की राशि 765.57 करोड़ रुपये का शीघ्र भुगतान करने की मांग की। उन्होंनें बताया कि ऋण माफी के ब्याज पेटे प्राप्य राशि का भारतीय रिजर्व बैंक से प्राप्त निर्देशानुसार केंद्रीय सहकारी बैंकों को अपनी लेखा पुस्तकों में शत-प्रतिशत प्रावधान किये जाने से अधिकांश बैंक हानि/संचित हानि में आ गये हैं। केंद्रीय सहकारी बैंकों का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 9 प्रतिशत से कम होने पर किसानों को ऋण देने के लिए नाबार्ड से पुनर्भरण नहीं मिल पा रहा सरकार द्वारा लम्बित राशि सहकारी बैंकों को शीघ्र जारी नहीं की जाती है तो प्रदेश का अल्पकालीन साख चक्र बाधित हो सकता है।

आमेरा ने प्रदेश के सहकारी बैंकों में लागू 16वें वेतन समझौते के तहत बैंककर्मियों को देय बढे हुए विशेष भत्तों एवं जेएआईआईबी, सीएआईआईबी विषेष शैक्षणिक योग्यता पर देय वेतनवृद्धि का भुगतान करने, 25 वर्ष से रिक्त पदों पर ऑउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से संविदा पर कार्यरत संविदा कर्मियों को बैंकों में रिक्त पदों पर नियमित किये जाने, पैक्सकर्मियों की सेवासुरक्षा एवं वेतन भुगतान की नियमित व्यवस्था के लिए कैडर व्यवस्था लागू करने की मांग की।

सहकार नेता ने कहा कि सहकारी बैंकों की आर्थिक सक्षमता एवं कुशल प्रबंधन की व्यवस्था के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश एवं परिपत्र की पालना में सहकारी बैंकों में ‘फिट एंड प्रोपर‘ मानदण्डों को पूरा करने वाले योग्य एवं पात्र अधिकारी प्रबंध निदेशक के पद पर लगाये जाने की आवश्यकता है। सहकारी बैंकों में ऋण योजनाओं एवं कार्य में पारदर्शिता के साथ भ्रष्टाचार पर जीरो टोलेरेंस की नीति लागू करने के लिए प्रभावी आंतरिक निरीक्षण, पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू किया जाए।

सम्मेलन को दौसा जिला सचिव सुधीर शर्मा, अध्यक्ष रूपसिंह मीणा, पैक्सकर्मी यूनियन के अध्यक्ष रमेशकुमार भारद्वाज, सतीश शर्मा, धनसीराम बैरवा, सचिन कुमार, पवनकुमार, सीमा महावर, राजकुमार शर्मा, अनुपम अग्रवाल, जयपुर से आये पदाधिकारी हेमंतवर्मा, मनीष गंगवाल, राकेशकुमार गुर्जर ने भी सम्बोधित करते हुए सहकारी बैंकों की आर्थिक मजबूती एवं कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा के लिए यूनियन के बैनर तले संगठित रहने पर जोर दिया।

 

 

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