राज्य सहकारी संघ की वार्षिक आमसभा में सहकारी सदस्यों के प्रशिक्षण एवं जागरूकता पर जोर
जयपुर, 14 फरवरी (मुखपत्र)। राजस्थान राज्य सहकारी संघ की वार्षिक आमसभा शुक्रवार को नेहरू सहकार भवन में आयोजित हुई। आमसभा में संघ को अधिक सशक्त बनाने की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई एवं विभिन्न प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
आमसभा को सम्बोधित करते हुए राज्य सहकारी संघ के प्रशासक भोमाराम, सीनियर एडिशनल रजिस्ट्रार ने कहा कि संघ राज्य की एक गैर लाभकारी शीर्ष सहकारी संस्था है, जिसका उद्देश्य सहकारिता आन्दोलन को मजबूत करना है। संघ द्वारा आयोजित किए जाने प्रशिक्षण कार्यक्रमों में वृद्धि किया जाना अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा वर्ष पर्यंत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें संघ की भी महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए।
भोमाराम ने कहा कि ‘सहकार से समृद्धि’ योजना के अंतर्गत प्रत्येक सहकारी सदस्य को जागरूक बनाया जा रहा है। देश का हर पांचवां व्यक्ति किसी न किसी रूप में सहकारिता से जुड़ा हुआ है। इस नेटवर्क को और व्यापक बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने ‘सहकार से समृद्धि’ योजना की 54 पहलों के तहत नई समितियों के गठन, पैक्स कम्प्यूटराइजेशन, एम-पैक्स, गोदाम निर्माण, ‘म्हारो खातो म्हारो बैंक’ अभियान, एफपीओ और कार्मिक प्रशिक्षण आदि पर जोर दिया। प्रशासक ने कहा कि राज्य सहकारी संघ द्वारा वर्ष 2025 के लिए एक अवधारणा पत्र तैयार किया गया है, जिसके अंतर्गत सहकारिता से जुड़े प्रत्येक सदस्य को प्रचार-प्रसार एवं प्रशिक्षण के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। राज्य में संचालित विभिन्न योजनाओं को सदस्यों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि इनका लाभ सदस्यों को प्राप्त हो सके।
ग्राम पंचायत स्तर पर शिक्षा-प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे
संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इन्दरसिंह, अतिरिक्त रजिस्ट्रार ने कहा कि इस वर्ष प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिक्षा और प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रशिक्षित करने के लिए सहकारिता विभाग के अधिकारियों और निरीक्षकों का चयन किया जायेगा और प्रशिक्षण कार्यक्रम गुणवत्तापूर्ण हों, इस पर फोकस रहेगा। सहकारी शिक्षा एवं प्रशिक्षण निधि के माध्यम से संघ के लिए पर्याप्त फंड जुटाया जाएगा तथा भामाशाहों का चिह्नीकरण किया जाएगा।
सहकारी संघ में रिक्त पदों को भरा जाएगा
इन्दरसिंह ने बताया कि सहकारी शिक्षा एवं प्रशिक्षण निधि के संकलन में वृद्धि की जाएगी और सहकारी संघ में रिक्त 36 पदों पर भर्ती की जायेगी। जिला सहकारी संघों को सशक्त बनाया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि संघ की स्थिति में निरन्तर सुधार होगा।
आमसभा में गत साधारण सभा की कार्यवाही की पुष्टि एवं निर्णयों की क्रियान्विति, वर्ष 2023-24 के लाभ-हानि खाता का अनुमोदन, वर्ष 2024-25 के वास्तविक व्यय एवं वर्ष 2025-26 के प्रस्तावित बजट का अनुमोदन, संघ द्वारा वर्ष 2024-25 में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पुष्टि, वर्ष 2025-26 के प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर विचार, ‘सहकार से समृद्धि’ हेतु प्रस्तावित कार्यक्रमों की कार्ययोजना पर विचार एवं सी.ए. की नियुक्ति पर विचार किया गया।
आमसभा में चित्तौडग़ढ़ प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड के अध्यक्ष बद्रीलाल जाखड़, राजस्थान राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय पाठक, राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक लि. के प्रबंध संचालक जितेन्द्र प्रसाद, जिला सहकारी संघों के अध्यक्ष व प्रशासक एवं जिलास्तरीय सहकारी संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे तथा अपने सुझाव दिए।
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