हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ के बाद अब गंगानगर में भी मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीद आरम्भ
श्रीगंगानगर, 7 नवम्बर (मुखपत्र)। हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ के बाद गुरुवार को श्रीगंगानगर की मंडियों में भी मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीद आरम्भ हो गयी। बुधवार को जिला कलेक्टर डॉ. मंजू चौधरी के साथ क्रय विक्रय सहकारी समिति अध्यक्षों की बैठक के बाद, मूंग खरीद शुरू करने पर सहमति हो गयी थी। कलेक्टर ने आश्वस्त किया था कि उनके यहां से मूंग का तुलाई खर्च 25 पैसे प्रति सैकड़ा किये जाने की अनुशंसा राजफैड व सरकार को कर दी गयी है और राज्य सरकार की ओर से नैफेड को भी 25 पैसे प्रति सैकड़ा तुलाई खर्च दिये जाने के लिए पत्र लिखा जा चुका है। इस सम्बंध में शीर्ष स्तर पर प्रयास जारी हैं, लेकिन इसके लिए किसानों का नुकसान नहीं होना चाहिये। बैठक में उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां मोहम्मद फारूख और राजफैड के क्षेत्रीय अधिकारी हरिसिंह शर्मा भी उपस्थित थे।
कलेक्टर से हुई वार्ता से संतुष्ट होने के पश्चात गुरुवार को जिले के अधिकांश खरीद केंद्रों पर मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीद आरंभ कर दी गयी। हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ जिले की क्रय विक्रय सहकारी समितियों एवं ग्राम सेवा सहकारी समितियों द्वारा अक्टूबर माह के अंतिम दिनों में खरीद आरम्भ कर दी गयी थी।
राजफैड के क्षेत्रीय अधिकारी हरिसिंह शर्मा ने बताया कि मूंग की खरीद के लिये श्रीगंगानगर जिले में 25, हनुमानगढ़ जिले में 11 तथा अनूपगढ़ जिले में 15 खरीद केंद्र बनाये गये हैं। बुधवार तक, हनुमानगढ़ जिले में 3708 तथा अनूपगढ़ जिले में 4667 क्विंटल मूंग की खरीद की जा चुकी है। गंगानगर जिले में बुधवार तक केवल पदमपुर केवीएसएस द्वारा 378 क्विंटल मूंग खरीदा गया था। अब तकगंगानगर जिले में 5480, अनूपगढ़ में 3950 तथा हनुमानगढ़ में 3282 किसानों द्वारा कृषि उपज बेचान के लिए पंजीकरण करवाया है।
उल्लेखनीय है कि नैफेड द्वारा श्रीगंगानगर, अनूपगढ़ और हनुमानगढ़ (नोहर, भादरा को छोडक़र) जिले में मूंग की खरीद पर तुलाई खर्च 25 पैसे सैंकड़ा दिया जाता रहा है। जबकि शेष राजस्थान में मूंग तुलाई की दर 8 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है। इस बार नैफेड द्वारा अनुमोदित तुलाई खर्च में 25 पैसे प्रति सैकड़ की दर से भुगतान किये जाने का प्रावधान नहीं किये जाने के कारण धानमंडियों में धानक-तौला समुदाय ने तुलाई से इंकार कर दिया, जिसके चलते उपरोक्त क्षेत्र में खरीद कार्य बाधित हो गया था। हालांकि, राजफैड अधिकारियों के आश्वासन के पश्चात 28 अक्टूबर को हनुमानगढ़ एवं अनूपगढ़ जिले में खरीद आरम्भ हो गयी थी।