अखिल भारतीय सहकार सप्ताह 14 नवम्बर से, रजिस्ट्रार ने सहकारी अधिकारियों और संस्थाओं को किया पाबंद
जयपुर, 13 नवम्बर (मुखपत्र)। हर साल की भांति इस वर्ष भी 14 नवम्बर से 20 नवम्बर, 2025 तक समूचे देश में 72वें अखिल भारतीय सहकार सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष के सहकार सप्ताह का मूल ध्येय वाक्य ‘Cooperatives as Vehicles for Atmanirbhar Bharat’ रखा गया है। सहकार सप्ताह का सहकारिता के क्षेत्र में विशेष महत्व है। इस सप्ताह में विभिन्न दिवसों को समारोहपूर्वक आयोजित कर तथा सहकारिता के विभिन्न कार्यक्रमों से जनसाधारण को अवगत कराकर सहकारिता से जोडऩे के प्रयास किये जाते हैं।
रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां मंजू राजपाल के अनुसार, विश्व के सामाजिक-आर्थिक विकास में सहकारिता के बढ़ते महत्व को देखते हुए सहकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों को सहकारिता आदोलन के सिद्धातों, रीति-नीतियों व कार्यक्रमों से अवगत कराया जाना आवश्यक है ताकि अधिक से अधिक लोग सहकारी आदोलन से जुडक़र लाभान्वित हो सकें। रजिस्ट्रार द्वारा समस्त खंडीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार, क्षेत्रीय अंकेक्षण अधिकारी, उप रजिस्ट्रार एवं विशेष लेखा परीक्षकों, प्रधान कार्यालय के समस्त फंक्शनल अधिकारी,
सभी शीर्ष संस्थाओं एवं केंद्रीय सहकारी बैंकों/अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों/जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघों के प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला उपभोक्ता भंडारों के महाप्रबंधकों एवं भूमि विकास बैंकों के सचिवों, राज्य विपणन अधिकारी इफको को पत्र के माध्यम से 72वें अखिल भारतीय सहकार सप्ताह में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के लिए निर्देशित किया है। पत्र में कहा गया है कि सहकारी आन्दोलन को मजबूत करने के लिए सप्ताह भर चलने वाले समारोह के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम जैसे कि सेमीनार, कार्यशालाएं, वाद-विवाद, युवाओं के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जा सकते हैं।

सहकार सप्ताह के कार्यक्रमों का विवरण
दिनांक : 14.11.2025
विषय : परिचालन दक्षता, जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम राजस्थान राज्य सहकारी बैंक द्वारा तथा जिला स्तरीय कार्यक्रम सम्बन्धित केन्द्रीय सहकारी बैंकों के द्वारा आयोजित किये जाएंगे। राज्य की समस्त पैक्स के स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित प्रबंध निदेशक की होगी।
दिनांक 15.11.25
विषय : त्रिभुवन सहकार विश्वविद्यालय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण, सहकारी शिक्षा में परिवर्तन।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम राइसेम, जयपुर के स्तर पर तथा जिला सहकारी संघों के द्वारा जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
दिनांक 16.11.25
विषय : सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण विकास को सुदृढ बनाना।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम राजस्थान सहकारी भूमि विकास बैंक तथा जिला स्तरीय कार्यक्रम सम्बंधित भूमि विकास बैंकों द्वारा आयोजित किया जाएगा।
दिनांक : 17.11.25
विषय : राष्ट्रीय सहकारी नीति पारिस्थितिकी तंत्र, भारत की सहकारी समितियों का संरचित रोडमैप।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम इफको एवं राजस्थान राज्य सहकारी संघ, जयपुर के स्तर पर एवं जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्यालय उप रजिस्ट्रार/सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां के स्तर पर आयोजित किया जाएगा।
दिनांक : 18.11.25
विषय : सहकारी उद्यमिता के माध्यम से युवाओं, महिलाओं और कमजोर क्षेत्रों (हस्तशिल्प, हथकरघा, श्रम, मत्स्य पालन आदि) का सशक्तिकरण।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम आरसीडीएफ के स्तर से तथा जिला स्तरीय कार्यक्रम सम्बन्धित जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघों के स्तर पर आयोजित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को भी सम्मिलित किया जाएगा।
दिनांक : 19.11.25
विषय : पर्यटन, स्वास्थ्य, हरित ऊर्जा, प्लेटफॉर्म सहकारी समितियों, रसोई सहकारी समितियों और अन्य कल्पनीय क्षेत्रों जैसे उभरते क्षेत्रों में सहकारी समितियों का विस्तार।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम राजफैड द्वारा तथा जिला स्तरीय कार्यक्रम सम्बन्धित क्रय-विक्रय सहकारी समितियों द्वारा आयोजित किया जाएगा।
दिनांक 20.11.25
विषय : वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए नवोन्मेषी सहकारी व्यवसाय मॉडल।
आयोजक संस्था एवं उत्तरदायित्व : राज्य स्तरीय कार्यक्रम कॉनफैड, जयपुर के स्तर पर तथा जिला स्तरीय कार्यक्रम सम्बंधित जिला उपभोक्ता भण्डारों द्वारा आयोजित किया जाएगा।
ये निर्देशित भी दिये गये
रजिस्ट्रार के अनुसार, राजस्थान राज्य सहकारी संघ/जिला सहकारी संघ द्वारा सहकार झण्डा, आवश्यक मार्गदर्शन व सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। जिला/इकाई स्तरीय कार्यक्रमों के सबंध में संबंधित शीर्ष सहकारी सस्थाएं पृथक से सूचित कर कार्यक्रम आयोजित करवायेंगी। सहकार सप्ताह के कार्यक्रमों में आयोजक संस्था के साथ ही अन्य संस्थाएं भी हिस्सा लेगी। जिला स्तरीय कार्यक्रमों में प्राथमिक स्तर की सहकारी समितियों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जावे।
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