टांटिया वेटरनरी कॉलेज में इंटरनेशनल वर्कशॉप का आयोजन, यूएसए से आये पशुधन विशेषज्ञ ने नस्ल सुधार और उत्पादन बढ़ाने का प्रशिक्षण दिया
श्रीगंगानगर, 14 फरवरी (मुखपत्र)। टांटिया यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ वेटरनरी साइंसेज और बोवाइन ब्रीडिंग एंड केयर प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को डेयरी, जेनेटिक एंड ब्रीडिंग विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला ‘जीव वंशम’ का आयोजन किया गया। इसमें अमेरिका से आए वर्ल्ड वाइड सायर कंपनी के एरिया डायरेक्टर, पशुधन विशेषज्ञ ब्रायन अल्बर्टोनी ने किसानों को दुधारू पशुओं की नस्ल सुधार और उनसे उत्पादन बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की और प्रोजेक्टर के माध्यम से किसानों एवं पशुपालकों को प्रशिक्षण दिया।
अल्बर्टोनी ने पशुपालकों को जानकारी दी कि किस प्रकार वे अपने डेयरी फार्म को और बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने सलाह दी कि डेयरी फार्म संचालकों के पास उनके पशुओं का पूरा डाटा, उनकी नस्ल, बीमारी और उत्पादन की क्षमता के बारे में पूरी जानकारी का रिकॉर्ड रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पशुपालक यदि अपना लक्ष्य निर्धारित करके चलेंगे और समय-समय पर पशु एवं उसके काम का मूल्यांकन करते रहेंगे तो उन्हें अधिक दिक्कत नहीं आयेगी। अल्बर्टोनी के सम्बोधन का हिंदी में अनुवाद अनिल बेरी ने प्रस्तुत किया।
टांटिया वेटरनरी कॉलेज के डीन डॉ. आरपीएस बघेल ने डेयरी फार्म संचालकों एवं पशुपालकों से व्यावसायिक ढंग से काम करते हुए उत्पादन बढाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत में गाय को माता का दर्जा दिया गया है, जबकि विदेशों में यह भावना नहीं होती। इस मामले में थोड़ा व्यावहारिक होना पड़ेगा।
इससे पहले, कार्यक्रम की शुरूआत में बोवाइन ब्रीडिंग एंड केयर प्राइवेट लिमिटेड के राजेश चौधरी ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताया। वेटरनरी कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ. गगन चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन सहायक आचार्य डॉ. सीमा नेगी ने किया। इस मौके पर बोवाइन ब्रीडिंग एंड केयर प्राइवेट लिमिटेड के दिनेश भाकर, अनंत बेरी एवं बड़ी संख्या में पशुपालक, डेयरी फार्म संचालक, संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी मौजूद थे।