सहकारिता को आत्मसात करने से ही आत्मनिर्भर भारत का निर्माण संभव – जोशी
बाड़मेर, 14 नवम्बर (मुखपत्र)। दि बाड़मेर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक द्वारा 72वें अखिल भारतीय सहकार सप्ताह के अंतर्गत ‘परिचालन दक्षता, जवाब देही और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन बैंक प्रधान कार्यालय में किया गया। बैंक के प्रबंध निदेशक वासुदेव पालीवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में बैंक की शाखाओं से जुड़े ग्राहकों तथा प्रबुद्ध जनों ने कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किशोर कुमार शर्मा, प्रकल्प प्रमुख, भारत विकास परिषद ने की। वरिष्ठ अधिवक्ता अंबालाल जोशी एवं भारत विकाास परिषद के सचिव महेश सुथार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अंबालाल जोशी ने कहा कि सहकार शब्द में जो गहराई व गंभीरता है, इसे आत्मसात करके ही हम आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार कर सकते हैं। हम केवल संसाधनों से ही नहीं, भावनाओं व विचारधारा से भी आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहे हैं। वसुधैव कुटुम्बकम की हमारी अवधारणा सहकारिता का मूल है तथा हर व्यक्ति यदि अपने कर्तव्य का निष्ठा से पालन करेगा, तो संस्था व संगठन में परिचालनामक दक्षता स्वयं ही आएगी।
नियम-कानून के साथ कर्तव्य का पालन करें
अध्यक्षीय संबोधन में किशोरकुमार शर्मा ने कहा कि जवाबदेही तभी साकार होगी, जब हम नियम-कानून को प्राथमिकता देकर अपने कर्तव्य का पालन करेंगे। उन्होंने बैंक कार्मिकों का आह्वान किया कि पत्रावली पर आपकी नोटिंग इतनी सुस्पष्ट, सारगर्भित और नियमानुकूल होनी चाहिए ताकि अधिकारी को उस पर कभी भी चर्चा का अंकन नहीं करना पड़े, यही हमारी परिचालन दक्षता व जवाबदेही है।
डिजिटलीकरण से पारदर्शिता व जवाबदेही तय होगी
प्रबंध निदेशक वासुदेव पालीवाल ने कहा कि डिजिटलीकरण केंद्र सरकार का प्राथमिक ध्येय है तथा केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह इस दिशा में गंभीरतापूर्वक आगे बढ़ रहे है। केंद्र सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत ग्राम सेवा सरकारी समितियों के डिजिटलीकरण हेतु पैक्स कंप्यूटराइजेशन प्रोजेक्ट का कार्य किया जा रहा है। शीघ्र ही सभी समितियां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जवाबदेही व पारदर्शिता के साथ कार्य करेंगी।
परिवार एवं कार्यस्थल पर सहकार की भावना से कार्य करें
अधिशाषी अधिकारी हरिराम पूनिया ने कहा कि सहकारिता की भावना का उद्गम परिवार से शुरू हो जाता है, जो शिक्षा से होकर व्यवसाय तक पहुंचकर व्यक्ति और समाज का आर्थिक संबल बन जाता है। इसलिए हमें अपने कार्य स्थल तथा परिवार में सहकारिता की भावना से कार्य करना चाहिए, जिससे कार्य की दक्षता बढ़ेगी और हम आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सकेंगे। महेश सुथार ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह शुरू से ही सहकारिता से जुड़े हुए हैं तथा प्रथम खाता कोऑपरेटिव बैंक में ही खुलवाया गया था, जो आज भी संधारित है।

ऑनलाइन सेवाओं की जानकारी दी
कार्यक्रम के प्रारंभ में बैंक मुख्य प्रबंधक अमराराम पटेल ने बैंक में सहकार सप्ताह मनाने के उद्देश्य तथा बैंक द्वारा दी जा रही ऑनलाइन सेवाओं व विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। सहकार सप्ताह अंतर्गत बैंक शाखा बालोतरा व ग्राम सेवा सहकारी समितियों के स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर बैंक के मुख्य प्रबंधक भंवरलाल बिश्नोई, पूर्व मुख्य प्रबंधक रमेश जैन, वरिष्ठ ग्राहक मांगीलाल जैन, मोहनलाल स्वामी, दिनेश बंसल, भीखाराम बिश्नोई, राजेश सिंह, प्रिया शर्मा, पूजा चौधरी सहित बैंक ग्राहक, अधिकारी-कर्मचारी, समिति व्यवस्थापक आदि मौजूद रहे।
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